सिंगला ने किया शहीद किसान स्मारक का उद्घाटन, जहाँ पत्थरों पर अंकित हैं दिल्ली मोर्चाे में शहीद हुए किसानों के नाम

‘Yaadgar-e-shaheedan’ memorial in Sangrur

सिंगला ने गुरू जी की महान देन को याद करते हये कहा कि हिंद दी चादर श्री गुरु तेग़ बहादुर साहब जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना महान बलिदान दिया और उनके द्वारा दिखाऐ हक और सत्य के मार्ग पर चलते हुये हमारे किसान और मज़दूर भाइयों ने केंद्र की मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खि़लाफ़ एकजुटता से टक्कर ली ।

संगरूर   श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के शहादत दिवस के मौके पर गुरू जी की महान शहादत के प्रति नतमस्तक होते हुए पंजाब के लोक निर्माण मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला ने संगरूर में शहीद किसान स्मारक ‘यादगार-ए -शहीदों’ का उद्घाटन किया। इस स्मारक में किसान आंदोलन के दौरान शहीद होने वाले संगरूर जि़ले के किसानों और मज़दूरों के नाम लिखे गए हैं।   सिंगला ने गुरू जी की महान देन को याद करते हये कहा कि हिंद दी चादर श्री गुरु तेग़ बहादुर साहब जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना महान बलिदान दिया और उनके द्वारा दिखाऐ हक और सत्य के मार्ग पर चलते हुये हमारे किसान और मज़दूर भाइयों ने केंद्र की मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खि़लाफ़ एकजुटता से टक्कर ली और जान के बलिदान देने में भी पीछे न हटने का हौसला दिखा कर इतिहास रच दिया है।

स्मारक का उद्घाटन करते हुये श्री सिंगला ने कहा कि इस किसान आंदोलन में पंजाब के सभी वर्गों ने बढ़ चढ़ कर योगदान डाला है चाहे वह किसान थे या मज़दूर या फिर कोई दुकानदार। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन पंजाबियत की सच्ची नुमायंदगी करता है जहाँ लोग किसी नेक मकसद के लिए पर मिलकर लड़े।  सिंगला ने साफ़ शब्दों में कहा कि वह पहले पंजाबी हैं और उनको इस बात पर मान है कि पंजाबियों ने पूरे मुल्क का नेतृत्व किया और भारत के सब किसान मज़दूरों को केंद्र सरकार की तरफ से थोपे जा रहे काले कानूनों के खि़लाफ़ लामबंद किया सिंगला ने कहा कि पंजाबियों ने डट कर यह लड़ाई लड़ी और एक अत्याचारी केंद्र सरकार को अपने कदम पीछे खींचने के लिए मजबूर किया।

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लोक निर्माण मंत्री ने यह भी कहा इस ऐतिहासिक आंदोलन में 700 से अधिक शहीद हुए हैं और हमारे पंजाब में शहादतों को मनाने का दस्तूर है। उन्होंने कहा कि पंजाबी होने के नाते उनका पहला नैतिक फज़ऱ् बनता है कि वह शहीद हुई रूहों की कद्र करें और उनके परिवारों का ख़्याल रखें। उन्होंने कहा कि संगरूर जिले के सभी शहीदों के नाम इस स्मारक में दर्ज किये जा रहे हैं जिससे दिवंगत आत्माओं को शान्ति मिले।

सिंगला ने सांप्रदायिक आरएसएस को पंजाब की दुश्मन जमात करारते हुये कहा कि यह लोग समाज में धर्म और जाति के नाम पर बांटते हैं और एक मनुष्य को दूसरे मनुष्य का दुश्मन बनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाबी समझदार हैं और उनको यकीन है कि लोग पंजाब में कभी भी आरएसएस के और उसके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। इस मौके पर किसानों के वारिसों ने श्री सिंगला का धन्यवाद करते हुये कहा कि दिल्ली मोर्चाे में शहीद हुए किसानों और मज़दूरों को समर्पित न केवल पंजाब की बल्कि देश का पहला विलक्षण स्मारक है जिसने उनके बलिदानों को अमर कर दिया है।

 

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जि़ला संगरूर से सम्बन्धित शहीद हुए किसानों के पारिवारिक सदस्यों के साथ श्री विजय इंदर सिंगला ने हमदर्दी का प्रगटावा किया और विश्वास दिलाया कि पंजाब सरकार और प्रशासन की तरफ से उनको हमेशा सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसान आंदोलन के दौरान पहले दिन से ही किसानों के साथ खड़ी है और भविष्य में भी चट्टान की तरह खड़ी रहेगी।  इस मौके पर डिप्टी कमिशनर श्री रामवीर, एसएसपी श्री स्वप्न शर्मा समेत अन्य शख्सियतें भी उपस्थित थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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