समाज में कुछ करने की प्रेरणा का जागरण पत्रकारिता का उद्देश्य: नरेन्द्र ठाकुर

 नरेन्द्र ठाकुर

पत्रकारिता का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी अभूतपूर्व योगदान है। उन दिनों पत्रकारों की कलम कभी झूकी नहीं और वे अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहें ।पत्रकारों को समय और अपनी प्रस्तुति का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि एक तथ्यात्मक सत्यशोधक सूचना सकारात्मक होती है और समाज के सेवा कार्यों की जागरण करती है।

गोरखपुर।  पत्रकारिता का मूल सिद्धांत निष्पक्षता होती है।सही और सत्य सूचनाएं समाज तक पहुंचाना पत्रकारिता का पुनीत कर्तव्य है।समाज में कुछ करने की प्रेरणा का जागरण पत्रकारिता का उद्देश्य है।उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर जी ने प्रचार विभाग गोरक्ष प्रान्त व विश्व संवाद केंद्र,गोरखपुर द्वारा आभासी रूप से आयोजित नारद जयंती समारोह में आपदा काल मे सेवा और मीडिया विषय पर सम्बोधित करते हुए कही।उन्होंने कहा कि जीवन के सभी क्षेत्रों में किसी न किसी को अपना प्रेरणास्रोत बनाना हमारी प्रवृति रही है। हिन्दी पत्रकारिता की शुरुवात देवर्षि नारद जी की जयंती पर 30 मई 1826 को पंडित जुगल किशोर शर्मा जी द्वारा उदण्ड मार्तण्ड पत्र के प्रकाशन के साथ की गई।

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नारद जी निरन्तर भ्रमणशील रहे तथा चरैवेति चरैवेति के सिद्धांत को समाज के समक्ष रखा। नारद जी के भक्तिसूत्र व शिक्षाएं लोक कल्याणकारी  हैं। नारद जी के सूचनाओ के पीछे लोकभावना का गुढ़ रहस्य छिपा रहता है। लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ पत्रकारिता है। पत्रकारिता का स्वरूप समयानुसार बदला। प्रारम्भ में समाचार छपते थे जो बाद में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया का स्वरूप आया। पत्रकारिता का सिद्धांत हमेशा अडिग होती है। कुछ दशक पूर्व पत्रकारिता का माध्यम प्रिंट मीडिया ही था परंतु इंटरनेट के आविष्कार ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया का जन्म किया है । पत्रकारिता का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी अभूतपूर्व योगदान है। उन दिनों पत्रकारों की कलम कभी झूकी नहीं और वे अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहें ।पत्रकारों को समय और अपनी प्रस्तुति का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि एक तथ्यात्मक सत्यशोधक सूचना सकारात्मक होती है और समाज के सेवा कार्यों की जागरण करती है।

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आगे उन्होंने कहा कि समाज ने सेवा का बहुत बड़ा कार्य किया है। संघ ने भी इस आपदाकाल में सेवाकार्य हेतु अपनी पूरी क्षमता लगा दी। संघ के स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न स्थानों पर जरूरतमंद लोगों तक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई। टीकाकरण में सहयोग किया गया। इस आपदाकाल में मीडिया ने भी अपनी महती भूमिका निभाई। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे आईजीएल(IGL) गीडा के बिजनेस हेड श्री एस. के.शुक्ला  ने कहा कि पत्रकारिता संवाद का एक अच्छा स्रोत है तथा पत्रकारिता को राष्ट्रभक्ति से युक्त होना चाहिए। पत्रकारिता के सकारात्मक व नकारात्मक दो पहलू होतें है।खबरों में वाक्यों व चित्रों से समाज पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है। सेवा का शब्द बड़ा पवित्र होता है। जहाँ सेवा है वहीं भगवान का निवास होता है।

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कार्यक्रम की प्रस्तावना क्षेत्र प्रचार प्रमुख नरेंद्र सिंह ने रखी।कार्यक्रम का संचालन सिद्धार्थ शंकर पांडेय ने किया।अतिथि परिचय प्रान्त प्रचार प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी व आभार ज्ञापन सह प्रान्त प्रचार प्रमुख शैलेश सिंह ने किया।।यह संगोष्ठी जूम एप पर आयोजित हुई।।इसका लाइव प्रसारण विश्व संवाद केंद्र,गोरखपुर के फेसबुक पेज पर किया गया।।जिसका  ऑनलाइन समन्वय का कार्य प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख पुनीत पाण्डेय ने किया।।उक्त कार्यक्रम में प्रान्त प्रचारक सुभाष जी,सह प्रान्त प्रचारक अजय जी,प्रान्त संघचालक डॉ. पृथ्वीराज जी,प्रान्त सह संघचालक डॉ. महेंद्र अग्रवाल जी,प्रो0 संजीत गुप्ता सभी विभागों के विभाग प्रचारक, विभाग प्रचार प्रमुख बन्धु,विधायक गण,प्रोफेसर गण, पत्रकारिता जगत के बन्धु व अन्य वरिष्ठजन उपस्थित रहे।।

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