‘रोड शो’, ‘जनसभा’ के जरिए राहुल-अखिलेश का शक्ति प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठजोड़ के बाद संभवत: ‘शक्ति प्रदर्शन’ के रूप में किया गया राहुल गांधी और अखिलेश यादव का ‘रोड शो’ बाद में एक जनसभा में तब्दील हो गया।
लखनउ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में सपा-कांग्रेस के गठजोड़ के बाद संभवत: ‘शक्ति प्रदर्शन’ के रूप में किया गया राहुल गांधी और अखिलेश यादव का ‘रोड शो’ जब पुराने लखनउ में एक जनसभा में तब्दील हुआ तो उत्साह से लबरेज नजर आये दोनों ही नेताओं ने भाजपा और बसपा को सत्ता में आने से रोकने तथा विकास की राजनीति करने का संकल्प दोहराया। राहुल ने चिर परिचित अंदाज में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप मढ़ा कि वह चंद अमीर घरानों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने इस कड़ी में विजय माल्या और ललित मोदी के नाम लिया और कहा कि अमीरों के काले धन को मोदी सरकार ने नोटबंदी के जरिए सफेद किया जबकि गरीब जनता की कमर तोड़ दी।
ऐतिहासिक घंटाघर के सामने तंग सड़कों पर इतनी भीड़ जमा हो गयी कि कांग्रेस उपाध्यक्ष और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री भाषण के लिए बनाये गये मंच तक पहुंच ही नहीं पाये और जिस वाहन से वे रोड शो कर रहे थे, वहीं से जनता को संबोधित किया। इस दौरान वहां उपस्थित भीड़ में अचानक अफरातफरी मच गयी और पुलिस एवं सुरक्षा बलों को भीड़ नियंत्रित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी।
राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले से उन्होंने देश की अधिसंख्य आबादी को काफी तकलीफ दी है जबकि चंद अमीरों की जेबें भरी हैं और उनके काले धन को सफेद किया है। अखिलेश ने किसान, गरीब और नौजवानों के लिए काम जारी रखने की बात दोहराते हुए कहा कि वह विकास के एजेण्डे को आगे बढ़ाएंगे। जनसभा के दौरान कांग्रेस और सपा के वरिष्ठ नेता, विधायक एवं सांसद मंच पर मौजूद थे। भाषण समाप्त करने के बाद राहुल और अखिलेश उसी वाहन से सभास्थल से रवाना हो गये, जिस पर उन्होंने रोड शो किया था।
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