भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा हालात की समीक्षा करेंगे राजनाथ

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सात-आठ अक्तूबर को जैसलमेर में उन तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और एक राज्य के उप मुख्यमंत्री के साथ भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे जिनकी सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं।

नयी दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सात-आठ अक्तूबर को जैसलमेर में उन तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और एक राज्य के उप मुख्यमंत्री के साथ भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे जिनकी सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं। बीएसएफ के शीर्ष अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भारत-पाक सीमा को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यह चार राज्यों के गृह मंत्रियों के साथ केंद्रीय गृहमंत्री की बैठक है। चूंकि तीन राज्यों के मुख्यमंत्री और पंजाब के उप मुख्यमंत्री गृह विभाग संभाल रहे हैं, इसलिए वे बैठक में भाग लेंगे।’’ 

दो दिन के दौरे में गृहमंत्री राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेंगे और बाड़मेर में बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) मुनाबाओ का दौरा कर बीएसएफ के जवानों से बातचीत करेंगे। वह जैसलमेर में बीओपी, मुरार भी जाएंगे और दोनों देशों के बीच सरहद के हालात का जायजा लेंगे। बैठक जाहिर तौर पर पुलिस बलों और सीमा सुरक्षा बल के बीच तालमेल के लिए बुलाई जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि दो दिन के विचार-विमर्श में राज्यों से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है। उन्होंने कहा कि पंजाब और जम्मू कश्मीर में सीमा के रास्ते आतंकवादियों की घुसपैठ की कई घटनाएं देखी गयी हैं वहीं राजस्थान और गुजरात में सीमापार से सामान, नारकोटिक्स और जाली भारतीय नोटों की तस्करी होती है।भारत पाकिस्तान के बीच 3323 किलोमीटर लंबी सीमा में से 1225 किलोमीटर जम्मू कश्मीर में (नियंत्रण रेखा समेत), 553 किलोमीटर पंजाब में, 1037 किलोमीटर राजस्थान में और 508 किलोमीटर गुजरात में पड़ती है।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


अन्य न्यूज़