राम मंदिर ‘विश्वास’ का और सबरीमला ‘प्रथा’ का मामला है: चिदंबरम
उनकी यह टिप्पणी ‘अनडॉटेड: सेविंग द आइडिया ऑफ इंडिया’ किताब के विमोचन के दौरान आई। यह किताब पिछले साल प्रकाशित हुए उनके आलेखों का संग्रह है जिसका विमोचन नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी में हुआ।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि राम मंदिर ‘विश्वास’ का और सबरीमला ‘प्रथा’ का मामला है और दोनों को मिलाना नहीं चाहिए।
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उनकी यह टिप्पणी ‘अनडॉटेड: सेविंग द आइडिया ऑफ इंडिया’ किताब के विमोचन के दौरान आई। यह किताब पिछले साल प्रकाशित हुए उनके आलेखों का संग्रह है जिसका विमोचन नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी में हुआ।
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P Chidambaram: Ayodhya isn't an issue of custom.Don't mix up faith & custom. In Sabarimala, issue is a custom opposed to modern constitutional values. Ayodhya is a matter of faith that this is the birthplace of Lord Ram. Because of that faith, a group of ppl are claiming the land pic.twitter.com/71yRsmRBFo
— ANI (@ANI) February 8, 2019
पूर्व वित्त मंत्री ने सबरीमला और राम मंदिर के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ राम मंदिर प्रथा का मामला नहीं है। यह विश्वास का मामला है। जबकि सबरीमला एक प्रथा है जो कि आधुनिक संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।'
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