रामलला की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में लाया गया, आज होगी Ram Mandir में स्थापना

इससे पहले बुधवार को ही रात में राम मंदिर के गर्भगृह में लाया गया। श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने यह जानकारी दी। मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा आयोजित की गई।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को भव्य समारोह में होने वाला है। इस कार्यक्रम से पहले गुरुवार 18 जनवरी को भगवान रामलला की प्रतिमा को मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित किया जाएगा। मंदिर के गर्भ ग्रह में प्रतिमा को स्थापित करने के लिए शुभ मुहूर्त का समय भी निकाला जा चुका है। रामलीला के विग्रह को गर्भ ग्रह में दोपहर 1.20 से 1.20 के बीच स्थापित किया जाएगा।
इससे पहले बुधवार को ही रात में राम मंदिर के गर्भगृह में लाया गया। श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने यह जानकारी दी। मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा आयोजित की गई। मिश्रा ने कहा कि बृहस्पतिवार को गर्भगृह में मूर्ति स्थापित किए जाने की संभावना है। मूर्ति को एक ट्रक से मंदिर लाया गया। राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अनुष्ठान किए जा रहे हैं। इससे पहले बुधवार को कलश पूजन का आयोजन किया गया।
राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए आवश्यक हर अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। 121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं। राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होने की उम्मीद है।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को राम मंदिर के गर्भगृह में मूर्ति को लाया गया है। एक क्रेन की मदद से मूर्ति को परिसर में लाया गया है। मूर्ति को गर्भग्रह में स्थापित किया जाना है। बता दें कि मूर्ति को गर्भग्रह में लाने से पहले विशेष पूजा की गई है। गर्भगृह में ही खास सिंहासन भी बनाया गया है, जो कि मकराना पत्थर से बना है। इस सिंहासन की ऊंचाई 3.4 फीट की है। इस सिंहासन पर ही भगवान की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा।
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