बागी विधायकों ने कहा, विधानसभाध्यक्ष से मिलेंगे पर वापस नहीं लेंगे इस्तीफा
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली एक पीठ ने कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष से कहा कि वह इन विधायकों के इस्तीफे के बारे में आज ही निर्णय लें।
मुम्बई। मुम्बई के एक होटल में रुके कर्नाटक के बागी विधायकों ने बृहस्पतिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुरूप वे राज्य के विधानसभाध्यक्ष से मुलाकात करेंगे लेकिन अपने इस्तीफे वापस नहीं लेंगे। उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस गठबंधन के 10 बागी विधायकों को शाम छह बजे विधानसभाध्यक्ष से मुलाकात करने और इस्तीफा देने के अपने निर्णय से अवगत कराने की अनुमति प्रदान कर दी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली एक पीठ ने कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष से कहा कि वह इन विधायकों के इस्तीफे के बारे में आज ही निर्णय लें। पीठ ने कहा कि अध्यक्ष द्वारा लिये गये फैसले से शुक्रवार को अवगत कराया जाये जब न्यायालय इस मामले में आगे विचार करेगा।
Rebel K'taka Congress MLA ST Somashekar: Our support is there with this govt, to respect our leader Rahul Gandhi. But commitment made by the coalition govt couldn't satisfy us. We didn't taken this decision all of a sudden, we had even informed earlier, but they did not care. pic.twitter.com/drxINzQN4b
— ANI (@ANI) July 11, 2019
न्यायालय के निर्देश पर प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हुए यहां पोवई स्थित एक होटल में अन्य बागी विधायक साथियों के साथ ठहरे बागी विधायक बी बसावराज ने संवाददाताओं से कहा कि वे कर्नाटक के विधानसभाध्यक्ष से शाम चार बजे मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का सम्मान करते हैं। हम आज ही शाम चार बजे विधानसभाध्यक्ष से मिलेंगे और उन्हें हमारे इस्तीफे देंगे। हम अपने इस्तीफे वापस नहीं लेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या कर्नाटक विधानसभा से उनके इस्तीफा देने के निर्णय के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ है, बसावराज ने कहा, ‘‘हमारे निर्णय के पीछे भाजपा नहीं है। इसका भाजपा से कोई लेना देना नहीं है।’’
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कांग्रेस, जदएस और निर्दलीयों सहित 14 विधायक कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा देने और दक्षिणी राज्य में गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद यहां के होटल में रुके हुए हैं। बुधवार को कर्नाटक के वरिष्ठ मंत्री डी के शिवकुमार को पुलिस ने तब होटल में प्रवेश करने से रोक दिया था जब उन्होंने बागी विधायकों से मुलाकात की जिद की। शिवकुमार को बाद में बेंगलुरू वापस भेज दिया गया था। यदि बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार हो जाते हैं तो दक्षिणी राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के बहुमत खोने का खतरा है।
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