ट्रेन दुर्घटना की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए : फारूक अब्दुल्ला

Farooq Abdullah
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नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण ट्रेन दुर्घटना के वक्त वहां टक्कर रोधी उपकरण लगाया गया था या नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए और इस हादसे की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।

श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण ट्रेन दुर्घटना के वक्त वहां टक्कर रोधी उपकरण लगाया गया था या नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए और इस हादसे की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। ट्रेन दुर्घटना में अब तक कम से कम 261 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया, हाल ही में, माननीय रेल मंत्री ने घोषणा की कि उन्हें अब एक ऐसा उपकरण मिल गया है जिससे रेल दुर्घटनाएं नहीं होंगी। मुझे लगता है कि इसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या वह उपकरण लगाया गया था या नहीं और यदि उपकरण लगाया गया था, तो यह काम क्यों नहीं कर रहा था? इस तरह का भीषण हादसा देश ने लंबे समय से नहीं देखा है। मुझे लगता है कि हम सब यह जानना चाहते हैं कि आखिरकार क्या हुआ था।

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हालांकि, भारतीय रेलवे ने स्पष्ट किया कि इस मार्ग पर टक्कर रोधी प्रणाली कवच उपलब्ध नहीं थी। भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा, बचाव अभियान पूरा हो गया है। अब, हम मरम्मत का काम शुरू कर रहे हैं। टक्कर रोधी उपकरण कवच इस मार्ग पर उपलब्ध नहीं था। इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच दक्षिण-पूर्व रेलवे सर्किल के सुरक्षा आयुक्त की अध्यक्षता में की जाएगी। श्रीनगर से लोकसभा के सदस्य फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह देश के लिए बहुत दुखद दिन है। उन्होंने कहा, यह बहुत चौंकाने वाली बात है कि जब एक ट्रेन पटरी से उतर गई तब क्या अन्य ट्रेनों को सूचित कर उसे रास्ते में रोकने का कोई तरीका नहीं था। उन्होंने आगे कहा, हम हादसे में मारे गये लोगों के लिए शोक प्रकट करते हैं। हम उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं जिनमें से कई लोगों की हालत गंभीर है, हम उनके ठीक होने की प्रार्थना करते हैं। हम कामना करते हैं कि देश में फिर कभी इस तरह की घटना न हो।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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