चुनावी नतीजों के बाद बिखड़ने लगे हैंडपंप के कलपुर्जे, टिकट बेचने के आरोप लगाते हुए RLD के प्रदेश अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जयंत चौधरी और अखिलेश यादव के नाम के एक खुला खत भी लिखा है। खत के मजमून में इस बात पर जोर दिया गया है जिसकी वजह से दोनों दलों के गठबंधन को बुरी तरह पराजय का मुंह देखने को मिला।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सूबे में दो सियासी गठबंधन के युवा नेताओं की जोड़ी बनी। बीजेपी को प्रदेश की सत्ता से हटा खुद की सरकार बनाने के सपनें संजोने वाली अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल की इस चुनाव में सीटें तो जरूर बढ़ीं। लेकिन इतनी नहीं की सूबे में गठबंधन की सरकार बन सके। चुनाव परिणाम के बाद प्रदर्शन अनुरूप नहीं होने पर सियासी दलों में असंतोष का नजारा कई बार देखने को मिला है। लेकिन राज्य की 10 विधानसभा सीटों को अपने नाम करने वाली पार्टी रालोद में तो असंतोष इस कदर देखने को मिल रहा है कि इसके प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव और जयंत चौधरी को सवालों के कटघरे में भी खड़ा कर दिया है।
इसे भी पढ़ें: समाजवादी पार्टी की 26 मार्च को लखनऊ में होगी एक महत्वपूर्ण बैठक, सभी सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य
रालोद प्रदेश अध्यक्ष का अखिलेश-जयंत के नाम खुला खत
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जयंत चौधरी और अखिलेश यादव के नाम के एक खुला खत भी लिखा है। खत के मजमून में इस बात पर जोर दिया गया है जिसकी वजह से दोनों दलों के गठबंधन को बुरी तरह पराजय का मुंह देखने को मिला। यूपी चुनाव में टिकट बेचने, टिकट देने में मनमानी करने, दलितों और मुसलमानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है।
लगाए कई बड़े आरोप
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष ने चुनाव से पहले टिकटों को बेचने के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही कहा गया कि समय रहते गठबंधन की सीटों पर ऐलान नहीं किया गया। इसके साथ ही मसूद अहमद की तरफ से सपा द्वारा रालोद, महान दल और आजाद समाज पार्टी का अपमान करने का भी आरोप लगाया गया।
अन्य न्यूज़













