RLSP सांसद ने बनाया अलग धड़ा, उपेंद्र कुशवाहा पर लगाया टिकट बेचने का आरोप

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[email protected] । Apr 9 2019 9:10AM

उन्होंने यह भी आरोप लगाया, ‘‘पश्चिमी चंपारण का उम्मीदवार भी पैसे मिलने पर जदयू से लाया गया है। ब्रजेश कुशवाहा की उम्मीदवारी ने हम सभी को तब आश्चर्यचकित कर दिया जब उन्होंने प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।’

पटना। बिहार में विपक्षी ‘महागठबंधन’ की घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को सोमवार को उस समय एक और झटका लगा जब इसके मौजूदा सांसद रामकुमार शर्मा ने अपना अलग धड़ा बना लिया और पार्टी संस्थापक उपेंद्र कुशवाहा पर टिकट वितरण में प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं की अनदेखी का ओराप लगाया। लोकसभा में पार्टी के ‘‘मुख्य सचेतक’’ रहे सीतामढ़ी से सांसद एवं संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में अपना अलग धड़ा बनाने की घोषणा की और कहा, ‘‘मैं निर्वाचन आयोग को लिखने जा रहा हूं कि वह रालोसपा (रामकुमार शर्मा) को अलग समूह के रूप में मान्यता दे।’’

शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘कुशवाहा ने महागठबंधन में आवंटित सभी पांच सीटों के लिए मुझसे विमर्श किए बिना उम्मीदवारों के चयन का फैसला किया। वह मौजूदा सीट काराकाट पर अपनी संभावनाओं को लेकर घबराए हुए हैं, वह उजियारपुर से भी चुनाव लड़ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी संस्थापक ने अपने खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गलत आरोप लगाया। शर्मा ने दावा किया, ‘‘उन्होंने मुझे इसलिए टिकट देने से इनकार कर दिया क्योंकि उन्होंने जब भी कांग्रेस और शरद यादव के जाल में फंसने तथा राजग छोड़ने जैसे आत्मघाती निर्णय किए तो मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्होंने अपने खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गलत आरोप लगाया।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘उनका (कुशवाहा) सबसे बड़ा छल-कपट मोतीहारी (पूर्वी चंपारण) में दिखा। उन्होंने सीट के लिए पूर्व महासचिव प्रदीप मिश्रा से पैसे लिए और जब माधव आनंद से ज्यादा पैसे मिले तो अपने वायदे से मुकर गए।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘अंत में उन्होंने (कुशवाहा) टिकट आकाश प्रसाद सिंह को बेच दिया जिन्होंने सबसे बड़ी बोली लगाई। उम्मीदवारी की घोषणा से पहले सिंह यहां तक कि पार्टी के सदस्य तक नहीं थे।’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया, ‘‘पश्चिमी चंपारण का उम्मीदवार भी पैसे मिलने पर जदयू से लाया गया है। ब्रजेश कुशवाहा की उम्मीदवारी ने हम सभी को तब आश्चर्यचकित कर दिया जब उन्होंने प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।’

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