Jan Gan Man: बॉर्डर पर घुसपैठ का मूल कारण घूसखोरी, कड़े कानून से लगाना होगा लगाम
अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि मैं 2017 में पीआईएल दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि भारत में 5 करोड़ घुसपैठिए आ चुके हैं। इनमें से ज्यादातर बांग्लादेश से हैं। इसके अलावा रोहिंग्या की भी तादाद ज्यादा है जो कि म्यांमार से आए हैं।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि घुसपैठिए हर देश के लिए एक बड़ी समस्या हैं। घुसपैठिए न सिर्फ देश के लिए खतरा साबित होते हैं बल्कि वह विकास में भी बड़ी बाधा बनते हैं। भारत में भी घुसपैठियों की तादाद ज्यादा है। यही कारण है कि लगातार घुसपैठियों पर लगाम लगाने की मांग की जाती है। साथ ही साथ घुसपैठियों को देश से बाहर निकल जाने की भी वकालत होती है। हाल में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि देश में घुसपैठियों की संख्या कितनी है। इसके जवाब में सरकार ने कहा था कि घुसपैठियों की कुल संख्या इस वक्त बता पाना बेहद ही मुश्किल है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि घुसपैठियों को लेकर देश में फिलहाल क्या स्थिति है। इसी को लेकर देश के प्रसिद्ध अधिवक्ता और भारत के पीआईएल मैन के रूप में विख्यात अश्विनी उपाध्याय ने अपनी बात रखी है, सुनते हैं।
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अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि मैं 2017 में पीआईएल दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि भारत में 5 करोड़ घुसपैठिए आ चुके हैं। इनमें से ज्यादातर बांग्लादेश से हैं। इसके अलावा रोहिंग्या की भी तादाद ज्यादा है जो कि म्यांमार से आए हैं। उन्होंने बताया कि यह घुसपैठिए असम और बंगाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया की घुसपैठ का मूल कारण घूसखोरी है। घुसपैठिए बॉर्डर पर ₹2000 देकर अंदर आ जाते हैं। वही कॉमन सर्विस सेंटर पर ₹2000 देकर आधार कार्ड बनवा लेते हैं। इसके बाद दलाल के जरिए वह ₹2000 देकर राशन कार्ड भी बनवा लेते हैं और भारत में रहने लगते हैं। राशन कार्ड और आधार कार्ड हो जाने के बाद घुसपैठिए नगर निगम के किसी कर्मचारी को पकड़ते हैं, वहां घूस देते हैं और अपना जन्म प्रमाण पत्र भी बनवा लेते हैं। इसके बाद उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में भी कोई दिक्कत नहीं आती और घुस के जरिए उसमें भी कामयाबी मिल जाती है।
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वरिष्ठ वकील ने यह भी कहा कि जब इनके पास भारत के तमाम डॉक्यूमेंट हो जाते हैं तो यह बैंक में खाता खुलवा लेते हैं और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हैं। इलेक्शन के दौरान उन्हें क्षेत्रीय दल वोटर आईडी कार्ड बनवाने में भी मदद कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि घुसपैठ को लेकर जो हमारा कानून है वह घटिया है। यह 1946 का है। उन्होंने दावा किया कि वह हाथी के दांत जैसा है जिसमें कोई शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि घुसपैठ को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य बस ना कभी इस पर लोकसभा और नहीं राज्यसभा में चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि घुसपैठिए को तत्काल भारत से निकलना होगा। इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
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