नवाब मलिक का दावा, आर्यन खान को अगवा करने की साजिश का हिस्सा थे समीर वानखेड़े

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महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि, आर्यन खान को अगवा करने की साजिश का समीर वानखेड़े हिस्सा थे। मलिक ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मोहित भारतीय इस साजिश के ‘‘मास्टरमाइंड’’ थे।

मुंबई। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने रविवार को आरोप लगाया कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई क्षेत्र के निदेशक समीर वानखेड़े अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को फिरौती के लिए ‘‘अगवा’’ करने की साजिश में शामिल थे। मलिक ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मोहित भारतीय इस साजिश के ‘‘मास्टरमाइंड’’ थे। पिछले महीने वानखेड़े के नेतृत्व में एक क्रूज पोत पर की गई छापेमारी के बाद आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था और पोत से कथित तौर पर मादक पदार्थ बरामद किया गया था। बाद में आर्यन को बंबई उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई। मलिक ने कई बार कहा है कि मादक पदार्थ जब्ती का यह मामला ‘‘फर्जी’’ है और उन्होंने वानखेड़े के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।

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उन्होंने दावा किया कि वानखेड़े ने ओशिवारा में एक कब्रिस्तान में भारतीय से मुलाकात की थी। मलिक ने कहा, ‘‘लेकिन वह (वानखेड़े) खुशकिस्मत थे कि हमें इस मुलाकात का वीडियो फुटेज नहीं मिला क्योंकि पुलिस का सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था। इसलिए डर के कारण वानखेड़े ने गलत शिकायत दर्ज कराई कि उनका पीछा किया गया था।” राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता ने आरोप लगाया, ‘‘कथित क्रूज पोत रेव पार्टी फिरौती के लिए आर्यन खान के अपहरण की एक साजिश थी जिसके मुख्य सरगना मोहित भारतीय थे।’’ वानखेड़े पर साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि भारतीय वानखेड़े के ‘‘निजी सेना ’’ के सहयोगी थे। मलिक ने यह भी दावा किया कि पत्रकार आर के बजाज और वकील प्रदीप नाम्बियार वानखेड़े की ‘‘निजी सेना’’ के सदस्य थे। मलिक ने अभिनेता शाहरुख खान से आगे आने और अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने वानखेड़े पर मादक पदार्थ तस्करों का बचाव करने और नशीली दवाओं के उपभोक्ताओं में भय पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि आर्यन खान के अपहरण का जाल भारतीय के रिश्तेदार ऋषभ सचदेवा के माध्यम से रचा गया था।

उन्होंने दावा किया, ‘‘25 करोड़ रुपये मांगे गए थे और सौदा 18 करोड़ रुपये में तय हुआ था... 50 लाख रुपये दिए गए थे। सौदे की बात बिगड़ गई क्योंकि केपी गोसावी (क्रूज ड्रग्स मामले में एनसीबी के गवाह) की आर्यन के साथ सेल्फी, गिरफ्तारी के बाद वायरल हो गई।’’ मंत्री ने आगे कहा कि शाहरुख खान को यह कहकर डराने की कोशिश की गई है कि उन्होंने ‘‘50 लाख रुपये की राशि दी है’’ इसलिए वह भी एक आरोपी बन गए हैं। मलिक ने कहा, ‘‘मैं उनसे अपील करता हूं कि वह डरें नहीं। अगर आपके बच्चे का अपहरण कर लिया गया है और फिरौती मांगी गई है और माता-पिता ने भुगतान किया है तो वे पीड़ित हैं, बल्कि आरोपी नहीं हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि आर्यन खान को प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला क्रूज पार्टी में ले गए। उन्होंने कहा कि सचदेवा, गाबा और फर्नीचरवाला को एनसीबी ने छोड़ दिया था। उन्होंने दावा किया, ‘‘क्रूज पार्टी के आयोजक काशिफ खान ने राज्य के मंत्री असलम शेख और शीर्ष मंत्रियों के बच्चों को पार्टी में आने के लिए आमंत्रित करने की बहुत कोशिश की थी।’’

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मंत्री ने कहा, ‘‘आर्यन खान और समीर खान (मलिक के दामाद) के मामलों के अलावा सभी 26 मामलों (एनसीबी द्वारा जांच की जा रही) को एसआईटी को जांच के लिए दिया जाना चाहिए। अगर मेरे दामाद के मामले की फिर से जांच की बात से मुझे डराने का प्रयास किया जाता है, तो मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं डरने वाला नहीं हूं।’’ मलिक के दामाद को इस साल जनवरी में एनसीबी ने कथित ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया था और सितंबर में उन्हें जमानत दे दी गई थी। मंत्री ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एनसीबी द्वारा सैमविले स्टेनली डिसूजा को ‘एनडीपीएस’ कानून के तहत इस साल जुलाई में दिया गया नोटिस भी पोस्ट किया जिसमें उसे एजेंसी के कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया। उन्होंने दावा किया कि सैम डिसूजा का असली नाम सैमविले है, जिसका नाम क्रूज ड्रग्स मामले में भुगतान के आरोपों के संबंध में सामने आया था और उसे इस साल जून में एनसीबी अधिकारी वीवी सिंह ने पूछताछ के लिए बुलाया था। मलिक ने मामले के ब्योरे का खुलासा किए बिना सवाल किया, ‘‘उसे अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?’’ भारतीय ने शनिवार को आरोप लगाया कि ‘‘महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख समेत राकांपा के कई नेताओं का करीबी’’ सुनील पाटिल क्रूज पोत मादक पदार्थ प्रकरण का मास्टरमाइंड है।

हालांकि, मलिक ने रविवार को दावा किया कि सुनील पाटिल का संबंध एनसीपी से नहीं है और वह कभी उससे नहीं मिले। उन्होंने यह भी कहा कि एनसीबी ने गुजरात सरकार की फोरेंसिक लैब रिपोर्ट को चुनौती दी थी जिसमें कथित ड्रग्स मामले में उनके दामाद को एनडीपीएस अदालत में क्लीन चिट दी गई थी। मलिक ने एनसीबी और भाजपा से दागी लोगों को ‘संरक्षण’ नहीं देने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी लड़ाई एनसीबी या भाजपा के खिलाफ नहीं है। यह लड़ाई गलत कामों में लिप्त लोगों के खिलाफ है। कृपया मेरा समर्थन करें। मैं नशा उन्मूलन का भी समर्थन करता हूं।’’ मलिक ने यह भी मांग की कि एनसीबी की ‘‘चौकड़ी’’ - वानखेड़े, वी वी सिंह, आशीष रंजन और वानखेड़े के ड्राइवर माने के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सभी एनसीबी के क्षेत्रीय कार्यालय में ‘‘गलत कामों’’ में शामिल थे। इस बीच, भारतीय ने कहा कि उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि वह भाजपा नेता हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मलिक ने अभी तक इसका जवाब नहीं दिया कि भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का साथी चिंकू पठान कैसे राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख से मिला था। उन्होंने कहा, ‘‘चिंकू पठान दाऊद इब्राहिम का करीबी सहायक है...वह 20 जनवरी 2020 को सहयाद्री गेस्ट हाउस में क्या कर रहा था?’’ उन्होंने यह भी कहा कि उनके संवाददाता सम्मेलन के बाद ही मलिक ने माना था कि उन्हें सुनील पाटिल से फोन आया था। उन्होंने कहा, ‘‘वह उन पर चुप थे।’’ उन्होंने कहा कि मलिक ने खुद माना कि एक कैबिनेट मंत्री को क्रूज पार्टी में निमंत्रण दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘(मंत्री) असलम शेख को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्यों और कैसे एक व्यक्ति मंत्री और मंत्रियों के बेटों तथा बेटियों तक पहुंच सकता है?’’ भारतीय ने कहा कि असलम शेख को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनका काशिफ खान से क्या संबंध है कि उन्हें क्रूज पार्टी में आमंत्रित किया गया।

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