Sansad Diary: SIR पर Amit Shah ने विपक्ष को धोया, RS में क्या बोलीं जया बच्चन

गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि देश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर झूठ फैलाया गया और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया। उन्होंने सदन में, चुनाव सुधारों पर चर्चा पर जवाब देते हुए यह भी कहा कि संविधान का अनुच्छेद 327 निर्वाचन आयोग को मतदाता सूची बनाने का पूर्ण अधिकार देता है।
संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। शुरुआती दिनों में हंगामे के बाद अब दोनों ही सदनों में सामान्य रूप से कामकाज हो रहा है। आज लोकसभा में चुनावी सुधारो पर चर्चा हुई। वहीं राज्यसभा में वंदे मातरम पर भी चर्चा हुई है। लोकसभा में आज अमित शाह ने चुनावी सुधार को लेकर विपक्ष के तमाम सवालों का जवाब भी दिया। इस दौरान अमित शाह ने यह भी कहा कि जवाहरलाल नेहरू का प्रधानमंत्री बनना ही देश में पहली वोट चोरी थी। हालांकि राहुल गांधी और अमित शाह के बीच तीखी नोंक-झोंक भी देखने को मिली। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने बुधवार को राज्यसभा से उस समय बहिर्गमन कर दिया, जब भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य ने गृह मंत्री अमित शाह से देश में फोरेंसिक क्षमताओं को बढ़ाने को लेकर पूछे गए अपने प्रश्न को बिना कोई कारण बताए वापस ले लिया। वहीं, राज्यसभा में जल प्रदूषण, नक्सलवाद, परीक्षा केंद्र, सड़क हादसों से संबंधित मुद्दे उठे।
इसे भी पढ़ें: वोट चोरी का फेक नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहा विपक्ष, लोकसभा में बोले अमित शाह, SIR वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण
लोकसभा की कार्यवाही
गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में आरोप लगाया कि देश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर झूठ फैलाया गया और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया। उन्होंने सदन में, चुनाव सुधारों पर चर्चा पर जवाब देते हुए यह भी कहा कि संविधान का अनुच्छेद 327 निर्वाचन आयोग को मतदाता सूची बनाने का पूर्ण अधिकार देता है। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मैं सदन और देश की जनता को कहना चाहता हूं कि क्या घुसपैठिए तय करेंगे कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कौन होगा।’’ शाह ने कहा कि यह एसआईआर मतदाता सूची के शुद्धिकरण की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि विदेशी नागरिकों को भारत में मतदान करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता।
बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही में उस समय और भी नाटकीय मोड़ आ गया जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण को बीच में रोककर कथित वोट चोरी के मुद्दे पर उनसे बहस करने की चुनौती दी। अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बीच तीखी बहस हुई। यह झड़प तब हुई जब लोकसभा में चुनावी सुधारों पर चर्चा चल रही थी। लोकसभा में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि विपक्ष विशेष गहन संशोधन विधेयक (एसआईआर) को लेकर चिंतित है क्योंकि इससे उनके लिए वोट देने वाले अवैध प्रवासियों के नाम हटा दिए जाएंगे। हालांकि, तनाव तब बढ़ गया जब गांधी ने शाह को बीच में रोककर कथित "वोट चोरी" के अपने पसंदीदा मुद्दे पर उनसे बहस करने की चुनौती दी।
- गांधी ने कहा कि मैं आपको मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बहस करने की चुनौती देता हूं। शाह ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि वह (राहुल गांधी) यह तय नहीं कर सकते कि मैं क्या बोलूंगा, उन्हें धैर्य रखना सीखना होगा। मैं अपने भाषण का क्रम तय करूंगा, मैं तय करूंगा कि क्या बोलना है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गृह मंत्री शाह के चुनावी सुधारों पर दिए जा रहे भाषण में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि चलिए मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बहस करते हैं। अमित शाह जी, मैं आपको तीन विधानसभा सीटों पर बहस करने की चुनौती देता हूँ। गृह मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि संसद आपकी मर्जी के मुताबिक नहीं चलेगी। मैं अपने भाषण का क्रम खुद तय करूँगा।
- चुनाव सुधारों पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा सांसद कंगना रनौत ने ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ईवीएम ‘हैक’ नहीं करते, बल्कि वह लोगों के दिलों को ‘हैक’ करते हैं। वहीं, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति करने वाली चयन समिति से प्रधान न्यायाधीश को बाहर रखने पर बुधवार को सरकार को आड़े हाथ लिया, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली चुनी हुई सरकार पर ‘न्यूक्लियर बटन’ का भरोसा किया जा सकता है, तो इन नियुक्तियों के समय ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता।
- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि देश में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों पर रेल यातायात रोके बिनापुनर्निर्माण का बहुत जटिल काम किया जा रहा है और 1300 चिह्नित स्टेशनों में से 160 पर यह काम पूरा हो गया है।
- संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि भारतीय डाक को अधिक डिजिटल अनुकूल बनाने और बेहतर सेवा वितरण के लिए सरकार इसकी व्यावसायिक प्रक्रिया में सुधार लाने को लेकर काम कर रही है।
- तृणमूल कांग्रेस सांसद शताब्दी रॉय ने एसआईआर को सत्ता पक्ष के कुछ लोगों द्वारा ‘सर’ कहे जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बुधवार को तंज कसते हुए कहा कि ‘‘भाजपा ‘सर-सर’ बोल कर जितना भी चीखे ,पश्चिम बंगाल में ‘मैडम’ के सामने कुछ नहीं कर पाएगी।’’ तृणमूल कांग्रेस सदस्य ने अपने वक्तव्य में ‘मैडम’ शब्द का उल्लेख बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संदर्भ में किया। रॉय ने चुनाव सुधार पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग किसी पार्टी के लिए तो नहीं है। निर्वाचन आयोग किसी का बंधुआ मजदूर तो नहीं है। निर्वाचन आयोग किसी पार्टी को हराने-जिताने के लिए तो नहीं है। फिर आयोग के ऊपर इतने दाग क्यों लग रहे हैं? क्यों निर्वाचन आयोग पर सवाल उठ रहे हैं।’’
राज्यसभा की कार्यवाही
- मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या को अब भीन समझ पाने और इसे सामाजिक धब्बा मानने की प्रवृत्ति के चलते इस समस्या को जाहिर करते में हिचकिचाहट होने का दावा करते हुए भारतीय जनता पार्टी की रेखा शर्मा ने कहा कि अगर समय रहते इलाज हो जाए तो मानसिक समस्या से निदान संभव है।
- राज्यसभा सदस्य हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को उच्च सदन में दार्जिलिंग चाय उद्योग की वर्तमान स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि उद्योग कम गुणवत्ता वाले आयात में बढ़ोतरी, जलवायु संबंधी दबाव और बागान की वित्तीय समस्या जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।
- समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने बुधवार को राज्यसभा में मांग की कि देशभर की सड़कों पर एम्बुलेंस की आवाजाही के लिए समर्पित आपातकालीन लेन बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि भारत में जहां किराना सामान 15 मिनट में और पिज़्ज़ा 30 मिनट में घर पहुंच जाता है, वहीं अस्पताल पहुंचने में देरी के कारण मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
इसे भी पढ़ें: Rahul Gandhi की जर्मनी यात्रा संयोग है या कोई प्रयोग? जब जर्मन चांसलर भारत आने वाले हैं तो उससे पहले आखिर राहुल किसलिये Germany जा रहे हैं?
राज्यसभा में बुधवार को विपक्ष ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेताओं को घेरने की कोशिश की जबकि कांग्रेस ने राष्ट्र गीत को देश के कोने-कोने तक फैलाया। वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह 1937 में जिन्नावादी सोच के सामने झुक गई और पूरे गीत को राष्ट्र गीत के रूप में नहीं स्वीकार कर उसके एक हिस्से को ही अपनाया। कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन ने राष्ट्र गीत ‘वंदे मातरम्’ की रचना के 150 साल पूरे होने पर उच्च सदन में हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा पर निशाना साधा।
अन्य न्यूज़












