पाकिस्तान में लापता सरबजीत कौर ने इस्लाम कबूला, निकाहनामा सामने आया

पंजाब के कपूरथला से सिख तीर्थयात्रा पर पाकिस्तान गईं 52 वर्षीय सरबजीत कौर लापता होने के बाद कथित तौर पर इस्लाम कबूल कर चुकी हैं और उन्होंने शेखूपुरा निवासी नासिर हुसैन से निकाह कर लिया है। उनका नया नाम 'नूर' बताया जा रहा है और सोशल मीडिया पर एक निकाहनामा भी सामने आया है। भारतीय अधिकारियों को पाकिस्तानी इमिग्रेशन द्वारा उनके एग्जिट क्लियरेंस न लेने की जानकारी दी गई है, जिसके बाद जांच शुरू हो गई है।
पंजाब के कपूरथला की रहने वाली सरबजीत कौर, जो गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थीं, वहां लापता होने के बाद अब इस्लाम कबूल कर एक पाकिस्तानी व्यक्ति से विवाह कर चुकी हैं। उर्दू में जारी हुआ कथित निकाहनामा भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें कौर का नया नाम “नूर” दर्ज है और उनके पति के रूप में शेखूपुरा निवासी नासिर हुसैन का उल्लेख किया गया है।
बता दें कि 4 नवंबर को भारत से करीब 1,900 से अधिक सिख श्रद्धालु वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान पहुंचे थे। यह धार्मिक यात्रा दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे द्विपक्षीय समझौते के तहत होती है, जिसमें सिख समुदाय अपने ऐतिहासिक और पवित्र स्थलों के दर्शन करने जाता है। गौरतलब है कि यह जत्था 13 नवंबर को भारत लौटा, लेकिन इसी दौरान सरबजीत कौर वापस नहीं आईं और पाकिस्तानी इमिग्रेशन ने भारतीय अधिकारियों को बताया कि वह एग्जिट क्लियरेंस के लिए पहुंची ही नहीं हैं।
पुलिस ने प्रारंभिक रिपोर्ट भारतीय एजेंसियों को सौंप दी है और अब कौर तथा उनके परिवार से जुड़े विवरण जुटाने की प्रक्रिया जारी है। गांव से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरबजीत कौर की उम्र 52 वर्ष है और वह तलाकशुदा हैं। उनके दो बेटे हैं और पूर्व पति कर्नैल सिंह पिछले लगभग 30 वर्षों से इंग्लैंड में रहते हैं। उनके पासपोर्ट पर पिता का नाम दर्ज है, न कि पूर्व पति का, क्योंकि दस्तावेज़ पंजाब के मुक्तसर जिले से जारी हुआ था।
जत्थे का नेतृत्व अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज्ज के हाथ में था और तीर्थयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने ननकाना साहिब स्थित गुरुद्वारा जन्म स्थान, करतारपुर के श्री दरबार साहिब और पंजाब प्रांत के कई अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन किए हैं।
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