रुद्रप्रयाग में भारी बर्फबारी में फंसे एक श्रद्धालू के लिए देवदूत बनी SDRF की टीम, सफलतापूर्वक किया रेस्क्यू

rudraprayag snowfall
ANI Video Screenshot
रितिका कमठान । May 27 2023 1:03PM

ये श्रद्धालु श्रीकेदारनाथ के मेरु सुमेरु पर्वत पर फंसा था। इस एक अकेले श्रद्धालु को सकुशल पर्वत से निकालने के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स यानी एसडीआरएफ की टीम के जवानों ने तत्काल कार्य शुरु किया। एसडीआरएफ की टीम के जवान इस श्रद्धालु के लिए देवदूत बनकर पहुंचे और उसकी जान बचाई।

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में लगातार जोरदार बर्फबारी हो रही है। इस बर्फबारी के कारण वहां जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसी बीच सूचना मिली की एक यात्री के फंसने की खबर है। जानकारी के मुताबिक ये श्रद्धालु श्रीकेदारनाथ के मेरु सुमेरु पर्वत पर फंसा था। इस एक अकेले श्रद्धालु को सकुशल पर्वत से निकालने के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स यानी एसडीआरएफ की टीम के जवानों ने तत्काल कार्य शुरु किया।

एसडीआरएफ की टीम के जवान इस श्रद्धालु के लिए देवदूत बनकर पहुंचे और उसकी जान बचाई। इस संबंध में एसडीआरएफ की टीम ने जानकारी दी कि 26 मई 2023 को जिला नियंत्रण कक्ष, रुद्रप्रयाग के एसडीआरएफ को सूचना मिली थी कि श्रीकेदारनाथ से भैरव मंदिर की तरफ 03 से 04 किमी आगे मेरु सुमेरु पर्वत के पास एक श्रद्धालु मौसम खराब होने के कारण फंस गया है।

इस दौरान यहां काफी बर्फबारी हुई। इस बर्फबारी में ही एक श्रद्धालु फंस गया। इस श्रद्धालु को सकुशल बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम को अधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंचन के निर्देश दिए। इसके बाद श्रद्धालु को एसडीआरएफ की टीम ने सफलतापूर्वक रेस्क्यु कर बाहर निकाला। 

बता दें कि एसडीआरएफ के जवानों ने बेहद विकट विकट परिस्थितियों, दुर्गम मार्ग व भारी बर्फबारी के बीच अदम्स साहस का परिचय दिया है। एसडीआरएफ की टीम 4 किलोमीटर तक पैदलबर्फ पर चलते हुए बर्फ में फंसे श्रद्धालु तक पहुंची। इसके बाद टीम ने वैकल्पिक संसाधनों का उपयोग करते हुए पूरी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए श्रद्धालु को सकुशल बाहर निकाला। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दिखता है कि जवान सकुशल श्रद्धालु को बर्फ से बाहर निकालते हुए दिखते है।

इस घटना में युवक की जान बचाने के लिए एसडीआरएफ के जवानों ने संवेदनशीलता के साथ अत्यंत दक्षता से कार्य किया। इसके बाद युवक को सुरक्षित केदारनाथ लाया गया। युवक की हालत को देखते हुए उसे उपचार के लिए विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। माना जा रहा है कि क्षणभर की देरी भी प्राण घातक सिद्ध हो सकती थी क्योंकि मैदानी इलाके से आकर उच्च तुंगता क्षेत्र में मार्ग से भटक कर अकेले इतने विषम मौसम में जीवित रहना अत्यंत दुष्कर था।श्रद्धालु द्वारा इतने विकट समय में उनकी सहायता करने के लिए SDRF का आभार व्यक्त किया गया।

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