धर्मनिरपेक्षता, सौहार्दता और सहिष्णुता भारत के DNA में है: नकवी
धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक-सांप्रदायिक सौहार्दता और सहिष्णुता भारत के डीएनए में है। यह बात केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कही जिन्हें शनिवार को एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ने ‘शांति दूत’ के तौर पर सम्मानित किया।
नयी दिल्ली। धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक-सांप्रदायिक सौहार्दता और सहिष्णुता भारत के डीएनए में है। यह बात केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कही जिन्हें शनिवार को एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ने ‘शांति दूत’ के तौर पर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में आध्यात्मिक मूल्यों का केंद्र है और इसलिए यह दुनिया में सबसे बड़ा धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र है। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री को यहां एक कार्यक्रम में यूनिवर्सल पीस फेडरेशन (यूपीएफ) द्वारा शांति दूत के तौर पर सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि समृद्धि का पासवर्ड शांति है और इसलिए शांति के बगैर दुनिया की समृद्धि संभव नहीं है। समाज और दुनिया में सौहार्दता और शांति को बढ़ावा देने तथा विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सहयोग बढ़ाने में योगदान के लिए नकवी को सम्मानित किया गया।
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