शिवसेना कर रही है वेलिंगकर के संगठन से समझौता करने पर विचार

पणजी। आरएसएस के बागी नेता सुभाष वेलिंगकर द्वारा शुरू की गयी पार्टी के साथ मिलकर अगले साल गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देते हुए शिवसेना की राज्य इकाई ने कहा कि क्षेत्रीय भाषा के लिए अभियान छेड़ चुके वेलिंगकर चुनावों में गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी दलों की अगुवाई करेंगे। गोवा शिवसेना प्रमुख सुदीप तमनकर ने वेलिंगकर की तुलना भगवान कृष्ण से करते हुए यहां कहा, ‘‘आगामी राज्य विधानसभा चुनाव की लड़ाई महाभारत में अंतिम युद्ध के समान है। भाजपा ‘कौरव’ है और जो अन्य उनके खिलाफ हैं वे ‘पांडव’ हैं। वेलिंगकर भगवान कृष्ण के समान हैं जो गैर भाजपा, गैर कांग्रेस दलों का सफलतापूर्वक मार्गदर्शन करेंगे।’’ शिवसेना ने वेलिंगकर द्वारा शुरू किये गये गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) पार्टी के समक्ष औपचारिक तौर पर सीटों के बंटवारे का आज प्रस्ताव रखा। लक्ष्मीकांत पारसेकर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर लगातार प्रहार करने के चलते वेलिंगकर को आरएसएस के राज्य प्रमुख के पद से हटा दिया गया था। तमनकर ने कहा कि राज्य चुनाव के लिए पहले से ही पार्टियों में तलवारें खिंच गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी भाजपा के साथ हैं, वे निश्चित रूप से हारने जा रहे हैं। भाजपा के साथ चुनाव लड़ रही महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) को भी हार का मुंह देखना होगा।’’ एमजीपी नेता सुदीन धावलिकर के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तमनकर ने कहा कि भाजपा के साथ रिश्ते तोड़ने के बाद ही उन्हें दूसरों के खिलाफ ऐसा कहना चाहिए।धावलिकर ने कहा था कि शिवसेना का गोवा में कोई आधार नहीं है।
तमनकर ने कहा, ‘‘2012 के चुनाव से पहले धावलिकर का कांग्रेस के साथ गठबंधन था। इस वक्त वह भाजपा के साथ हैं। धावलिकर की कोई विचारधारा नहीं है। वे बस सत्ता के भूखे हैं और उनकी यह गलत धारणा है कि एमजीपी का जनाधार है।’’ तमनकर ने कहा, ‘‘अगर वास्तव में उनका जनाधार है तो आगामी चुनाव में उन्हें अकेले ही चुनाव लड़ना चाहिए और अपनी ताकत प्रदर्शित करनी चाहिए। आखिर वे भाजपा की बैसाखी पर क्यों निर्भर हैं?’’ वेलिंगकर ने रविवार को गोवा में एक नई पार्टी जीएसएम की घोषणा की थी और आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने का संकल्प लिया था। आरएसएस ने 21 अगस्त को वेलिंगकर को गोवा विभाग संघ चालक पद से ‘‘मुक्त’’ कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने इसके समानांतर आरएसएस गोवा प्रांत नामक संगठन का गठन किया था। भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है और मातृ शिक्षा का माध्यम बनाने तथा अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को दी जाने वाली सहायता को वापस लेने की मांग कर रहा है।
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