स्माइल मैन सर्वेश अस्थाना ने काव्य पाठ के जरिये भाषा के इस महान दिवस पर कार्यक्रम को किया सुशोभित

Sarvesh Asthana
अभिनय आकाश । Sep 14 2021 11:22AM

हास्य कवि सर्वेश ने काव्य पाठ के जरिये अपनी प्रस्तुती दी। उन्होंने जब 'विभाग ने पुल पर इल्जाम लगाया कि सारा सीमेंट और लोहा इसी पुल ने खाया है, पुल बहुत गिड़गिड़ाया कि उसके हिस्से में तो बहुत कम ही आया, पुल अपने ऊपर लगाया ये इल्जाम सहन कर गया', और 'सवेरे ही नदी में कूदकर मर गया।'

14 सितबंर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है और हिंदी दिवस के अवसर पर प्रभासाक्षी.कॉम की तरफ से वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें विद्वान जनों ने हिंदी भाषा को लेकर अपने-अपने वकतव्य दिए। इसी क्रम में संपादक नीरज कुमार दुबे के द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद हास्य कवि स्माइल मैन सर्वेश अस्थाना ने अपने काव्य पाठ से भाषा के इस महान दिवस पर इस कार्यक्रम को सुशोभित किया। 

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हास्य कवि सर्वेश ने काव्य पाठ के जरिये अपनी प्रस्तुती दी। उन्होंने जब 'विभाग ने पुल पर इल्जाम लगाया कि सारा सीमेंट और लोहा इसी पुल ने खाया है, पुल बहुत गिड़गिड़ाया कि उसके हिस्से में तो बहुत कम ही आया, पुल अपने ऊपर लगाया ये इल्जाम सहन कर गया', और 'सवेरे ही नदी में कूदकर मर गया।' 

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