कभी-कभी मन करता है कि... युवा पत्रकारों के लिए ये क्या बोल गए रेवंत रेड्डी, BJP ने साधा निशाना

Revanth Reddy
ANI
अंकित सिंह । Aug 1 2025 7:55PM

एक कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि विश्लेषण करने के लिए, वे (पत्रकार) अपने स्वास्थ्य और परिवार को दांव पर लगा देते हैं। लोगों की समस्याओं को समझने के लिए, वे कई दिनों तक दूर-दराज के इलाकों में जाते हैं और अपने निष्कर्षों को प्रकाशित करने के लिए जनता के बीच रहते हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने युवा पत्रकारों पर अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने उन पर अपने वरिष्ठ समकक्षों के प्रति बुनियादी सम्मान की कमी का आरोप लगाया है। समाज में मीडिया की भूमिका के बारे में बोलते हुए, रेड्डी ने कहा, "विश्लेषण करने के लिए, वे (पत्रकार) अपने स्वास्थ्य और परिवार को दांव पर लगाते हैं। लोगों की समस्याओं को समझने के लिए, वे कई दिनों तक दूर-दराज के इलाकों में जाते हैं और अपने निष्कर्षों को प्रकाशित करने के लिए जनता के बीच रहते हैं।"

एक कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि विश्लेषण करने के लिए, वे (पत्रकार) अपने स्वास्थ्य और परिवार को दांव पर लगा देते हैं। लोगों की समस्याओं को समझने के लिए, वे कई दिनों तक दूर-दराज के इलाकों में जाते हैं और अपने निष्कर्षों को प्रकाशित करने के लिए जनता के बीच रहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब, युवा पत्रकारों को उन वरिष्ठ पत्रकारों के बारे में पता भी नहीं है। उनमें इतनी भी समझदारी नहीं है कि जब वे वरिष्ठ पत्रकार आते हैं तो खड़े हो जाएँ। और जब हम प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं तो वे (युवा पत्रकार) आगे की पंक्तियों में बैठते हैं और मुझे ऐसे देखते हैं जैसे मैं उनका अभिवादन नहीं कर रहा हूँ और अपना सिर झुका रहा हूँ। कभी-कभी मेरा मन करता है कि उन्हें थप्पड़ मार दूँ। लेकिन हालात और स्थिति बीच में आ जाती है।

अपने बयान के बाद रेवंत रेड्डी विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि पहले तो राहुल गांधी कहते हैं कि वह चुनाव आयोग को परमाणु बम से उड़ा देंगे, तो रेवंत रेड्डी, मैं क्यों पीछे रहूँ? एक ने संवैधानिक संस्था का अपमान किया है, और दूसरा व्यक्ति लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान कर रहा है। पहले भी वह ऐसे बयान दे चुके हैं। 4-5 दिन पहले उन्होंने कहा था कि जो लोग इंदिरा गांधी के बारे में नहीं जानते, वह उन्हें पीटेंगे। आपातकाल का डीएनए केवल राहुल गांधी में नहीं है; यह उनकी पूरी पार्टी में है। यह उनके राजनीतिक चरित्र का हिस्सा है।

बीआरएस नेता दासोजू श्रवण कुमार ने कहा कि रेवंत रेड्डी जो मन में आ रहा है, वही बोल रहे हैं। बीआरएस पार्टी उनकी निंदा करती है। वह खुद सोशल मीडिया की उपज हैं। वह न तो लोकसेवक हैं और न ही उन्होंने जमीनी स्तर पर कुछ किया है। वह पीसीसी अध्यक्ष कैसे बन गए?...आपके ये बयान सुनकर आपके समर्थक क्या सोचेंगे?...अगर पत्रकारों पर हमला होता है, तो ज़िम्मेदारी कौन लेगा?...हम राहुल गांधी से अनुरोध करते हैं कि वे हस्तक्षेप करें। हम ऐसे व्यक्ति को अपना मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते।

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