करुणानिधि का 94 वर्ष की उम्र में निधन, तमिलनाडु में सात दिन का शोक घोषित

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[email protected] । Aug 7 2018 9:02PM

शहर के एक अस्पताल में पिछले दस दिन से भर्ती द्रमुक अध्यक्ष एम. करूणानिधि का आज निधन हो गया है। कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और उनके महत्वपूर्ण अंगों की कार्यक्षमता को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा था।

चेन्नई/नयी दिल्ली। द्रमुक अध्यक्ष और आधुनिक समय में द्रविड़ राजनीति के मुखर नेता एम. करुणानिधि का लंबी बीमारी के बाद आज शाम शहर के कावेरी अस्पताल में निधन हो गया। पिछले 11 दिन से अस्पताल मे भर्ती 94 वर्षीय नेता ने शाम छह बजकर दस मिनट पर अंतिम सांस ली। तमिलनाडु के मुख्य सचिव ने कहा कि करुणानिधि के निधन के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार सात दिन का राजकीय शोक रखेगी और इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। तमिलनाडु की राजनीति के करिश्माई व्यक्तित्व वाले नेता का राजनीतिक जीवन करीब सात दशक लंबा रहा। उनके परिवार में दो पत्नियां और छह बच्चे हैं। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम. के. स्टालिन उनके पुत्र और राज्यसभा सदस्य कनिमोई उनकी पुत्री हैं।

अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर अरविन्दन सेल्वाराज की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘हमें बड़े दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि हमारे प्रिय कलैनार एम. करुणानिधि का सात अगस्त, 2018 को शाम छह बजकर दस मिनट पर निधन हो गया। डॉक्टरों और नर्सों की हमारी टीम के सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।’’ विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘हम भारत के कद्दावर नेताओं में से एक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और परिवार के सदस्यों तथा दुनिया भर में बसे तमिलवासियों का दुख साझा करते हैं।’’ तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं ने शोक जताया है।कोविंद ने ट्वीट किया है, ‘‘श्री एम करुणानिधि के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। "कलैनार" के नाम से लोकप्रिय वह एक सुदृढ़ विरासत छोड़ कर जा रहे हैं जिसकी बराबरी सार्वजनिक जीवन में कम मिलती है। उनके परिवार के प्रति और लाखों चाहने वालों के प्रति मैं अपनी शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ।’’

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताते हुए लिखा है कि करूणानिधि ना सिर्फ क्षेत्रीय आकांक्षाओं बल्कि राष्ट्र की प्रगति के लिए भी हमेशा खड़े रहे।मोदी ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर कई ट्वीट कर अपना शोक जताया। उन्होंने प्रत्येक ट्वीट के साथ करूणानिधि और अपनी तस्वीरें भी साझा की।प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है, ‘‘कलैनार करूणानिधि के निधन से बहुत शोकाकुल हूं। वह भारत के वरिष्ठतम नेताओं में से एक थे। कलैनार करूणानिधि क्षेत्रीय आकांक्षाओं सहित देश की प्रगति के लिए भी खड़े रहे। वह हमेशा तमिलों के कल्याण के प्रति समर्पित रहे और सुनिश्वित किया कि तमिलनाडु की आवाज प्रभावकारी तरीके से सुनी जाये।’’?

मोदी ने कहा, वह लोकतांत्रिक विचारों के प्रति समर्पित थे और आपातकाल के खिलाफ उनके कड़े विरोध को हमेशा याद रखा जाएगा। मोदी ने कहा, ‘‘हमने जमीन से जुड़े एक ऐसे जननेता, राजनीतिक विचारक, अनुभवी लेखक और राजनेता को खोया है जिनका जीवन गरीबों और वंचित तबकों के कल्याण को समर्पित था।’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के सदस्यों और करुणानिधि जी के असंख्य समर्थकों के साथ हैं। भारत और खास तौर से तमिलनाडु के लोग उन्हें बहुत याद करेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’ मोदी कल करूणानिधि को श्रद्धांजलि देने चेन्नई पहुंचेंगे। इससे पहले कावेरी अस्पताल में शाम को एक बुलेटिन जारी कर कहा था कि ‘‘पिछले कुछ घंटों में कलैनार एम करुणानिधि की नाजुक हालत में काफी गिरावट आयी है। अधिकतम चिकित्सीय मदद के बावजूद उनके महत्वपूर्ण अंगों की स्थिति बिगड़ती जा रही है।’’

वैसे तो सैकड़ों की संख्या में द्रमुक समर्थक और कलैनार के प्रशंसक अस्पताल परिसर में पहले से ही मौजूद थे, लेकिन आज शाम साढ़े चार बजे की बुलेटिन में हालत बिगड़ने की सूचना मिलने के बाद उनकी संख्या बहुत तेजी से बढ़ी। अपने नेता के बिगड़ते स्वास्थ्य की खबर सुनकर प्रशंसकों और कार्यकर्ताओं के चेहरे की रंगत उड़ गयी। कुछ बेहोश हो गये तो कुछ अपनी छाती पीटने लगे।लेकिन ईश्वर ने उनकी प्रार्थनाएं नहीं सुनी और शाम छह बजकर दस मिनट पर करुणानिधि ने अंतिम सांस ली।अस्पताल की ओर से निधन की घोषणा के बाद वहां शमशान सा सन्नाटा पसर गया। भीड़ में से कुछ लोगों ने अपने मोबाइल फोन का टॉर्च जलाकर कलैनार को श्रद्धांजलि दी। द्रमुक प्रमुख के निधन की सूचना फैलते ही दुकानें बंद हो गयीं और सड़के खाली हो गयीं।अधिकारियों ने बताया कि ऐहतियात के तौर पर सबको सचेत कर दिया गया है और कानून-व्यवस्था संबंधी किसी भी परेशानी से निपटने के लिए पूरी तैयारी है।

करुणानिधि का लंबी बीमारी के बाद आज शाम शहर के एक अस्पताल में निधन हो गया। कावेरी अस्पताल में भर्ती 94 वर्षीय नेता ने शाम छह बजकर दस मिनट पर अंतिम सांस ली।अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर अरविन्दन सेल्वाराज की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘हमें बड़े दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि हमारे प्रिय कलैनार एम. करुणानिधि का सात अगस्त, 2018 को शाम छह बजकर दस मिनट पर निधन हो गया। डॉक्टरों और नर्सों की हमारी टीम के सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।’’ विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘हम भारत के कद्दावर नेताओं में से एक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और परिवार के सदस्यों तथा दुनिया भर में बसे तमिलवासियों का दुख साझा करते हैं।’’ करुणानिधि का रक्तचाप कम होने के बाद 28 जुलाई को उन्हें गोपालपुरम स्थित आवास से कावेरी अस्पताल भेजा गया था। पहले वह वार्ड में भर्ती थे, बाद में हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था।

वहीं तमिलनाडु सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि के निधन पर आज सात दिन के शोक की घोषणा की। मुख्य सचिव गिरिजा वैद्यनाथन ने बताया कि इस दौरान तिरंगा आधा झुकां रहेगा और सारे सरकारी कार्यक्रम रद्द रहेंगे। उन्होंने एक बयान में कहा कि दिग्गज द्रमुक नेता के निधन के बाद मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने यह आदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने करुणानिधि के अंतिम संस्कार को लेकर कल के लिए छुट्टी घोषित की है। उनका पार्थिव शरीर अति विशिष्ट और आमजनों के अंतिम दर्शन के लिए राजाजी हॉल में रखा जाएगा। मुख्य सचिव ने बताया कि करुणानिधि का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा जाएगा। पलानीस्वामी ने निर्देश दिया है कि राज्य गजट में शोक संदेश प्रकाशित किया जाए।

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