विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार को बड़ा झटका! तेलंगाना में यूपी के आलू पर लगा प्रतिबंध

Telangana ban on UP potatoes likely to affect AIMIM in elections
निधि अविनाश । Jan 3 2022 3:40PM

बता दें कि, किसान मध्य अक्टूबर से नवंबर की शुरुआत तक फसल बोते हैं और आलू की कटाई 20 फरवरी से 10 मार्च के बीच की जाती है, कटाई के समय उपज का केवल एक तिहाई ही बेचा जाता है। बाकी फसल को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

तेलंगाना ने उत्तर प्रदेश से आलू के आयात प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि, हैदराबाद स्थित राजनीतिक दल, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल-मुस्लिमीन और उसके अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की चुनावी उम्मीदों को प्रभावित कर सकता है। आलू की खेती करने वाले किसान ओवैसी से नाराज़ हैं क्योंकि उन्होंने तेलंगाना सरकार के चुनावी राज्य से आलू आयात पर प्रतिबंध का समर्थन किया है। बता दें कि, किसान मध्य अक्टूबर से नवंबर की शुरुआत तक फसल बोते हैं और आलू की कटाई 20 फरवरी से 10 मार्च के बीच की जाती है, कटाई के समय उपज का केवल एक तिहाई ही बेचा जाता है। बाकी फसल को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। किसानों की आलू की बिक्री नवंबर महीने तक चौंका देने वाली होती है।

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तेलंगाना द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए, आलू उत्पादक किसान समिति के सचिव, मोहम्मद आलमगीर ने सवाल किया कि, "औवेसी उस  सरकार का समर्थन करते हुए यहां कैसे प्रचार कर सकते हैं जिसने हमारे आलू के प्रवेश को बैन कर दिया है?" टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना के कृषि मंत्री निरंजन रेड्डी ने पूछा कि, “अब यूपी से आने वाले आलू पिछले साल की उपज हैं, जिन्हें कोल्ड स्टोर में रखा गया है। हमें इसका सेवन क्यों करना चाहिए जब तेलंगाना में उगाए गए ताजे कटे हुए आलू यहां के रायथू बाजार सब्जी मंडियों में आ रहे हैं? ” राज्य सरकार की योजनाओं के हिस्से के रूप में, तेलंगाना का लक्ष्य वर्तमान में संगारेड्डी जिले के जहीराबाद क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए लगभग 3,500-4,000 एकड़ में आलू की खेती करना है। फसल की खेती में विविधीकरण के लिए दक्षिणी राज्य का आह्वान पिछले साल नवंबर के महीने के दौरान धान खरीद के केंद्र के इनकार का परिणाम है। इस बदलाव ने उत्तर प्रदेश के आलू की खेती करने वालों के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।

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