कमलनाथ बताएं, किस अधिकार से छीना गरीबों का हक?- विष्णुदत्त शर्मा

 Vishnudutt Sharma
दिनेश शुक्ल । Oct 24 2020 6:05PM

विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सिर्फ 28 विधानसभाओं में नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की जनता से छीनने का काम किया। हमारे प्रधानमंत्री जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रदेश के 2.45 लाख गरीबों के लिए आवास स्वीकृत किए, ताकि पं. दीनदयाल जी का अंत्योदय का सपना साकार हो सके। लेकिन मैचिंग ग्रांट के पैसे न होने का बहाना करके कमलनाथ ने ये आवास लौटा दिये।

भोपाल। झूठ बोलना कांग्रेस के लोगों की आदत है। इन्होंने कर्जमाफी का झूठ बोला। अब चुनाव आ रहा है, इसलिए ये फिर आएंगे। ये जाति का चक्कर चलाएंगे, झूठ बोलेंगे, भ्रम फैलाएंगे। लेकिन आपको उसमें फंसना नहीं है। अपने क्षेत्र के विकास के लिए, मध्य प्रदेश के विकास के लिए और मध्य प्रदेश को बचाने के लिए आप भारतीय जनता पार्टी को जिताने का संकल्प लें। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को करैरा, सुमावली एवं गोहद की जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही। शर्मा ने कहा कि ये चुनाव सिर्फ 28 विधानसभाओं का चुनाव नहीं है, पूरे प्रदेश की जनता ये चुनाव लड़ रही है, क्योंकि कमलनाथ सरकार ने पूरे प्रदेश के साथ झूठ बोला था, गद्दारी की थी। सभाओं को प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी संबोधित किया।

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प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया, बेरोजगार युवाओं को भत्ता नहीं दिया। हमारी सरकार ने गरीबों के लिए संबल योजना लागू की थी, जिसमें जन्म लेने से लेकर मृत्यु और अंतिम संस्कार तक के लिए अलग-अलग प्रावधान थे। मैं कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूं, संबल योजना बंद क्यों की? जिन बेटियों को लोग अभिशाप मानते थे, उनके लिए हमारी सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की। मैं पूछना चाहता हूं कमलनाथ जी से कि बेटियों ने आपका क्या बिगाड़ा था। हमारी सरकार कन्यादान योजना में 25 हजार रुपये देती थी, लेकिन उद्योगपति मुख्यमंत्री ने 51 हजार देने की घोषणा कर दी। लेकिन किसी बेटी को यह राशि नहीं मिली। गरीब बहनों को प्रसव के बाद मजदूरी करने न जाना पड़े, इसके लिए हमारी सरकार उन्हें प्रसव से पहले 4 हजार और बाद में 12 हजार रुपये देती थी, लेकिन वो भी कमलनाथ ने बंद कर दिया। इन्होंने तो बुजुर्गों से तीर्थों के दर्शन का सपना भी छीन लिया। मैं पूछना चाहता हूं कि कमलनाथ आपको गरीब जनता का हक छीनने का क्या अधिकार था?

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प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने कर्जमाफी का झूठा वादा किया। इन्होंने 10 दिनों में कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन किसी किसान का कर्ज माफ नहीं किया। ये कहते हैं हमने 26 लाख किसानों का कर्जमाफ किया, लेकिन ये सूची भी फर्जी है। इसमें कई किसान ऐसे शामिल हैं, जिन्होंने खुद अपना कर्ज चुकाया है। महू के ऐसे तीन किसान मुझसे मिले थे, जिन्होंने अपना कर्ज स्वयं चुकाया और कमलनाथ सरकार ने उनका नाम कर्जमाफी वाले किसानों की सूची में जोड़ दिया।

विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सिर्फ 28 विधानसभाओं में नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की जनता से छीनने का काम किया। हमारे प्रधानमंत्री जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रदेश के 2.45 लाख गरीबों के लिए आवास स्वीकृत किए, ताकि पं. दीनदयाल जी का अंत्योदय का सपना साकार हो सके। लेकिन मैचिंग ग्रांट के पैसे न होने का बहाना करके कमलनाथ ने ये आवास लौटा दिये। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ वल्लभ भवन में बैठकर बैठके करते रहे, जनता के बीच नहीं गए, क्योंकि उन्हें जनता ने मुख्यमंत्री नहीं चुना था, वो जननेता नहीं है। 2018 के चुनाव में हमारी कुछ सीटें कम रहीं और गांधी परिवार की मेहरबानी से कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए। ऐसा मुख्यमंत्री गरीब जनता का दर्द समझ सकता है क्या?

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शर्मा ने कहा भारतीय जनता पार्टी माता-बहनों का सम्मान करती है। नवरात्रि चल रही है और पूरा देश माता की आराधना कर रहा है। लेकिन इस पर्व में भी कमलनाथ ने एक दलित की बेटी का अपमान किया। इससे पहले कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने भी मीनाक्षी नटराजन के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति का अपमान कांग्रेस की संस्कृति है। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ ने अपनी इस टिप्पणी से यह बता दिया है कि उनके मन में महिलाओं प्रति कितना सम्मान है, लेकिन नारी शक्ति के इस अपमान के लिए कमलनाथ को माफी मांगनी पड़ेगी।

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