मुंबई में बारिश के साथ बढ़ा बीमारियों का खतरा! जनवरी से अगस्त तक मलेरिया, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ी

Mumbai
ANI
रेनू तिवारी । Aug 19 2025 9:16AM

मुंबई में जनवरी-अगस्त 2025 के बीच मलेरिया, चिकनगुनिया और हेपेटाइटिस के मामलों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है। नगर निकाय ने सोमवार को यह जानकारी दी।

बारिश कई लोगों के लिए वरदान है तो कई लोगों की जिंदगियों में इससे तबाही आ जाती है। मुंबई में भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, गोरेगांव, लोखंडवाला, अंधेरी में वीरा देसाई रोड पर मृणालताई गोरे फ्लाईओवर के नीचे के इलाकों और माटुंगा, चेंबूर, खार, दादर पूर्व और कुर्ला के कई हिस्सों में पानी भर गया। बारिश के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है और ये मच्छर कई तरह की बीमारियों को भी जन्म देते हैं।

मुंबई में जनवरी-अगस्त 2025 के बीच मलेरिया, चिकनगुनिया और हेपेटाइटिस के मामलों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है। नगर निकाय ने सोमवार को यह जानकारी दी। बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने ‘मानसून-संबंधी बीमारियों’ पर अपनी रिपोर्ट में कहा कि हालांकि समीक्षाधीन अवधि के दौरान डेंगू, लेप्टोस्पायरोसिस (एक जीवाणु संक्रमण जो लेप्टोस्पाइरा नामक बैक्टीरिया के कारण होता है) और गैस्ट्रोएंटेराइटिस (पेट का फ्लू) के मामलों में गिरावट देखी गई।

मुंबई में जनवरी-अगस्त (14 अगस्त तक) के दौरान मलेरिया के 4,825 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 4,021 मामलों से अधिक है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कैलेंडर वर्ष के पहले आठ महीनों में चिकनगुनिया के 328 मामले (पिछले वर्ष 210) और हेपेटाइटिस के 703 मामले (662) दर्ज किए गए।

इसे भी पढ़ें: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया 'तन समर्पित, मन समर्पित' पुस्तक का भव्य लोकार्पण

नगर निकाय ने बताया कि शहर में 2025 के पहले आठ महीनों (14 अगस्त तक) के दौरान डेंगू के 1,564 मामले दर्ज किए गए जो पिछले साल इसी अवधि में दर्ज किए गए 1,979 मामलों से कम है। इसके अलावा, इसी अवधि में लेप्टोस्पायरोसिस के 316 मामले (पिछले साल 553) और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 5,510 मामले (6,133) दर्ज किए गए, जो गिरावट का संकेत है।

इसे भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी ने 7 LKM आवास पर शुभांशु शुक्ला से की मुलाकात, सामने आया VIDEO

आपकों बता दें कि देश भर में मानसून का कहर जारी है, और सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है। मुंबई में सिर्फ़ आठ घंटों में 177 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे सड़कें जलमग्न हो गईं और तालाबों में तब्दील हो गईं। यातायात की गति धीमी हो गई है, जिससे कई लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर हैं। लगातार हो रही बारिश ने हवाई और रेल सेवाओं को भी बाधित कर दिया है, कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और कम दृश्यता के कारण लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं। तत्काल राहत की कोई उम्मीद न होने के कारण, आईएमडी ने मुंबई, ठाणे, पालघर और नवी मुंबई में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने शहर और उसके उपनगरों के सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने की भी घोषणा की है। 

All the updates here:

अन्य न्यूज़