सांसदों के लिए चलायी गयी विशेष बस में चढ़े गिने-चुने सवार

दिल्ली सरकार द्वारा सांसदों को संसद तक लाने ले जाने के लिए शुरू की गयी डीटीसी की विशेष बस सेवा का आज गिने-चुने यात्रियों ने ही लाभ उठाया।

दिल्ली सरकार द्वारा सांसदों को संसद तक लाने ले जाने के लिए शुरू की गयी डीटीसी की विशेष बस सेवा का आज गिने-चुने यात्रियों ने ही लाभ उठाया। संसद के सत्र को देखते हुये दिल्ली सरकार ने कल सांसदों को लाने ले जाने के लिए छह वातानुकूलित विशेष बसें चलाने की घोषणा की थी और उनसे सम-विषम योजना का पालन करने की अपील की। ‘एमपी स्पेशल’ बसें सुबह नौ बजे से 11 बजे तक और शाम साढ़े पांच बजे से आठ बजे तक चलेंगी।

सुबह में, भाजपा सांसद रंजन भट्ट और हरि ओम सिंह राठौड़ ने संसद तक जाने के लिए ‘एमपी स्पेशल बस सर्विस’ का लाभ उठाया। हालांकि, भाजपा सांसद परेश रावल अपने सम नंबर वाली कार से सदन पहुंचे और सम-विषम नियम का उल्लंघन कर दिया। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से माफी मांगी। रावल ने ट्वीट किया, ‘‘सम नंबर की कार से संसद जाना एक गंभीर गलती है.. अरविंद जी और दिल्लीवासी माफ करें..।’’ बाद में भाजपा सांसद ने चालान की एक कॉपी को ट्वीट किया और कहा कि सम-विषम नियम का उल्लंघन करने पर उन्होंने जुर्माना भरा। सरकार के मुताबिक, संसद परिसर में बस सेवा का लाभ लेने के लिए सांसदों की मदद के लिए एक सहायता डेस्क भी बनाया गया है।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि सांसदों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये, कुछ सुरक्षा जवानों को भी इन बसों में तैनात किया गया है। 15 अप्रैल से शुरू हुयी सम-विषम योजना का दूसरा चरण 30 अप्रैल तक चलेगी जिसमें संसद सदस्यों को छूट नहीं दी गयी है। कारों की संख्या कम करने की इस योजना संबंधी नियम का उल्लंघन करने पर 2,000 रूपये का जुर्माना लगाया जाता है। इस योजना के तहत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उप राष्ट्रपति, केन्द्रीय मंत्रियों, भारत के मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों, महिलाओं सहित अन्य लोगों को छूट दी गयी है।

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