चुनाव से पहले तैयार हुई टीएमसी के बयानों की पिच, भाजपा के नेताओं पर लगाया बड़ा आरोप

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तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को दावा किया कि भाजपा पार्टी के नेताओं और खास तौर पर एक युवा सांसद पर व्यक्तिगत हमले और चरित्र हनन में लगी है क्योंकि केंद्र की जन विरोधी नीतियों के कारण उसके पास दिखाने के लिये कुछ भी नहीं है।

कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को दावा किया कि भाजपा पार्टी के नेताओं और खास तौर पर एक युवा सांसद पर व्यक्तिगत हमले और चरित्र हनन में लगी है क्योंकि केंद्र की जन विरोधी नीतियों के कारण उसके पास दिखाने के लिये कुछ भी नहीं है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टीएमसी राजनीति में व्यक्तिगत हमलों के पक्ष में नहीं है।

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उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि राज्य में विकास के काम पर चर्चा होनी चाहिए। भाजपा के पास क्योंकि इस बारे में बात करने के लिये कुछ है नहीं इसलिये वह नकारात्मक बयानों, अशांति पैदा करने और सबसे निंदनीय व्यक्तिगत हमलों तथा चरित्र हनन में लगी है।” घोष ने कहा कि किसी के खिलाफ व्यक्तिगत हमले नहीं होने चाहिए क्योंकि इसके दूसरे परिणाम हो सकते हैं।

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उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को टीएमसी के युवा नेता और दो बार के सांसद पर व्यक्तिगत हमला किया। विजयवर्गीय ने एक रैली में कहा था, “टीएमसी में अब कोई स्वाभिमानी व्यक्ति नहीं रह सकता, क्योंकि उसकी कमान अब भाइपो (भतीजे) के हाथों में चली गई है।” टीएमसी प्रवक्ता ने दावा किया कि भाजपा युवा नेता पर हमला कर रही है क्योंकि वह उनसे डर रही है।

घोष ने टीएमसी के युवा नेता का नाम लिये बगैर कहा, “कैलाश विजयवर्गीय भाइपो (भतीजे) के बारे में बात कर रहे थे। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि ऐसे संबोधनों का इस्तेमाल करने के बजाए वह उस व्यक्ति का नाम लें। या तो आप उस व्यक्ति का नाम लीजिए या झूठ फैलाना बंद कीजिए।” भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, राज्य में हर कोई जानता है कि भाइपो कौन है। हम उचित समय पर नाम लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा डरी हुई होती तो 2019 लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में 18 सीटें न जीत पाती।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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