कर्नाटक परिवहन निगम के कर्मचारियों की हड़ताल का तीसरा दिन, यात्रियों को हुई दिक्कत

Karnataka Transport Corporation

परिवहन कर्मचारियों के ड्यूटी पर नहीं आने तथा राज्य के महत्वपूर्ण बस टर्मिनलों एवं तालुका मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने के कारण बीएमटीसी और राज्य परिवहन निगम की कम बसें ही चल रही हैं।

बेंगलुरु। कर्नाटक परिवहन निगम के कर्मचारी शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे जिसके कारण राज्यभर में यात्री जगह-जगह फंसे रहे। बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम, कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम, उत्तर पश्चिम कर्नाटक सड़क परिवहन निगम और उत्तर पूर्वी कर्नाटक सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी बृहस्पतिवार से हड़ताल पर हैं। हड़ताली कर्मचारियों की मांग है कि उनका वेतन राज्य सरकार के कर्मचारियों के बराबर की जाए तथा कोरोना वायरस से मौत होने की स्थिति में उन्हें कोविड-19 योद्धाओं को मिलने वाले मुआवजे के बराबर मुआवजा दिया जाए। परिवहन कर्मचारियों के ड्यूटी पर नहीं आने तथा राज्य के महत्वपूर्ण बस टर्मिनलों एवं तालुका मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने के कारण बीएमटीसी और राज्य परिवहन निगम की कम बसें ही चल रही हैं। href="https://www.prabhasakshi.com/topics/केएसआरटीसी" target="_self">केएसआरटीसी के अधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे तक मेंगलुरु में 87 बसों का संचालन हुआ। शिवमोगा में तीन, देवेनगेरे में दो तथा चित्रदुर्गा में एक बस का संचालन हुआ। अन्य संभागों में, बेंगलुरु समेत कहीं भी कोई बस नहीं चली। बीएमटीसी के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कुल 6,500 से अधिक बसें हैं जिनमें से महज 94 सिटी बसों का संचालन हुआ। बसों पर पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर प्रदर्शन मोटे तौर पर शांतिपूर्ण रहे। बेंगलुरु में पुलिस ने कुछ आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया। केएसआरटीसी तथा बीएमटीसी के अधिकारियों के मुताबिक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण निगमों को बीते तीन दिन में करीब छह करोड़ रूपये का नुकसान उठाना पड़ा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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