कोविड की तीसरी लहर का खतरा बढ़ना तय, 28 प्रतिशत भारतीय यात्रा का बना रहे प्लान

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ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लोकलसर्कल्स ने एक बयान में कहा कि 12 अप्रैल के उसके सर्वेक्षण में कोविड-19 की दूसरी लहर के खतरे के प्रति आगाह करते हुए सरकारों को यात्रा प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया गया था।

मुंबई। देश में 28 प्रतिशत भारतीय इस वर्ष अगस्त-सितंबर के बीच यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, जिससे कोविड-19 की तीसरी लहर का खतरा बढ़ना तय है। एक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लोकलसर्कल्स ने एक बयान में कहा कि 12 अप्रैल के उसके सर्वेक्षण में कोविड-19 की दूसरी लहर के खतरे के प्रति आगाह करते हुए सरकारों को यात्रा प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया गया था। उसने कहा कि कोविड की संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जोखिम का अनुमान लगाने और आने वाले महीनों के लिए लोगों की यात्रा योजनाओं को समझने के लिए उसने एक और सर्वेक्षण किया। इसमें लोगों से उनकी यात्रा का कारण भी पूछा गया।

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इस सर्वेक्षण में 311 जिलों के 18,000 लोगों ने भाग लिया, जिसमें से 68 प्रतिशत पुरुष और शेष महिलाएं शामिल रहीं। लोकलसर्कल्स ने बताया कि 28 प्रतिशत नागरिक अगस्त-सितम्बर के दौरान यात्रा की योजना बना रहे हैं। हालांकि इनमें से केवल पांच प्रतिशत लोगों ने बुकिंग की है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 की दूसरी भीषण लहर के दौरान कई लोगों को गर्मियों के लिए अपनी यात्रा योजना रद्द करनी पड़ी थी, जिसके बाद लोग अब यात्रा की योजना बना रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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