Osama Bin Laden की मेजबानी करने वाले हमें उपदेश न दें, UNSC में एस जयशंकर ने चीन-पाकिस्तान को दिखाया आईना

Jaishankar in UNSC
ANI
अभिनय आकाश । Dec 15 2022 1:22PM

पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए संयुक्त राष्ट्र में जयशंकर ने कहा की साम पार आतंकवाद को जायज ठहराना ठीक नहीं है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान कश्मीर मुद्दा उठाए जाने पर उनकी आलोचना की है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक बड़ा बयान सामने आया है। चीन और पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि कुछ देश गुट बनाकर आतंकियों को बचाते हैं। लादेन की मेजबानी करने वाले हमें उपदेश न दें। एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुश्मनों को दो टूक सुनाई है। जयशंकर ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को जायज ठहराना ठीक नहीं है। जिस देश ने ओसामा बिन लादेन की मेजबानी की हो, जिस देश ने पड़ोसी देश की संसद पर हमला किया हो उस देश के पास उपदेश देने की साख नहीं बची है। 

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पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाते हुए संयुक्त राष्ट्र में जयशंकर ने कहा की साम पार आतंकवाद को जायज ठहराना ठीक नहीं है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान कश्मीर मुद्दा उठाए जाने पर उनकी आलोचना की है। अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा तथा सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा विषय पर बहस की अध्यक्षता करते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता हमारे समय की प्रमुख चुनौतियों के प्रभावी प्रतिक्रिया पर निर्भर है। 

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 जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता हमारे समय की प्रमुख चुनौतियों, फिर चाहे वह महामारी हो, जलवायु परिवर्तन हो, संघर्ष हो या आतंकवाद हो, के खिलाफ प्रभावी प्रतिक्रिया देने पर निर्भर करती है। संशोधित बहुपक्षवाद पर भारत के हस्ताक्षर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जयशंकर ने कहा, ‘‘आज हमारा ध्यान स्पष्ट रूप से बहुपक्षवाद में सुधार की तात्कालिकता पर केंद्रित है। स्वाभाविक रूप से हमारे पास विशेष विचार होंगे, लेकिन कम से कम एक सहमति बन रही है कि इसमें और देरी नहीं की जा सकती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम जब सबसे अच्छे समाधान की खोज करते हैं, तब हमें अपनी बातों से कभी भी इस तरह के खतरों का सामान्यीकरण नहीं करना चाहिए।  

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