रात के रेल सफर को बनाना है आरामदेह तो इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगी कोई परेशानी
अगर आप फ्री टियर कोच में सफर करते हैं तो सबसे ज्यादा समस्या मिडिल बर्थ को लेकर आती है। जिस भी व्यक्ति को मिडिल बर्थ मिली होती है उसे कभी ना कभी समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर लोअर बर्थ पर कोई यात्री बैठा रहता है तो मिडिल बर्थ वाला अपनी सीट को खोल नहीं पाता है।
भारत में एक दिन में लाखों लोग रेल से यात्रा करते हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से डिब्रूगढ़ तक भारत में रेलवे नेटवर्क फैला हुआ है। लोगों को ट्रेन के जरिए दो-तीन दिनों के लगातार यात्रा करनी पड़ती है। हालांकि इन यात्राओं में अक्सर यात्रियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको रेलवे का यह नियम जरूर पता होना चाहिए। अगर आपको यह नियम पता होगा तभी आपकी यात्रा आरामदेह भी होगी, मंगलमय भी होगी और मनोरंजक भी होगी।
मिडिल बर्थ के नियम
अगर आप फ्री टियर कोच में सफर करते हैं तो सबसे ज्यादा समस्या मिडिल बर्थ को लेकर आती है। जिस भी व्यक्ति को मिडिल बर्थ मिली होती है उसे कभी ना कभी समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर लोअर बर्थ पर कोई यात्री बैठा रहता है तो मिडिल बर्थ वाला अपनी सीट को खोल नहीं पाता है। ऐसे ही अगर मिडिल बर्थ वाले को आराम चाहिए होता है तब भी वह अपनी सीट को नहीं खोल पाता है। इसके साथ ही कभी-कभी ऐसा भी होता है कि मिडिल बर्थ वाला यात्री देर रात तक लोअर बर्थ पर बैठा रहता है जिसकी वजह से लोअर बर्थ वाले यात्री को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन रेलवे का एक नियम आपको अगर पता हो तो आप इस समस्या से बच सकते हैं। रात को 10:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक आप मिडिल बर्थ बिना किसी रोक-टोक के खोल सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: जहां हुई थी नेहरू और गांधी की पहली मुलाकात, उसे संवारने की तैयारी कर रहा भारतीय रेलवे, 1916 की आएगी याद
रात में नहीं जलेगी लाइट
सोने के वक्त हर किसी को प्राइवेसी चाहिए। हालांकि रेल यात्रा के दौरान कई बार ऐसा होता है कि आपके ना चाहते हुए भी लाइट जलती रहती है। नियम के मुताबिक नाइट लाइट को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की लाइटों को बंद करना होता है।
तेज आवाज में ना सुने संगीत
रेल यात्रा के दौरान अगर आप तेज आवाज में बज रहे संगीत से परेशान हो रहे हैं तो आप उसे मना कर सकते हैं। रेलवे के नियम के मुताबिक रेल यात्रियों की सहूलियत के लिए तेज आवाज में संगीत सुनना मना है। आपको ईयर फोन लगाकर ही संगीत सुनना होगा।
इसे भी पढ़ें: ब्रह्मपुत्र में 7,000 करोड़ की लागत से पहली बार बनाई जाएंगी अंडर टनल
इस दौरान टिकट चेक नहीं कर सकता टीटी
अक्सर यात्रियों को इस बात की परेशानी रहती है कि उनके सो जाने के बावजूद भी टीटी उन्हें जगह पर टिकट चेक करते हैं। हालांकि रेलवे का नियम कहता है कि रात 10:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक यात्रियों के सोते वक्त टीटी टिकट चेक नहीं कर सकता है। हालांकि यह नियम उन यात्रियों पर लागू नहीं होता है जिनकी यात्रा रात 10:00 बजे के बाद ही शुरू होती है।
अन्य न्यूज़