अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच का संचालन करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार

अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुकेश कक्कड़ और अंकित कुमार के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि गिरोह से जुड़े 700 बैंक खातों में जमा लगभग एक करोड़ रुपये की राशि भी फ्रीज कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले की पुलिस ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच का संचालन करने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुकेश कक्कड़ और अंकित कुमार के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि गिरोह से जुड़े 700 बैंक खातों में जमा लगभग एक करोड़ रुपये की राशि भी फ्रीज कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक (संभल) कृष्ण कुमार बिश्नोई के मुताबिक, मुकेश और अंकित के खिलाफ ‘लुकआउट सर्कुलर’ जारी किया गया था तथा दोनों को बैंकॉक से लौटने के बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया गया।
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, “यह गिरोह बीओबी777 नाम के फ्रैंचाइजी मॉडल के तहत अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच का संचालन कर रहा था, जिसके आउटलेट भारत के कई हिस्सों में मौजूद हैं। दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में जय कक्कड़ और आदित्य गुप्ता नाम के दो व्यक्ति ऐसे ही एक आउटलेट का संचालन कर रहे थे।”
बिश्नोई के अनुसार, “फ्रैंचाइजी का प्रबंधक इंगित कोहली, जो वर्तमान में हरियाणा के पंचकूला में रहता है, लोगों को कर्ज माफ करवाने में मदद का झांसा देकर उनकी बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड जमा करता था। फिर गिरोह के सदस्य उन खातों से जुड़े मोबाइल नंबर को बदल देते थे और उनका इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए करते थे।”
उन्होंने बताया, “आरोपी इन फर्जी खातों से जुटाई गई सट्टेबाजी की रकम अपने खातों में अंतरित करते थे और आपस में पैसे बांट लेते थे।” बिश्नोई ने कहा, “दीपक सिंह नाम का एक आरोपी पता बदलकर आधार कार्ड बनवाने और नये सिम कार्ड हासिल करने में गिरोह की मदद करता था।
पुलिस की नजर से बचने के लिए इन सिम कार्ड को कर्ज माफ करवाने में मदद के झांसे में आए लोगों के बैंक खातों से जोड़ दिया जाता था।” उन्होंने कहा कि मुकेश कक्कड़ धोखाधड़ी से हासिल किए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल करके अवैध सट्टेबाजी मंच से जुड़े खातों की निगरानी करता था और वह कथित तौर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी से होने वाले नकद लेनदेन का भी प्रबंधन करता था। पुलिस ने बताया कि गिरोह से जुड़े नौ लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उसने बताया कि मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और जांच जारी है।
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