उद्धव ठाकरे ने CAA को लेकर BJP पर साधा निशाना, बताया इसे चुनावी हथकंडा

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रितिका कमठान । Mar 13 2024 10:49AM

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने वाले नोटिफिकेशन को चुनावी हथकंडा करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश में नया कानून सीएए लाया गया है। वहीं जो हिंदू, सिख, पारसी और जैन जो देश के बाहर डरे हुए हैं, उन्हें हमारे देश में लाया जाएगा।

नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने वाले नोटिफिकेशन को केंद्र सरकार सोमवार 11 मार्च को जारी कर चुकी है। एक तरफ जहां भाजपा समर्थकों के बीच इस फैसले को लेकर खुशी का माहौल है वहीं दूसरी तरफ विपक्ष लगातार इस मामले में केंद्र सरकार की आलोचना करने में जुटा हुआ है। 

इसी बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने वाले नोटिफिकेशन को चुनावी हथकंडा करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश में नया कानून सीएए लाया गया है। वहीं जो हिंदू, सिख, पारसी और जैन जो देश के बाहर डरे हुए हैं, उन्हें हमारे देश में लाया जाएगा। उन्हें देश में लाना चाहिए मगर अभी जो सरकार नोटिफिकेशन लाई है वो सिर्फ चुनावी हथकंडा है। मैं मुख्यमंत्री था तो दो देश में सीएए और एनआरसी का भूत लाए थे। तब लोगों के मन में डर बैठ गया था। सीएए के खिलाफ भी कोर्ट में कई याचिकाएं है। अबतक कोर्ट का फैसला नहीं आया है मगर सीएए को लेकर केंद्र सरकार नोटिफिकेशन जारी कर चुकी है।

उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि वे धर्मों के बीच भेदभाव पैदा कर झगड़े और दंगे कराना चाहते हैं। आने वाले चुनाव में एक पर एक तरफ बीजेपी है जो धर्मों के बीच नफरत पैदा कर रही है और दूसरी तरफ देशभक्त भारत गठबंधन है। यह चुनाव देशभक्त बनाम नफरत करने वालों के बीच होने जा रहा है। अगर आप विदेशों से हिंदुओं को हमारे यहां लाना चाहते हैं तो पहले कश्मीरी पंडितों को वापस लाओ और फिर सीएए लाओ।

जानें सीएए के बारे में

बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक 11 दिसंबर 2019 को संसद द्वारा पारित किया गया था। एक दिन बाद ही राष्ट्रपति से इसे सहमति मिली थी। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों के लोग सीएए लागू होने के बाद आसानी से देश की नागरिकता हासिल कर सकेंगे। ये नागरिकता उन लोगों को मिलेगी जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आ चुके थे।

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