PM Modi के नेतृत्व में भारत मदद माँगने वाले देशों की बजाय मदद करने वाला देश बना: Anurag Thakur

Anurag Thakur
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अनुराग ठाकुर ने कहा, 'जो भारत पहले आपदाओं के समय दूसरों से मांगता था वह आज दूसरों को देने वाला बन गया है। कोविद महामारी ने पूरे विश्व में कोहराम मचाया तब भारत ने अपने यहां न सिर्फ रिकॉर्ड टाइम में दो स्वदेशी वैक्सीन बनाए बल्कि दूसरे देशों को देते हुए अपने ₹220 करोड लोगों को निशुल्क टीके भी दिए।'

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज गुजरात के जामनगर में पार्टी के चुनावी प्रचार कार्यक्रम में कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी जी ने भारतवर्ष के चारों अमृत स्तंभ यानी युवा, महिलाएं, किसान और गरीब को जो विकास और सम्मान दिया है वो कांग्रेस ने 60 वर्षों में भी नहीं दिया। आज भारत तेजी से गरीबी को मिटाकर आत्मनिर्भर तो बन ही रहा है, इसके साथ ही मोदी जी ने अपने तीसरे कार्यकाल यानी मोदी 3.0 में देश को विकसित राष्ट्र बनाने हेतु अभी से ब्लूप्रिंट पर काम करना चालू कर दिया है। अगले तीन वर्षो में हमारा देश विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।"

अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के 60 वर्षों के कुशासन के बाद मोदी जी के 10 वर्षों का यह सुशासन देश के लिए बेहद जरूरी था। कांग्रेस के भय, भ्रम और भ्रष्टाचार की राजनीति को मोदी जी ने सेवा, सुशासन और जनकल्याण में परिवर्तित कर दिया है। इंडी एलायंस के लोग देश को जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा के नाम पर बांटने वाले और हम जोड़ने वाले हैं।" अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी जी ने सदैव हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर माना है। "हिमाचल प्रदेश का विकास उनकी प्राथमिकताओं में हमेशा शीर्ष पर रहा है इसीलिए एक छोटे पहाड़ी राज्य को पिछले 10 वर्षों में उन्होंने इतना दिया है जिसकी पहले कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। रेल हो, सड़क हो या हवाई साधन तीनों में हिमाचल प्रदेश आज बेहद उन्नत है। जब हिमाचल प्रदेश में आपदा आई तब केंद्र सरकार ने तुरंत कार्य करते हुए 1762 करोड रुपए की मदद, 16 हज़ार से ज़्यादा आवास, 2700 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें और मनरेगा के द्वारा अलग से पैसे दिए।"

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, "जो भारत पहले आपदाओं के समय दूसरों से मांगता था वह आज दूसरों को देने वाला बन गया है। कोविद महामारी ने पूरे विश्व में कोहराम मचाया तब भारत ने अपने यहां न सिर्फ रिकॉर्ड टाइम में दो स्वदेशी वैक्सीन बनाए बल्कि दूसरे देशों को देते हुए अपने ₹220 करोड लोगों को निशुल्क टीके भी दिए। 2014 से पहले देश में स्टार्टअप का नाम भी कोई नहीं जानता था, आज हम विश्व की तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम हब बन चुके हैं। आज विश्व में सबसे ज्यादा, लगभग आधे से भी अधिक डिजिटल ट्रांजैक्शंस कहीं होते हैं तो हमारे भारत में ही होते हैं। कॉविड वैक्सीनेशन का डिजिटल सर्टिफिकेट किसी विकसित राष्ट्र ने नहीं बल्कि भारत ने अपने लोगों को दिया। मोदी जी ने आगे बढ़कर इंटरनेशनल सोलर अलायंस, बायोफ्यूल एलाइंस बनवाया। इससे पता चलता है कि आने वाले वर्षों में भारत ही विश्व का नेतृत्व करेगा। यहां के युवाओं की क्षमता पूरे विश्व का जनकल्याण करेगी। और इसके लिए जो जरूरी इकोसिस्टम तैयार करना है, वह मोदी जी लगातार कर रहे हैं।"

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा अगर आपको पिछले 10 वर्षों में किए गए कार्यों का स्पीड और स्केल मापना है तो ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है। आप यह देखिए कि हमने मात्र 10 वर्षों में 25 करोड लोगों को गरीबी रेखा से बाहर लाया है। 25 करोड़ तो कितने देशों की जनसंख्या भी नहीं है। और हमने उन्हें सिर्फ गरीबी रेखा से बाहर नहीं लाया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए 4 करोड़ पक्के आवास, 12 करोड़ शौचालय, 13 करोड़ घरों में नल से जल, 11 करोड़ बहनों को फ्री गैस कनेक्शन, 60 करोड लोगों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज और 81 करोड लोगों को मुफ्त अनाज दिया है। इसके बाद  स्वनिधि योजना, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, विश्वकर्म योजना, स्किल इंडिया जैसी योजनाओं ने युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर दिया है। मोदी सरकार लगभग 30 वर्षों बाद नई शिक्षा नीति लेकर आई जिससे क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई संभव हो पाई। इसका परिणाम है की आज हमारे क्षेत्रीय युवा ओपिनियन लीडर्स बन पा रहे हैं।"

अनुराग ठाकुर ने आगे बताया, "मोदी जी ने अपने 10 वर्षों में देश की पाई-पाई बचाई और गरीब के कल्याण में लगाई। कांग्रेस के समय कृषि का बजट 27000 करोड रुपए थे हमने इसे बढ़ाकर 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये किया। 2014 से पहले देश में 74 एयरपोर्ट थे, आज 150 के करीब हैं। पहले 90 लाख किलोमीटर के आसपास हाईवे थे आज 1.50 लाख किलोमीटर के आसपास हैं। 2014 से पहले 3 लाख 20 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें थीं आज 6 लाख 95 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़के हैं। 2014 में वंदे भारत जैसी एक भी ट्रेन नहीं थी आज 41 वंदे भारत ट्रेनें देश में चल रही हैं। 2014 में 21000 किलोमीटर इलेक्ट्रीफाइ ट्रेनें थी। आज 41000 किलोमीटर इलेक्ट्रीफाइ ट्रेनें हैं। 2014 में मात्र पांच शहरों में मेट्रो थी आज 20 शहरों में मेट्रो है। 2014 में मात्र 7 एम्स थे आज 22 एम्स हैं। 2014 में 384 मेडिकल कॉलेज थे। आज 700 से ज्यादा हैं। 2014 में देश में 450 यूनिवर्सिटी थे। आज 1100 से ज्यादा है। भारत ने आज तक का दुनिया का सबसे बड़ा 1000 एयरक्राफ्ट का आर्डर दिया। कांग्रेस के समय हमारा रक्षा बजट 3 लाख 70 हजार करोड़ था, आज 6 लाख 8 हजार करोड़ है। आज हमारी सेना के पास राफेल जेट हैं, तेजस विमान बन रहे हैं। आज ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर लेटेस्ट एके 203 हथियार आ गए हैं। कांग्रेस के राज में हमारे सैनिकों के पास बुलेट प्रूफ जैकेट तक नहीं थी, मोदी जी ने आते के साथ पहले ही चार वर्षों में 2 लाख से ज्यादा बुलेट प्रूफ जैकेट सेना को दिए। मोदी जी ने दिल्ली में वॉर मेमोरियल और पुलिस मेमोरियल बनवाया। मोदी जी ने कहा था वन रैंक, वन पेंशन देंगे। आज हमारे सेना के भाइयों को एक लाख करोड़ से ज्यादा की पेंशन दी जा चुकी है।"

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, "मोदी जी के नेतृत्व में आज का नया भारत सनातन और साइंस दोनो को साध कर चल रहा है। जिस सनातन सभ्यता और हिंदू अस्मिता का कांग्रेस ने सदा गला घोटने का प्रयास किया वह आज फिर से अपने परम वैभव को प्राप्त होने को अग्रसर है। अयोध्या जी में 500 वर्षों बाद रामलला की पहली रामनवमी पर स्वयं भगवान सूर्य देव ने उनका तिलक किया। यह दृश्य स्वयं में ऐतिहासिक है और मोदी सरकार में हिंदू जन जागरण की कहानी बयान करने हेतु पर्याप्त है। आज काशी विश्वनाथ धाम, महाकाल लोक, केदारनाथ धाम सहित हमारे सभी धामों का विकास हो रहा है। श्रद्धालु पांच पांच गुना तक बढ़ रहे हैं। युवाओं में सनातन धर्म को लेकर एक नई ऊर्जा संचालित हुई है। यह सब देखकर ह्रदय को बड़ी प्रसन्नता होती है। इसके अलावा हमने जम्मू कश्मीर को धारा 370 की बेड़ियों से आजाद कराया। मुस्लिम माता बहनों को ट्रिपल तलाक से आजादी दिलाई, देश में CAA लागू किया और अब मोदी 3.0 में यूनिफॉर्म सिविल कोड भी लाएंगे क्योंकि हमारे लिए देश हित सर्वोपरि है।"

अनुराग ठाकुर ने कहा, "नए भारत में जहां एक ओर g20 का सफल आयोजन हुआ तो वहीं अब हम ओलंपिक के आयोजन की भी तैयारी करेंगे। पिछले 10 वर्षों में भारत के खिलाड़ियों ने लगभग सभी बड़े खेल प्रतिस्पर्धाओं में ऐतिहासिक उपलब्धियां प्राप्त कर अपनी मेडल टैली को कई गुना तक बढ़ाया है। हमने खेलों के लिए पूरे देश में 360 डिग्री का परिवर्तन लाया है। पूरे देश में 1000 से ज्यादा खेलो इंडिया सेंटर खोले जा रहे हैं, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटीज बन रहीं हैं। खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय ट्रेनिंग और कोच उपलब्ध कराए जा रहे हैं। खेलो इंडिया और खेल महाकुंभ जैसी योजनाएं ग्रामीण पृष्ठभूमि के खिलाड़ियों को तराश रही हैं जो हमारे लिए भविष्य के ओलंपियन होंगे।"

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