संयुक्त किसान मोर्चा का 75 घंटों का धरना शुरू : टिकैत बोले, किसानों के लिए लड़ाई जारी रहेगी

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प्रतिरूप फोटो
ANI

तिकोनिया कांड मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी समेत विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसानों ने बृहस्पतिवार सुबह राजापुर मंडी समिति परिसर में 75 घंटे लंबा धरना शुरू किया। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी इस धरने में शामिल हुए।

लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), 19 अगस्त। तिकोनिया कांड मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी समेत विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसानों ने बृहस्पतिवार सुबह राजापुर मंडी समिति परिसर में 75 घंटे लंबा धरना शुरू किया। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी इस धरने में शामिल हुए। संयुक्त किसान मोर्चा ने ही तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर हुए प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। इसके बाद सरकार को वे तीनों कानून वापस लेने पड़े थे। टिकैत ने धरना-प्रदर्शन के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि किसानों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रहेगी।

तिकोनिया कांड को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने के लिए कानून भी किसानों का एक बड़ा मुद्दा है। भारतीय किसान यूनियन तथा अन्य अनेक कृषक संगठनों के संयुक्त मोर्चे द्वारा राजापुर मंडी समिति परिसर में किए जा रहे किसानों के इस धरने में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के किसान भी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। टिकैत ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पिछली आठ अगस्त को संसद में पेश किए गए बिजली संशोधन विधेयक के जरिए विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने पर तुली है।

उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा इसका पुरजोर विरोध करेंगे क्योंकि इस विधेयक के कानून बन जाने से कृषि क्षेत्र पर बुरा असर पड़ेगा। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष और इस धरने के स्थानीय संयोजक दिलबाग सिंह संधू ने बताया कि राकेश टिकैत, राष्ट्रीय संगठन सचिव भूदेव शर्मा तथा संगठन के अन्य प्रमुख नेता बुधवार को ही धरने के लिए यहां पहुंच गए थे। संयुक्त किसान मोर्चा के अन्य अनेक नेता भी इस 75 घंटे के धरने में शामिल होंगे। इस धरना प्रदर्शन के लिए जिला प्रशासन से इजाजत के सवाल पर संधू ने कहा कि उन्होंने इस बारे में प्रशासन को सूचित कर दिया था।

हालांकि, न तो कोई लिखित अनुमति मांगी गई और ना ही उन्हें मिली। धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों के बैठने के लिए मंडी समिति परिसर में छह शेड लगाए गए हैं। इनमें से एक शेड को मुख्य सभा स्थल में तब्दील किया गया है जबकि किसानों के लिए लंगर का इंतजाम भी किया गया है। पंजाब से आई महिलाएं और पुरुष प्रदर्शनकारियों के लिए भोजन, चाय और पानी का इंतजाम कर रहे हैं।

गौरतलब है कि पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के गांव जा रहे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का किसानों द्वारा विरोध करने के दौरान तिकोनिया गांव में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गए थे। इस मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को बतौर मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार किया गया है। किसानों की मांग है कि इस मामले को लेकर अजय मिश्रा को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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