यूपी चुनाव: कहीं मायावती को भाजपा ने जांच एजेंसियों का डर तो नहीं दिखाया? जानिए यूपी के डिप्टी सीएम ने दिया क्या जवाब

 Mayawati

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बहुत वक्त से किसी चुनावी रैली को संबोधित नहीं किया। इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह भी उन पर हमला कर चुके हैं। राजनीतिक गलियारों में पत्रकार भी मायावती की सक्रियता को लेकर अलग-अलग कयास लगा रहे हैं।

चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। इन चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी चुनावी बिगुल बज चुका है। जहां 10 फरवरी को पहले चरण की मतगणना होगी। इसके बाद 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। चुनावी तारीख आते ही प्रदेश का सियासी पारा और चढ गया है। चुनावी मैदान में बीजेपी को टक्कर देती हुई सपा और कांग्रेस तो दिखाई दे रहे हैं लेकिन इन चुनावों में बीएसपी की सक्रियता को लेकर सवाल सियासी गलियारों में लगातार उठ रहे हैं।

 बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बहुत वक्त से किसी चुनावी रैली को संबोधित नहीं किया। इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह भी उन पर हमला कर चुके हैं। राजनीतिक गलियारों में पत्रकार भी मायावती की सक्रियता को लेकर अलग-अलग कयास लगा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों और विपक्ष में इस बात पर चर्चा जोरों पर है कि मायावती को भाजपा ने जांच एजेंसियों के द्वारा डराया हुआ है। इस आरोप को लेकर एक टीवी इंटरव्यू में  जब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से सवाल किया गया कि मायावती कहां है? कहीं उन्हें भाजपा ने सीबीआई और ईडी का डर दिखाकर घर में तो नहीं बैठा दिया है? डिप्टी सीएम ने इस सवाल का जवाब दिया।

 बीएसपी सुप्रीमो को लेकर पूछे गए सवाल पर केशव प्रसाद मौर्य बोले यह काम कांग्रेस, सपा और बसपा करती थी। ये कार्य उनका था। हम किसी को एजेंसी का डर नहीं दिखाते यह काम हमारा नहीं है। हमारा काम तो जनता की सेवा करना है। प्रधानमंत्री ने सबका साथ सबका विकास का नारा दिया है उसी को लेकर हम काम करते हैं

 केशव प्रसाद मौर्य ने आगे कहा इस संक्रमण काल में प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को एक महामंत्र दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमारा काम केवल चुनाव लड़कर सत्ता मिलने पर सुख भोगना और सत्ता का दुरुपयोग करना नहीं है। बल्कि सियासत को माध्यम बनाकर जनता की सेवा करना है। इसीलिए हम जनता के बीच रहे उनके सुख दुख में रहे। हम जनता से कभी दूर नहीं रहे। उन्होंने कहा जो जनता से दूर रहे उन्हें जनता ने दूर कर दिया है।

 आपको बता दें कि, 30 दिसंबर को उन्नाव, मुरादाबाद और अलीगढ़ में चुनावी रैली को अमित शाह ने संबोधित किया था। रैली में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा था विकास तो बबुआ के बस की बात नहीं है। इसी रैली में मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था बुआ जी तो ठंड के कारण बाहर नहीं निकल पाई हैं। अरे बहन जी चुनाव के मैदान में आ जाइए बाद में मत कहिएगा की चुनाव प्रचार नहीं करने दिया। गृह मंत्री ने कहा था यह बुआ बबुआ और बहन एक साथ ही मिलकर भी बीजेपी कार्यकर्ताओं से जीत नहीं सकते।

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