उत्तर प्रदेश सरकार अनुपूरक पुष्टाहार वितरित कर दे रही है समुचित पोषण

Uttar Pradesh

आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा लाभार्थियों को अनुपूरक पुष्टाहार वितरण, गृह भ्रमण, पोषण सम्बन्धी परामर्श के साथ−साथ बच्चों की वृद्धि निगरानी सम्बन्धी गतिविधियां करते हुए महिलाओं एवं बाल विकास का कार्य कर रही है।

(प्रेस विज्ञप्ति) उत्तर प्रदेश सरकार बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 0−6 वर्ष के बच्चों, 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं तथा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को समुचित पोषण, स्वास्थ्य एवं प्रतिरक्षण के लिए समन्वित बाल विकास योजना (आई0सी0डी0एस0) के अन्तर्गत अनुपूरक पोषाहार, स्वास्थ्य प्रतिरक्षण (टीकाकरण), स्वास्थ्य जांच, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, स्कूल पूर्व शिक्षा, निर्देशन एवं संदर्भन सेवायें प्रदान की जा रही है। भारत सरकार के दिशा−निर्देशन में पोषण सम्बन्धी सेवाएं समुदाय में प्रदान किये जाने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र एक महत्वपूर्ण ईकाई है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा लाभार्थियों को अनुपूरक पुष्टाहार वितरण, गृह भ्रमण, पोषण सम्बन्धी परामर्श के साथ−साथ बच्चों की वृद्धि निगरानी सम्बन्धी गतिविधियां करते हुए महिलाओं एवं बाल विकास का कार्य कर रही है।

कोविड−19 महामारी प्रकोप से सम्पूर्ण देश एवं विश्व में संघर्षमय परिस्थितियां उत्पन्न हुई है फिर भी इन अपरिहार्य परिस्थितियों के बावजूद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा लाभार्थियों के परिवारों के पोषण एवं स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए घर−घर जाकर अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण नियमित रूप से कोविड−19 नियमों का पालन करते हुए किया गया। अनुपूरक पुष्टाहार योजना आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों को उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार हेतु अनुपूरक पोषाहार से लाभान्वित किया जाता है। वर्ष 2020−21 से प्रदेश में पहली बार 0−6 वर्ष के अतिकुपोषित बच्चों को अतिरिक्त खाद्यान्न दिया जा रहा है। अनुपूरक पुष्टाहार व्यवस्था में सामुदायिक सहभागिता एवं महिलाओं के स्वावलम्बन, आर्थिक आत्मनिर्भरता के उद्देश्य से सम्पूर्ण अनुपूरक पुष्टाहार व्यवस्था को माह अक्टूबर, 2020 से विकेन्द्रकिृत करते हुए प्रदेश भर में 60 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से पुष्टाहार वितरण की नवीन व्यवस्था लागू की गयी। इससे स्थानीय स्तर पर सामुदायिक सहभागिता, योजना के प्रति दायित्वबोध एवं स्थानीय स्तर पर ही कार्य एवं गुणवत्ता की निगरानी बेहतर रूप से हो रही है।

सरकार द्वारा प्रथम बार अनुपूरक पुष्टाहार वितरण प्रणाली में पारदर्शिता तथा रियल टाइम मानिटरिंग हेतु डिजिटल प्रणाली अन्तर्गत ''दिया पोर्टल'' तैयार कराया गया है। भारत सरकार के निर्देश के क्रम में पायलट बेसिस पर प्रदेश के 02 जनपद वाराणसी एवं चन्दौली में लाभार्थियों को फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जा रहा है। तृतीय त्रैमास से प्रदेश के समस्त जनपदों में फोर्टिफाइड चावल के वितरण किये जाने हेतु भारत सरकार से फोर्टिफाइड चावल के आवंटन हेतु अनुरोध किया गया है। चावल की आपूर्ति/वितरण खाद्य एवं रसद विभाग के माध्यम से कोटेदार पर लाभार्थियों को टोकन के माध्यम से आंगनबाड़ी द्वारा कराया जा रहा है। जनपद फतेहपुर एवं उन्नाव की 03 परियोजनाओं में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूहों द्वारा रेसिपी बेस्ड पुष्टाहार उत्पादन इकाई की स्थापना कर खाद्य सामग्री आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से लाभार्थियों को वितरित किया जा रहा है।

विभिन्न जनपदों में जजशिप निर्माण कार्यों हेतु 2263.61 लाख रूपये स्वीकृत

उत्तर प्रदेश सरकार ने 07 जनपद फिरोजाबाद, संतकबीरनगर, कासगंज, बाराबंकी, गौतमबुद्धनगर, बलिया एवं गोरखपुर जनपदों में जजशिप अन्तर्गत परिवार न्यायालय/कोर्टरूम आदि के निर्माण कार्यों हेतु प्रथम किश्त के रूप में 2263.61 लाख रूपये (बाईस करोड़ तिरसठ लाख इकसठ हजार) की धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस संबंध में न्याय विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश में यह भी निर्देश दिये गये हैं कि स्वीकृत धनराशि का उपयोग 31 मार्च, 2022 तक अवश्य कर लिया जाए। स्वीकृत धनराशि जिस कार्य के लिए स्वीकृत की गई है उसका व्यय प्रत्येक दशा में उसी कार्य में किया जाए।

एसजीपीजीआई में दिव्यांगजनों द्वारा संचालित होने वाली एक कियोस्क (गुमटी) का उद्घाटन किया गया

आज अंतराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर संजय गांधी पीजीआई में संस्थान के च्डैैल् ब्लाक के निकट एक ज्ञपवेा (गुमटी) का उद्घाटन किया गया, जिसे दिव्यांग जनों द्वारा संचालित किया जायेगा। इस ज्ञपवेा में दिव्यांग जनों द्वारा बनाये गये हस्तशिल्प उत्पाद व बेकरी के पैक्ड खाद्य पदार्थों का विक्रय किया जायेगा।

प्प्ज् रूड़की के पूर्व विद्यार्थी श्री विकास गुप्ता द्वारा स्थापित ''दिव्यांग− एक उम्मीद' संस्था के द्वारा यह प्रयास किया गया कि दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोडा जाये व उनके लिए रोज़गार व उद्यम के  नये अवसर प्रदान किये जायें।

यह ज्ञात हो कि भारत में लगभग 2.67 करोड़ लोग दिव्यांगों की श्रेणी में आते हैं जिनमे से 1.5 करोड़ पुरूष व 1.18 करोड़ महिलायें हैं। यह आकड़ा सम्पूर्ण जनसंख्या का 2.21 प्रतिशत है इस श्रेणीं में वे सभी लोग आते हैं जो किसी न किसी प्रकार की दृश्य, श्रवण, वाचन व्याधियों अथवा किसी भी प्रकार की मानसिक अक्षमता से पीडि़त हैं। भारतीय संविधान में दिव्यांग जनों के अधिकारों के संरक्षण व उनके कल्याण हेतु नीति निर्धारित की गई है। भारतीय संविधान की इसी व्यवस्था के अनुरूप व उ0प्र0 की राज्यपाल माननीया आनंदी बेन पटेल, के निर्देशों के अनुपालन में आज संस्थान के निदेशक प्रो0 आर0के0 धीमन द्वारा इस ज्ञपवेा का औपचारिक उद्घाटन किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों ने प्रत्येक क्षेत्र में अपने आपको साबित किया है। वे किसे से कम नहीं, यह हाल ही के ओलंपिक खेलों के परिणाम से परिलक्षित हुआ है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में उनके कल्याण हेतु संस्थान द्वारा और भी प्रयास किये जायेंगे।

इस अवसर पर संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 गौरव अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 वी0के0 पालीवाल, डा0 सुशील गुप्ता व डा0 नारायण प्रसाद भी उपस्थित थे। इस उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन अस्पताल प्रशासन विभाग के अध्यक्ष डा0 राजेश हर्षवर्धन के द्वारा किया गया।

गो−संरक्षण कार्यों में लापरवाही बरतने पर कुशीनगर के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी निलम्बित

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद कुशीनगर के वृहद गो−संरक्षण केन्द्र, कोपजंगल, विकास ख.ड−खड्डा में 16 गौवंश की मृत्यु होने, गोसंरक्षण केन्द्र के संचालन में घोर लापरवाही बरतने तथा पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था न करने के लिए कुशीनगर के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 विनय कुमार को निलम्बित करते हुए अनुशासिक कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त डा0 इशान्त आनन्द, प्रभारी, पशुचिकित्साधिकारी, कोपजंगल के विरूद्ध भी अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित कर दी गई है। यह कार्यवाही मा0 मुख्यमंत्री जी के अति कड़े रूख को रेखांकित करती है। 

यह जानकारी प्रमुख सचिव, पशुधन, सुधीर गर्ग ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि गोवंश सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है और राज्य सरकार द्वारा गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा तथा सम्बन्धित के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। शासन के संज्ञान में वृहद गो−संरक्षण केन्द्र कोपजंगल, विकास ख.ड−खड्डा जनपद कुशीनगर में कतिपय गोवंश की मृत्यु की सूचना प्राप्त होने पर श्री अनुज मलिक प्र0 जिलाधिकारी, कुशीनगर द्वारा प्रकरण की विस्तृत जांच की गयी है। विस्तृत जांच में पाया गया कि बीते 24 दिनों में 16 गौवंश की मृत्यु हुई है तथा गो−संरक्षण के संचालन में घोर लापरवाही बरती गयी तथा पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था नहीं की गई। 

अपने दायित्वों का निर्वहन न करने के लिये संबंधित पशुधन प्रसार अधिकारी के भी विरूद्ध निलम्बन एवं अनुशासनिक कार्यवाही करने हेतु निदेशक (प्रशासन एवं विकास) पशुपालन विभाग, उ0प्र0 लखनऊ को निर्देिशत किया गया है। उच्चस्तरीय निर्णय के क्रम में श्री श्याम मुरली मनोहर मिश्रा, ख.ड विकास अधिकारी, जनपद−कुशीनगर, संबंधित ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी एवं क्षेत्रीय ग्राम प्रधान तथा श्री आर0एस0 गौतम, जिला विकास अधिकारी, कुशीनगर के विरूद्ध निलम्बन/अनुशासनिक कार्यवाही हेतु अपर मुख्य सचिव, ग्राम विकास विभाग तथा श्री पी0एस0 कुशवाहा, अपर मुख्य अधिकारी कुशीनगर के विरूद्ध निलम्बन/अनुशासनिक कार्यवाही करने हेतु अपर मुख्य सचिव, पंचायतीराज विभाग को पत्र प्रेषित किया गया है। 

उप्र कौशल विकास मिशन के संचालन हेतु 01 करोड़ 33 लाख रूपये स्वीकृत

प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2020−21 में उ0प्र0 कौशल विकास मिशन के संचालन हेतु प्रशासकीय व्यय के अन्तर्गत अवशेष धनराशि के सापेक्ष वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस संबंध में आवश्यक शासनादेश व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास द्वारा जारी कर दिया गया है। 

जारी शासनादेश के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष 2021−22 में उ0प्र0 कौशल विकास मिशन के संचालन हेतु प्रशासनिक एवं वित्तीय व्यय के अन्तर्गत अवशेष धनराशि 666.67 लाख रूपये में से द्वितीय किश्त के रूप में 133.33 लाख रूपये (एक करोड़ तैंतीस लाख रूपये) की स्वीकृति शर्तों एवं प्रतिबन्धों के अधीन प्रदान की गयी है। 

उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ए.ड इनोवेशन डि्रवेन एंटरप्रेन्योरशिप (ए0आई0आई0डी0ई0) की वेबसाइट लांच किया

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ० दिनेश शर्मा ने आज यहां विधान सभा के कक्ष संख्या 80 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ए.ड इनोवेशन डि्रवेन एंटरप्रेन्योरशिप, से.टर अॉफ एक्सीलेंस (ए0आई0आई0डी0ई0−सी0ओ0ई0) की वेबसाइट का उद्घाटन किया, जिस आज से ही स्टार्टअप के लिये पंजीकरण भी शुरू हो गया है। सेंटर आफ एक्सिलेंस की स्थापना किए जाने के लिए नोडल संस्था उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन लिमिटेड है।  डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति−2020 राज्य में स्टार्टअप्स के फलने फूलने के लिए नींव बनाने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्टार्टअप पारिस्थितिकीय तंत्र लगातार विकसित हो रहा है, इसी दिशा में सरकार ने आईआईटी कानपुर और फिक्की के सहयोग से नोएडा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की उभरती प्रौद्योगिकियों में उत्कृष्टता केन्द्र को रेखांकित कर रहा है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग का लाभ उठाकर नवाचार एवं उद्यमिता पारिस्थितकीय तंत्र को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा में विश्व स्तरीय उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित करने का दायित्व आईआईटी कानपुर को सौंपा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ए.ड इनोवेशन डि्रवेन इंटरप्रेन्योरशिप (ए0आई0आई0डी0ई0) 5 वर्ष की अवधि में ए0आई0/एम0एल0 डोमेन से 250 स्टार्टअप को उद्यमी बनाने में मदद करेगा। इससे स्टार्टप्स को स्वयं रोजगार प्राप्त करने तथा दूसरों को रोजगार दाता बनाने में सहायक होंगे। इस केंद्र से प्रदेश के लगभग 50 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से तथा लगभग 01 लाख युवाओं को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होंगे। स्टार्टअप के पास अपने उत्पाद विकास में तेजी लाने में मदद करने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और प्रयोगशाला सुविधाओं, सलाहकारों और निवेशकों तक पहुंच होगी। केन्द्र उत्तर प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में स्टार्टअप इकोसिस्टम विकसित करेगा और शिक्षा तथा उद्योगों के बीच खाई को पाटने में मदद करेगा।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ''स्टार्टअप पारिस्थितिकीय तंत्र में लगातार विकसित हो रही प्रौद्योगिकियों के साथ नॉलेज से.टर के रूप में काम करने वाले से.टर अॉफ एक्सीलेंस के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार उभरती प्रौद्योगिकियों में स्टार्टअप्स की सहायता करेगी। यह से.टर अॉफ एक्सीलेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग टेक्नालॉजी में स्टार्टअप्स को सपोर्ट करेगा। प्रो0 ए0आर0 हरीश, आईआईटी कानपुर में अनुसंधान एवं विकास के डीन ने बताया कि ''वेबसाइट इस अनूठी पहल का एक अभिन्न अंग है क्योंकि उत्कृष्टता केन्द्र ए0आई0/एम0एल0 के क्षेत्र पर केन्द्रित है। हमें यकीन है कि यह उन उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण होगा जो इसके माध्यम से इमर्जिंग टेक्नॉलाजी के क्षेत्र में प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देने में प्रयासरत है। यह वेबसाइट स्टोन की आधारशिला है, इसमें छात्रों और शोधकर्ताओं के लिये एक ओपन−सोर्स बैंक होगा, जिसमें वे नई उभरती प्रौद्योगिकियों पर नवीनतम शोध और श्वेत पत्रों के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकें और लाइव चर्चा कर सकें।

डॉ निखिल अग्रवाल, सीईओ, ए0आई0आई0डी0ई0−सी0ओ0ई0 ने बताया कि हमें ए0आई0/एम0एल0 को हर उस हितधारक तक ले जाते हुए खुशी हो रही है, जो इस पहल से सम्भावित रूप से लाभान्वित हो सकते हैं। हमारी वेबसाइट उन लोगों तक पहुंचेगी जो भौगोलिक रूप से केन्द्र से दूर है और नोएडा में सी०ओ०ई० में भौतिक रूप से बुनियादी ढांचे तक पहुंचने वालों के प्रयासों को बढ़ायेंगे।

चौधरी चरण सिंह देवकली पम्प नहर प्रणाली के दलपतपुर रजवाहा के 0 से 24 किमी0 तक नहर के पुनरोद्धार की परियोजना हेतु 220 लाख रूपये स्वीकृत

सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा जनपद गाजीपुर में चौधरी चरण सिंह देवकली पम्प नहर प्रणाली के अन्तर्गत दलपतपुर रजवाहा के 0 से 24 किमी0 तक नहर के पुनरोद्धार की परियोजना हेतु प्रावधानित धनराशि 220 लाख रुपये चालू परियोजना के अवशेष कार्यों पर व्यय हेतु अवमुक्त किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।

इस संबंध में विशेष सचिव सिंचाई श्री मुश्ताक अहमद की ओर से 02 दिसम्बर, 2021 को शासनादेश जारी करते हुए कहा गया है कि परियोजना का निर्माण कार्य समय से पूरा कराने के साथ ही धनराशि व्यय करते समय शासन द्वारा समय−समय पर जारी सुसंगत शासनादेशों का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। स्वीकृत धनराशि का उपयोग स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये। ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर समस्त उत्तरदायित्व विभाग का होगा। परियोजना में कराये जाने वाले कार्यों में गुणवत्ता एवं समय से कराया जाना मुख्य अभियंता द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा। इसका निरीक्षण करके फोटो आदि भी उपलब्ध कराना होगा। 

शारदा सहायक पोषक नहर के कुछ भाग पर पुराने क्षतिग्रस्त पैरापेट वॉल की मरम्मत एवं नये पैरापेट के निर्माण हेतु 184.37 लाख रूपये अवमुक्त

सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा शारदा सहायक पोषक नहर के 144 से 159 किमी0 के बीच मध्य बांये किनारे के आंतरिक किनारे पर पुराने क्षतिग्रस्त पैरापेट वॉल की मरम्मत एवं 144 किमी0 से 148.700 दांये किनारे पर नये पैरापेट वॉल के निर्माण हेतु प्रावधानित धनराशि 184.37 लाख रुपये चालू परियोजना के अवशेष कार्यों पर व्यय हेतु अवमुक्त किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।

इस संबंध में विशेष सचिव सिंचाई मुश्ताक अहमद की ओर से 02 दिसम्बर, 2021 को शासनादेश जारी करते हुए कहा गया है कि परियोजना का निर्माण कार्य समय से पूरा कराने के साथ ही धनराशि व्यय करते समय शासन द्वारा समय−समय पर जारी सुसंगत शासनादेशों का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। स्वीकृत धनराशि का उपयोग स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये। ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर समस्त उत्तरदायित्व विभाग का होगा। परियोजना में कराये जाने वाले कार्यों में गुणवत्ता एवं समय से कराया जाना मुख्य अभियंता द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा। इसका निरीक्षण करके फोटो आदि भी उपलब्ध कराना होगा। 

बिदनपुर में रेल उपरिगामी सेतु बनाये जाने की घोषणा हो चुकी है, शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ हो जायेगा: श्री केशव प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश के  उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज उ0म0रेलवे के प्रयागराज−कानपुर रेल सेक्शन के किमी 879/1−3 पर सिराथू रेलवे स्टेशन के पहले समसा चौराहे के पास(जनपद−कौशाम्बी) नवनिर्मित रेल उपरिगामी सेतु के नामकरण शिलापट्टिका का अनावरण किया। इस सेतु का नामकरण महाराजा बिजली पासी रेल उपरिगामी सेतु रखा गया है। इसकी लम्बाई 801.425 मीटर एवं लागत रूपये 4024.33 लाख है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए  उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की दृष्टि से चाहे सड़क हो या बिजली या आवास सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को लाभान्वित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस रेल उपरिगामी सेतु के बनने से पूर्व फाटक बन्द होने पर आमजन को घ.टों इंतजार करना  पड़ता था एवं जाम की विकट स्थित हिो जाती थी, अब सेतु बन जाने से आमजन को आवागमन में सुगमता हो रही है। उन्होंने कहा कि आमजन से विचार−विमर्श करके इस सेतु का नाम महाराजा बिजली पासी रेल उपरिगामी सेतु रखा गया है, जिससे आने वाली पीढ़ी महापुरूषों से प्रेरणा ले सकें। उन्होंने कहा कि महाराजा बिजली पासी की जयंती आगामी 25 दिसम्बर को है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार रोही, भरवारी में रेल उपरिगामी सेतु बनने से आमजन को आवागमन में सुगमता हो रही है तथा अथसराय, सैयद सरावा एवं शुजातपुर में रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है। बिदनपुर में रेल उपरिगामी सेतु बनाये जाने की घोषणा कर दी गयी है, शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सिराथू में सन्त मलूकदास के नाम से रेल उपरिगामी सेतु का लोकार्पण गत दिनों किया गया है।   

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के गठन के पश्चात जनपद कौशाम्बी में कुल 05 सेतुओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है (01 नदी सेतु व 04 आर0ओ0बी0), जिसकी लागत 165.97 करोड़ रूपये तथा कुल 05 सेतुओं का निर्माण कार्य चल रहा है (02 नदी सेतु एवं 03 आर0ओ0बी0), जिसकी लागत रूपये 277.65 करोड़ है। उन्होंने कहा कि तहसील मंझनपुर के ग्राम बढ़हरी में भरत नदी पर सेतु का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इसी प्रकार उ0म0रे0 के प्रयागराज−कानपुर रेल सेक्शन के सम्पार संख्या−19बी सिराथू रेलवे यार्ड पर अ.डर पास का निर्माण कार्य, उ0म0रे0 के अन्तर्गत जनपद प्रयागराज−कानपुर रेल ख.ड के कल्यानपुर बाजार वाया निधियावा से मदवा तक मार्ग पर रेलवे लाइन पार करने हेतु अ.डर पास का निर्माण कार्य, उ0म0रे0 के अन्तर्गत प्रयागराज−कानपुर रेल ख.ड के कल्याणपुर से बिदनपुर तक मार्ग पर रेलवे लाइन पार करने हेतु अ.डर पास का निर्माण कार्य एवं उ0म0रे0 के अनतर्गत प्रयागराज−कानपुर रेल ख.ड के मूरतगंज करावा−मरधरा मार्ग पर रेलवे लाइन पार करने हेतु अ.डर पास का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इन प्रस्तावित निर्माण कार्यो का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से मॉ शीतला देवी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को भी सुगमता होगी तथा श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढे़गी।  

प्रदेश सरकार द्वारा आपदा राहत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की पहल से आज आपदा जोखिम न्यूनीकरण की ओर उ0प्र0 सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। नेशनल डिजास्टर रिजर्व स्कीम के अन्तर्गत उ0प्र0 सरकार और एनडीआरएफ के बीच एक डव्न् पहदपदह बमतमउवदल का आयोजन किया गया है। अपर मुख्य सचिव राजस्व श्री मनोज कुमार सिंह की उपस्थित मिें लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित राजस्व विभाग के सभाकक्ष में प्रदेश सरकार की तरफ से राहत आयुक्त श्री रणवीर प्रसाद और एनडीआरएफ की तरफ से श्री मनोज कुमार शर्मा, कमा.डेंट 11वीं वाहिनी ने राष्ट्रीय आपदा रिजर्व हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किये।

श्री मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस एमओयू के तहत आपदा के दौरान एनडीआरएफ द्वारा राष्ट्रीय आपदा राहत रिजर्व (एनडीआरआर) स्टोर से उ0प्र0 को तत्काल आवश्यक राहत सामग्री उपलब्ध करवाकर आपदा पीडि़तों की पीड़ा को कम किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस एमओयू के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बिना किसी विलम्ब के तत्काल आवश्यक बचाव कार्य हेतु आवश्यक संसाधन व राहत सामग्री उपलब्ध कराने में सहयोग प्राप्त होगा क्योंकि एनडीआरएफ के रिजर्व में पहले से ही आपदा राहत सामग्रियां स्टोर रहेंगी या उन्हें तत्काल उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न एजेन्सीज के साथ पूर्व से ही एमओयू आदि रहेगा। 

उन्होंने बताया कि 13वें वित्त आयोग की अनुशंसा के तहत एनडीआरआर (राष्ट्रीय आपदा राहत रिजर्व) की स्थापना भारत सरकार ने 250 करोड़ रूपए के रिवाल्विंग फ.ड के साथ की। इसमें आपदा के दौरान उपयोग की जाने वाली 28 वस्तुएं और 6 सेवाएं शामिल हैं।  

विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगों द्वारा सुगम्य मतदान करने के लिए एक राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आगामी विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 में दिव्यांग मतदाताओं का मत प्रतिशत बढ़ाने तथा अर्ह दिव्यांग मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय एवं जिला प्रशासन द्वारा निरन्तर कार्य किया जा रहा है। स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत भी पंजीकरण कराने एवं मतदान हेतु दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में आज विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगों द्वारा सुगम्य मतदान करने हेतु एक राज्य स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उ0प्र0 श्री अजय कुमार शुक्ला ने दिव्यांगों के प्रति अपनी हार्दिक शुभकामनाएं व्यक्त की और विभिन्न क्षेत्रों में दिव्यांगजनों के योगदान को नमन करते हुए कहा कि आज दिव्यांगजन प्रत्येक क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है तथा लोगों के लिए प्रेरणास्रोत भी बन रहे हैं। 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022 कार्यक्रम निर्वाचन आयोग द्वारा चलाया जा रहा है। 01 जनवरी, 2022 को जो दिव्यांग 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहें है या ऐसे अर्ह दिव्यांग जिनका नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं है, वे पंजीकरण हेतु आवेदन कर सकते हैं। दिव्यांगों के लिए सुगम्य मतदान करने के लिए स्टेट स्टेयरिंग कमेटी का गठन किया है, जिसके द्वारा मतदान केन्द्रों पर दिव्यांगों हेतु रैम्प बिजली, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। दिव्यांगों की सुविधा के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा च्ूक् ।चच  भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में अर्ह दिव्यांग मतदाताओं का नाम शामिल करने के लिए विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं, एनसीसी, रेडक्रास का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समावेशी निर्वाचन तभी संभव है, जब उसमें सभी की सहभागिता हो। दिव्यांग मतदाता जो मतदाता सूची में टैग है उन्हें  निर्वाचन आयोग द्वारा पहली बार उनको घर से ही पोस्टल वैलेट पर अपना मतदान देने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। बे बूथ पर जाकर भी अपना मतदान कर सकते हैं।  

कार्यक्रम में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी लखनऊ श्री अभिषेक प्रकाश ने दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा चलाये जा रहे विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022 का अधिक से अधिक लाभ उठाये तथा अर्ह मतदाता अपना पंजीकरण करायें। कार्यक्रम में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी ने निर्वाचन आयोग द्वारा दिव्यांग मतदाताओं को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारे देश की निर्वाचन प्रक्रिया विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में समावेशी है, इसकी प्रक्रिया इस तरह से बनायी गयी है कि कोई भी वयस्क, मतदान से वंचित न रहे। इसके लिए अर्ह दिव्यांग मतदाताओं का पंजीकरण करने तथा उन्हें मतदाता बनाने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा एक्सेसवेल इलेक्शन कराये जाने की पूरी योजना बनायी है। इसीलिए हर दिव्यांगों मतदाताओं के लिए बूथों पर रैम्प, ट्राइसाइकिल तथा वालण्टियर की व्यवस्था की गई है। कोई भी दिव्यांग मतदाता मतदान से वंचित न रहे, इसकी व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम को संयुक्त निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग श्री ए0के0 वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी श्री अश्वनी कुमार पाण्डेय ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सिटी श्री अमरपाल उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन डा0 राकेश द्विवेदी ने किया।

डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी जी मतदाता जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर करेंगे रवाना 

प्रदेश के नागरिक सुरक्षा के अवैतनिक स्वयं सेवकों द्वारा कल दिनांक 04 दिसंबर 2021 को अपरान्ह 03.30 बजे से के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम से लेकर हजरतगंज चौराहे तक एवं हजरतगंज चौराहे से लेकर के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम तक एक मतदाता जागरूकता रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस जागरूकता रैली को अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी जी हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। यह रैली नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस 06 दिसम्बर, 2021 के अवसर पर आयोजित होने वाले साप्ताहिक कार्यक्रम के अन्तर्गत करायी जा रही है।

प्रदेश सरकार आधुनिक तकनीक एवं प्लेटफार्म का उपयोग कर युवाओं को रोजगार देने का कर रही प्रयास 

प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने का प्रयास कर रही है। इसके लिए आधुनिक तकनीक एवं प्लेटफार्म का भी उपयोग किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के हुनरमंद एवं कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सेवायोजन विभाग द्वारा सेवामित्र पोर्टल ेमूंउपजतंण्नचण्हवअण्पद तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से कौशल प्राप्त युवकों द्वारा सेवामित्र के रूप में आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर पंजीकृत सेवाप्रदाता द्वारा कुशल कामगारों के माध्यम से प्लम्बर, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन, ब्यूटिशियन, क्लीनिंग, पेस्ट कन्ट्रोल जैसी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी।

श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय में सेवामित्र पोर्टल/ऐप का शुभारम्भ करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के कौशल प्राप्त युवाओं को उनके घर के आस-पास ही रोजगार प्राप्त होगा तथा आम नगारिकों को उचित दर पर घर पर ही सेवाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के संचालन हेतु एक उत्कृष्ट डिजिटल प्लेटफार्म के साथ कॉल सेन्टर भी विकसित किया गया है। जिसके नम्बर 155330 पर कॉल कर लोग अपनी सेवा सम्बंधी अनुरोध पंजीकृत करा सकेंगे। इसके पश्चात सेवा प्रदाता एजेन्सी/फर्म कौशल प्राप्त युवाओं के माध्यम से सेवा अनुरोधों के अनुरूप सेवा प्रदान की जायेगी। इसी प्रकार सेवामित्र पोर्टल पर प्राजेक्ट वर्क की भी व्यवस्था की गयी है। 

श्रम मंत्री ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में इस प्रकार की सेवा की शुरूआत हो चुकी है। जिससे कि उनके यहां के कुशल कामगार जो बाहर काम के लिए जाते थे अब उन्हें इसके माध्यम से घर में ही काम मिलेगा। उन्होंने बताया कि सेवा मित्र पोर्टल पर इस समय आरओ केयर इण्डिया, पाथ काइन्ड डाइगनोस्टिक प्रा0लि0, होमट्रीटमेंट जैसे 78 सेवाप्रदाता तथा 774 सेवामित्र पंजीकृत हैं। जिसके माध्यम से प्रदेश के 75 जनपदों में 3518 सेवाएं उपभोक्ताओं को प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश के बेरोजगारों को निजी क्षेत्र में रोजगार मेलों के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करा रही है। 

निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन श्री हरिकेश चौरसिया ने इस अवसर पर कहा कि विभाग द्वारा तैयार किये गये सेवामित्र पोर्टल से आम लोगों को घरेलू सेवाएं प्राप्त करने में आसानी होगी। साथ ही कुशल कामगारों को रोजगार भी नहीं ढूढ़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोगों की दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताओं के अनुरूप उचित दर पर उनके घर में ही सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए इस पोर्टल को तैयार किया गया है। साथ ही अप्रमाणित कुशल कामगारों का पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम (आरपीएल) के माध्यम से प्रमाणन की भी व्यवस्था की जायेगी। कार्यक्रम में विशेष सचिव श्रम एवं सेवायोजन, उप निदेशक सेवायोजन श्री पी0के0 पुंडीर के साथ सेवा प्रदाता कम्पनियों के प्रतिनिधि, सेवामित्र तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज में समाजसेवी चौधरी चुन्नीलाल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें अर्पित की श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को तेज बहादुर सप्रू हॉस्पिटल बेली, प्रयागराज में वरिष्ठ  समाजसेवी, पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. चौधरी चुन्नी लाल जी की 22वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंच कर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चौधरी चुन्नी लाल संघर्ष एवं सेवा की मिसाल थे। उन्होंने अपना सारा जीवन समाज की सेवा और उनकी समस्याओं का निदान करते हुए समर्पित किया। वह एक सच्चे समाज सेवक और समतामूलक समाज के संवाहक थे। मौर्य अल्लापुर, प्रयागराज में श्री जय सिंह जी के पुत्र के निधन की सूचना पर उनके आवास पहुंचकर परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया।

प्रयागराज में श्री गौरीश अहूजा जी की पत्नी के निधन की सूचना प्राप्त होने पर उनके आवास पर पहुंचकर परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया। मौर्य, राम लखन सिंह के निधन की सूचना पर उनके आवास ग्राम मधवामई पहुंचकर परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया तथा समाजसेवी श्री राम सुचित मौर्य जी के आवास ग्राम राघवापुर पहुंचकर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना व ईश्वर से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना  की।  

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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