पिता की हार का बदला लेने की तैयारी में 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों की बेटियां, इन सीटों पर होगा कड़ा मुकाबला

harish singh rawat
निधि अविनाश । Jan 30 2022 11:01AM

कांग्रेस की अनुपमा रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी, हरिद्वार (ग्रामीण) से चुनाव लड़ रही हैं, और भाजपा की रितु खंडूरी, जिनके पिता बीसी खंडूरी एक मौजूदा सीएम थे, जो 2012 में कांग्रेस से हार गए थे, कोटद्वार से लड़ रही हैं।

दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की बेटियां अपने पिता की चुनावी हार का बदला लेने की तैयारी में है। बता दें कि, उत्तराखंड में कोटद्वार और हरिद्वार (ग्रामीण) सीटों पर दिलचस्प मुकाबला होने की संभावना है। कांग्रेस की अनुपमा रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी, हरिद्वार (ग्रामीण) से चुनाव लड़ रही हैं, और भाजपा की रितु खंडूरी, जिनके पिता बीसी खंडूरी एक मौजूदा सीएम थे, जो 2012 में कांग्रेस से हार गए थे, कोटद्वार से लड़ रही हैं।

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बता दें कि, अनुपमा कांग्रेस महिला विंग की राष्ट्रीय महासचिव हैं, वहीं रितु बीजेपी की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष हैं। दिलचस्प बात यह है कि रितु को कोटद्वार से मैदान में उतारा गया है, यह वही सीट है जो उनके पिता बीसी खंडूरी 2012 में कांग्रेस से एक करीबी लड़ाई में मौजूदा मुख्यमंत्री के रूप में हार गए थी। रितु का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुरेंद्र नेगी से होगा, जो 2012 में जीते थे। पौड़ी गढ़वाल जिले की यमकेश्वर सीट से सटे विधायक रितु को सीट से हटा दिया गया था और अब उन्हें कोटद्वार से मैदान में उतारा गया है, जिसे जीतने के लिए सबसे कठिन सीट माना जाता है। अनुपमा पिछले सात साल से हरिद्वार (ग्रामीण) में सक्रिय हैं। 2017 के चुनावों में, तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार सहित दो सीटों से चुनाव लड़ा, जो वह भाजपा के स्वामी यतीश्वरानंद से हार गए, जो वर्तमान में पुष्कर धामी सरकार में मंत्री हैं।

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हरिद्वार (ग्रामीण) में लगभग 50% मुस्लिम, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं। इसके अलावा, पहाड़ी मतदाता भी हैं। पिछले चार चुनावों में बहुजन समाज पार्टी और भाजपा दो बार विजयी हुई हैं।हालांकि, कोटद्वार में करीब 25,000 मुस्लिम मतदाता हैं। इसके अलावा, ठाकुर मतदाताओं की एक बड़ी संख्या इस सीट पर हावी है। 

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