Vishwakhabram: Pakistan की Nuclear Bomb Threats को गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं PM Modi? क्या है India Nuclear Policy?

Modi Shehbaz
ANI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के परमाणु बम हमले की धमकियों से डर क्यों नहीं लगता है? सवाल उठता है कि जब पाकिस्तान के नेता रोजाना वहां के टीवी समाचार चैनलों पर बैठ कर भारत को परमाणु बम हमले की धमकी दे रहे हैं तो मोदी सरकार पर जरा भी असर क्यों नहीं हो रहा है?

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। भारत के वार से कैसे बचना है यह पाकिस्तान को समझ नहीं आ रहा है। इसलिए पाकिस्तान के नेता बार-बार घुड़की दे रहे हैं कि यदि इंडिया ने हमला किया तो हम परमाणु बम से हमला करेंगे। पड़ोसी देश के नेता कह रहे हैं कि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है, इसलिए कोई उस पर आसानी से हमला नहीं कर सकता है। पाकिस्तान के नेता कह रहे हैं कि अल्लाह ने पाकिस्तानी सेना को देश की रक्षा के लिए ताकत दी है इसलिए भारत हमारी ओर आंख उठा कर नहीं देखे।

वैसे, ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान कोई पहली बार परमाणु बम से हमले की धमकी दे रहा है। ऐसा भी नहीं है कि पाकिस्तान ने परमाणु बम हमले की धमकी आज तक सिर्फ भारत को ही दी है। हम आपको बता दें कि पाकिस्तान ने भारत को पहली बार परमाणु हमले की धमकी 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान दी थी। उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान की धमकी के जवाब में साफ कह दिया था कि यदि परमाणु हमला होता है तो भारत का तो कुछ नहीं बिगड़ेगा मगर पाकिस्तान अगली सुबह का सूरज नहीं देख पायेगा। हम आपको यह भी बता दें कि हालिया आर्थिक संकट के दौरान दुनिया में जब कहीं से पाकिस्तान को आर्थिक मदद नहीं मिल रही थी तब पाकिस्तान में यह मांग उठ रही थी कि जब उसके नेता किसी देश या किसी वैश्विक आर्थिक मंच के पास उधार मांगने जायें और उधार देने से मना कर दिया जाये तो धमकी देकर आयें कि अगर हमें पैसे नहीं मिले तो हम अपने परमाणु बमों को दुनिया में बेचना शुरू कर देंगे। यह बात इशारों इशारों में खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी कह रहे थे। वहां सेना से जुड़े लोग भी यही बात कह रहे थे और पाकिस्तान की सड़कों पर रैलियां कर रहे कट्टरपंथी भी दुनिया को आगाह कर रहे थे कि यदि हमारे कटोरे में भीख नहीं डाली तो हम परमाणु बम बेचना शुरू कर देंगे।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका और ब्रिटेन समेत पश्चिमी देशों ने एक बार फिर से भारत को फंसाना शुरू कर दिया

अब सवाल उठता है कि वाजपेयी जी की ही तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के परमाणु बम हमले की धमकियों से डर क्यों नहीं लगता है? सवाल उठता है कि जब पाकिस्तान के नेता रोजाना वहां के टीवी समाचार चैनलों पर बैठ कर भारत को परमाणु बम हमले की धमकी दे रहे हैं तो मोदी सरकार पर जरा भी असर क्यों नहीं हो रहा है? इसके जवाब में हम आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो बयानों के बारे में बताते हैं। ओडिशा के कंधमाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान अपने परमाणु बम बेचने के लिए दुनिया में जा रहा है मगर उसे कोई खरीददार नहीं मिल रहा क्योंकि उसके बमों की गुणवत्ता ही खराब है। यही नहीं, एक टीवी समाचार चैनल के कार्यक्रम में शरीक हुए प्रधानमंत्री मोदी ने वहां भी कहा था कि पाकिस्तान के परमाणु बमों की गुणवत्ता मैं खुद लाहौर जाकर चेक कर आया हूँ।

जहां तक भारत की परमाणु नीति की बात है तो हम आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने पोखरण में परमाणु परीक्षण के बाद नीति बनाई थी कि हम पहले परमाणु हमला नहीं करेंगे लेकिन अगर हम पर परमाणु हमला हुआ तो जरूर जवाब देंगे। यह नीति कागजों में आज भी कायम है लेकिन मोदी सरकार के मंत्री तमाम अवसरों पर कहते रहे हैं कि परमाणु हमला पहले करना है या नहीं यह सब कुछ परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में देश के रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर ने तो 2016 में यहां तक कहा था कि परमाणु बम का पहले प्रयोग नहीं करने की नीति सही नहीं है। हम आपको बता दें कि कुछ समय पहले इस संदर्भ में पूछे जाने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि परमाणु नीति के संदर्भ में सब कुछ परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।

बहरहाल, हम आपको बता दें कि पाकिस्तानी रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने भारत पर परमाणु बम हमले की धमकी देते हुए कहा है कि हमारे 130 बम सिर्फ सजावट के लिए नहीं रखे हुए हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी तमाम मजेदार टिप्पणियों के साथ वायरल हो रहा है। जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा है कि हमारे परमाणु बम हमने दीवाली के लिए नहीं रखे हुए हैं।

All the updates here:

अन्य न्यूज़