शेख अब्दुल्ला के जन्मदिन पर इस बार नहीं हुआ कोई आयोजन, जानिये क्यों ?
धारा 144 की वजह से फातिहा ख्वानी का आयोजन भी इस साल नहीं हो सका। हालांकि बुधवार को लोकसभा में नेशनल कांफ्रेंस सांसद हसनैन मसूदी ने यह माँग की थी कि शेख अब्दुल्ला के जन्मदिन पर लोगों को उनकी समाधि पर प्रार्थना के लिए जाने दिया जाये।
जम्मू-कश्मीर के दो बार मुख्यमंत्री रहे शेख अब्दुल्ला का आज जन्मदिन है और इस अवसर पर श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा के प्रबंध किये गये हैं। पुलिस ने एक दिन पहले ही हजरतबल इलाके में धारा 144 लगा दी थी ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं हो पाये। धारा 144 की वजह से फातिहा ख्वानी का आयोजन भी इस साल नहीं हो सका। हालांकि बुधवार को लोकसभा में नेशनल कांफ्रेंस सांसद हसनैन मसूदी ने यह माँग की थी कि शेख अब्दुल्ला के जन्मदिन पर लोगों को उनकी समाधि पर प्रार्थना के लिए जाने दिया जाये।
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शेख अब्दुल्ला के बेटे फारूक अब्दुल्ला और पोते उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद से ही नजरबंद हैं। नजरबंदी का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में भी उठा था और इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा था कि नजरबंदी की असली परिभाषा तो वह है जब जवाहरलाल नेहरू की सरकार के समय शेख अब्दुल्ला को हिरासत में लेकर 2000 किलोमीटर दूर कोडइकोनाल में रखा गया था।
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