महिलाओं को ऑनलाइन उत्पीड़न नजरअंदाज नहीं करना चाहिए : केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर

Rajeev Chandrashekhar

मंत्री ने ‘द कॉल इट आउट कॉन्क्लेव’ में कहा, ‘‘अगर महिलाओं को आज ऑनलाइन प्रताड़ित किया जा रहा है तोएक तरीकाहै जिससे वे जवाब दे सकती हैं।पहली बात तो यह है किउन्हें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्हें यह नहीं मानना चाहिए कि उसे (प्रताड़ित करने वाले व्यक्ति को) ब्लॉक करने या नजरअंदाज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

नयी दिल्ली| केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को महिलाओं से ऑनलाइन उत्पीड़न की किसी भी घटना को नजरअंदाज नहीं करने बल्कि इस घटना की रिपोर्ट साइबर पुलिस या उस मंच पर करने का आग्रह किया, जहां इस तरह की घटना हुई हो।

उन्होंने कहा कि सरकार ने सोशल मीडिया मंचों को जवाबदेह बनाने और निर्धारित समय के भीतर किसी उपयोगकर्ता (सोशल मीडिया यूजर) की शिकायत का निवारण करने के लिए सख्त कानून बनाए हैं।

मंत्री ने ‘द कॉल इट आउट कॉन्क्लेव’ में कहा, ‘‘अगर महिलाओं को आज ऑनलाइन प्रताड़ित किया जा रहा है तो एक तरीका है जिससे वे जवाब दे सकती हैं। पहली बात तो यह है कि उन्हें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्हें यह नहीं मानना चाहिए कि उसे (प्रताड़ित करने वाले व्यक्ति को) ब्लॉक करने या नजरअंदाज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप जिस भी राज्य में रह रही हैं, वहां की साइबर पुलिस को घटना की शिकायत दे सकती हैं या उस मंच के पासशिकायत दे सकती हैं, जहां यह घटना हुई है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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