मौसम में सुधार के साथ जम्मू श्रीनगर राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए काम तेज़ हुआ

Jammu and Kashmir

जम्मू कश्मीर में रामबन जिले में भारी बर्फबारी और कई जगह भूस्खलन होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को तीसरे दिन भी बंद रहा, जबकि एजेंसियों ने मौसम में सुधार के बीच सड़क पर यातायात बहाल करने के काम में तेजी लाई है।

बनिहाल/जम्मू। जम्मू कश्मीर में रामबन जिले में भारी बर्फबारी और कई जगह भूस्खलन होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को तीसरे दिन भी बंद रहा, जबकि एजेंसियों ने मौसम में सुधार के बीच सड़क पर यातायात बहाल करने के काम में तेजी लाई है। अधिकारियों ने बताया कि रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी के ऊपर माता वैष्णो देवी के पवित्र गुफा मंदिर तक हेलीकॉप्टर सेवा फिर से शुरू हो गई, जबकि बैटरी कार सेवा को फिर से शुरू करने के प्रयास जारी हैं।

इसे भी पढ़ें: गोवा चुनाव: निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर का इस्तीफा, कांग्रेस में शामिल होंगे

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी, खासकर शुक्रवार और शनिवार के बाद मौसम में सुधार हुआ है, जिसके बाद 270 किलोमीटर लंबे रणनीतिक रूप से अहम राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए सड़क साफ करने के अभियान को तेज कर दिया गया है। यह सड़क सभी मौसम में कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ती है। यातायात के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (राष्ट्रीय राजमार्ग) शब्बीर अहमद मलिक ने पीटीआई-से कहा कि सड़क पर यातायात बहाली रविवार को संभव नहीं है क्योंकि विभिन्न स्थानों पर राजमार्ग के ऊपर पहाड़ियों से मलबा नीचे गिर रहा है, जिससे सड़क साफ करने के काम में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि राजमार्ग जम्मू से रामबन जिले में मेहर तक ठीक है, लेकिन कुछ स्थानों पर सिर्फ एक तरफ यातायात चल रहा है।

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के 95 विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील चिन्हित, पारदर्शी चुनाव के लिए पुलिस कटिबद्ध : एडीजी

मलिक ने बताया कि रामसू से बनिहाल तक राजमार्ग से बर्फ हटा दी गई है लेकिन फिसलन की स्थित है और सिर्फ एक ही तरफ का रास्ता फिलहाल इस्तेमाल किया जा रहा है। राजमार्ग को शुक्रवार दोपहर को यातायात के लिए फिर से बंद कर दिया गया था। मलिक ने कहा, “ हमारी प्राथमिकता है कि कुछ दर्जन फंसी हुई गाड़ियों को निकाला जाए।” उन्होंने कहा कि आज बाद में यातायात की नए सिरे से समीक्षा की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि त्रिकुटा पहाड़ी के ऊपर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए हेलीकॉप्टर सेवा रविवार तड़के फिर से शुरू हो गई। वहीं, करीब पांच दिन बाद आज सूरत भी निकला, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली। अधिकारियों ने बताया कि बैटरी कार सेवा निलंबित है और इसे बहाल करने के प्रयास जारी हैं। यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। इस बीच, राजौरी के बाबा गुलाम शाह बादशाह विश्वविद्यालय ने 12 जनवरी को होने वाली पीएचडी की प्रवेश परीक्षा को तीन दिन के लिए स्थगित कर दिया है।

विश्वविद्यालय के शैक्षणिक मामले के डीन प्रोफेसर इकबाल परवेज़ ने कहा, “खराब मौसम की स्थिति और घाटी के उम्मीदवारों की ओर से बार-बार की गई गुजारिश को देखते हुए, पीएचडी प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी गई है और अब 15 जनवरी को उसी समय और स्थान पर इसे आयोजित किया जाएगा, जैसा पहले अधिसूचित किया गया था।”

मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने लोगों से कहा कि वे हिमस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में न जाएं और सतर्क रहें, खासकर अगले दो दिनों के दौरान। उन्होंने कहा, “ जम्मू-कश्मीर में मौसम में काफी सुधार हुआ है और इसके 16 जनवरी तक शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, बर्फबारी बंद हो गई है, मगर हिमस्खलन का खतरा अब भी बर्फीले इलाकों में मौजूद है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़