सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए प्रधानमंत्री की प्रशंसा से कामगार गौरवान्वित महसूस कर रहे

Central Vista project
ANI

उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी निवासी बिनोद कुमार सिंह चौहान ने उम्मीद जताई कि ‘ऐतिहासिक’ काम में लगे श्रमिकों के लिए मोदी की प्रशंसा आवास, भोजन, पानी, परिवहन और समय पर भुगतान की बेहतर सुविधा सुनिश्चित कर सकती है।

नयी दिल्ली। सेंट्रल विस्टा परियोजना के कामगार मोहम्मद आबिद ने कहा कि परियोजना में योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई श्रमिकों की तारीफ से वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। दो महीने पहले अपने पिता की मृत्यु के बाद आबिद नौकरी के लिए बिहार के बांका जिला स्थित अपने घर से निकले थे। लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि वह दिल्ली में नये संसद भवन की परियोजना में काम करेंगे और प्रधानमंत्री द्वारा सराहे जाएंगे।

परियोजना स्थल के पास दोपहर का भोजन करते हुए 21 वर्षीय निर्माण श्रमिक ने कहा, ''मेरे दोस्त कहते हैं कि मैं संसद भवन बनाने के लिए काम कर रहा हूं और मोदी जी ने भी हमारी प्रशंसा की है जिससे मुझे बेहद अच्छा लग रहा है।'' उन्होंने कहा कि घर में उनकी मां तथा एक छोटा भाई है और वह उनके लिए कुछ पैसे बचाने की उम्मीद कर रहे हैं। अधिकतर उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों से आने वाले श्रमिक दोपहर के भोजन के लिए एकत्र होते हैं और इस दौरान व्यक्तिगत समस्याओं, पारिवारिक और आर्थिक परेशानियों पर चर्चा करते हैं।

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उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी निवासी बिनोद कुमार सिंह चौहान ने उम्मीद जताई कि ‘ऐतिहासिक’ काम में लगे श्रमिकों के लिए मोदी की प्रशंसा आवास, भोजन, पानी, परिवहन और समय पर भुगतान की बेहतर सुविधा सुनिश्चित कर सकती है। चौहान ने कहा, ‘‘हम मोदी जी को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमारी प्रशंसा की और इतिहास को आकार देने में हमारे योगदान को मान्यता दी। मुझे पूरा विश्वास है कि इससे कीर्ति नगर स्थित हमारे शिविर में रहने की स्थिति में सुधार होगा।’’

चौहान ने दावा किया कि उनके पास कानून की डिग्री है, लेकिन गरीबी ने उन्हें राजमिस्त्री के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया। कर्तव्य पथ के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे खंड के पुनर्विकास में लगे 16 कामगारों के एक समूह के साथ बातचीत की और उन्हें अपने परिवारों के साथ 2023 गणतंत्र दिवस परेड पर विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘‘सेंट्रल विस्टा के श्रमजीवी और उनके परिवार अगले गणतंत्र दिवस परेड में मेरे विशेष अतिथि होंगे।'' कई अन्य श्रमिकों ने अपने अनुभव साझा किये। नये संसद भवन में बिजली आपूर्ति से संबंधित काम पर ठेकेदार की ओर से रखे गये नोएडा निवासी बबलू ने कहा, ‘‘कुछ सालों बाद किसी दिन कोई नये संसद भवन का उल्लेख करेगा, तो मैं उसे बताऊंगा कि मैंने इसके निर्माण में योगदान दिया है।’’

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नया संसद भवन बनाने का काम आधारभूत ढांचा निर्माण कंपनी टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को सौंपा गया है, जो कि मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनिर्विकास परियोजना का एक हिस्सा है। सरकार की योजना संसद का शीत सत्र नये संसद भवन में आयोजित करने की योजना है। इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने दिसंबर 2020 में किया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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