Steve Jobs Death Anniversary: स्टीव जॉब्स ने iPhone देकर बदल दी टेक्नोलॉजी की दुनिया, कैंसर से हार गए थे जंग

Steve Jobs
Creative Commons licenses

सफल बिजनेसमैन स्टीव जॉब्स का 05 अक्तूबर को निधन हो गया था। बता दें कि स्टीव जॉब्स की दूरदर्शिता और इनोवेशन ने 'एप्पल' को दुनिया की सबसे बेहतरीन कंपनियों में से एक बना दिया। माना जाता है कि उनके निर्णय मील के पत्थर साबित होते थे।

आज ही के दिन यानी की 05 अक्तूबर को एप्पल कंपनी के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स का निधन हो गया था। स्टीव जॉब्स वह शख्स थे, जिन्होंने टेक्नोलॉजी को बदलकर रख दिया था। भले ही आज वह हम सभी के बीच में नहीं हैं, लेकिन उनकी इनोवेशन और उनकी सोच दशकों तक लोगों के दिलों पर राज करेगी। स्टीव जॉब्स को दुनियाभर में कंप्यूटर और मोबाइल फोन के क्षेत्र में क्रांति का अग्रदूत माना जाता है। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और परिवार

कैलिफोर्निया के सेन फ्रांसिस्को में 24 फरवरी 1955 को स्टीव जॉब्स का जन्म हुआ था। इनके पिता एक सीरियाई मुस्लिम थे, लेकिन स्टीव जॉब्स को एक अमेरिकी दंपत्ति पाल और क्लारा जॉब्स ने गोद लिया था। उनको शुरूआत से ही इंजीनियरिंग और कंप्यूटर से काफी लगाव था। स्टीव ज़ॉब्स ने पोर्टलैंड के रीड कॉलेज में एडमिशन लिया, लेकिन पहले सेमेस्टर में ही उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया था। इसके बाद स्टीव ज़ॉब्स वीडियो गेम की कंपनी में काम करने लगे थे।

इसे भी पढ़ें: Lal Bahadur Shastri Birth Anniversary: लाल बहादुर शास्त्री ने देशवासियों के लिए पीएम वेतन लेने से कर दिया था इंकार, जानिए रोचक बातें

एप्पल कंपनी की शुरूआत

हालांकि इस बारे में काफी कम लोगों को जानकारी है कि एप्पल कंपनी शुरू करने से पहले स्टीव जॉब्स भारत आए थे। असल, में वह पहली नौकरी से पैसे बचाकर भारत यात्रा पर आए थे। इस दौरान उन्होंने यहां पर बुद्धिज्म का अनुभव किया और फिर वापस अमेरिका चले गए। इसके बाद साल 1974 में स्टीव जॉब्स ने अपने स्कूल के दोस्त स्टीफन बोज्नियाक के साथ मिलकर कंप्यूटर बनाना शुरू किया। शुरूआत में स्टीव जॉब्स ने अपने घर के गैरेज में ही काम किया। फिर साल 1976 में उन्होंने एप्पल कंपनी की नींव रखी।

एप्पल 2 मॉडल का कंप्यूटर इतना ज्यादा सफल रहा कि कम समय में ही रिकॉर्ड सेल हुई। फिर जल्द ही स्टीव जॉब्स की कंपनी फॉर्चून 500 के लिस्ट में शामिल हो गई। इसके बाद कंपनी लगातार ग्रोथ करती गई। वहीं कुछ परेशानियों के कारण साल 1985 में स्टीव जॉब्स ने एप्पल कंपनी छोड़ दी। इसके बाद उनके 12 साल कुछ खास अच्छे नहीं गए। लेकिन फिर साल 1997 में स्टीव जॉब्स ने फिर एप्पल कंपनी में वापसी की।

बता दें कि स्टीव जॉब्स का सबसे सफल प्रोडक्ट आईफोन रहा। साल 2007 में आईफोन लॉन्च हुआ और इसने लॉन्चिंग के साथ ही मोबाइल की दुनिया को बदल दिया। आज भी स्मार्टफोन की कैटेगिरी में आईफोन को सबसे ज्यादा प्रीमियम माना जाता है। एप्पल के कंप्यूटर्स और मैकबुक समेत अन्य सभी एप्पल के प्रोडक्ट काफी पॉपुलर हैं।

मृत्यु

दुनिया भर में अपने नाम का डंका बजवाने वाले स्टीव जॉब्स को पैन्क्रीऐटिक कैंसर हो गया था। जिस कारण 05 अक्तूबर 2011 को उनकी मृत्यु हो गई थी।

All the updates here:

अन्य न्यूज़