SP Balasubrahmanyam Birth Anniversary: जब एस पी बालासुब्रमण्यम ने 12 घंटे में गाए थे 21 गाने, बनाया था ऐसा रिकॉर्ड

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आज यानी की 4 जून को महान सिंगर एस पी बालासुब्रमण्यम का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी गायकी से कई पीढ़ियों के दिलों पर राज किया था। वहीं उन्होंने अपने पूरे कॅरियर में करीब 40,000 से ज्यादा गाने गाए।

अपनी गायकी से कई पीढ़ियों के दिलों पर राज करने वाले एस पी बालासुब्रमण्यम का आज ही के दिन यानी की 4 जून को जन्म हुआ था। उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगू समेत कई भाषओं में गाने गाए थे। बालासुब्रमण्यम ने अपने कॅरियर में कई पीढ़ी के संगीतकारों के साथ काम किया। बता दें कि उन्होंने करीब 40,000 से ज्यादा गाने गाए। इसी कारण उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है। आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सिरी के मौके पर एस पी बालासुब्रमण्यम के जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में...

जन्म और शिक्षा 

आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में 4 जून वर्ष 1946 एस पी बालासुब्रमण्यम का जन्म हुआ था। वह एक तेलुगु परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनका पूरा नाम श्रीपति पंडिताराध्याउला बालासुब्रमण्यम था। उन्होंने जेएनटीयू कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग अनंतपुर में एडमिशन लिया था। क्योंकि वह इंजीनियर बनना चाहते थे। लेकिन टाइफाइड होने के कारण बालासुब्रमण्यम को बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। इस दौरान उन्होंने कई सिंगिंग कॉम्पटीशन में भी हिस्सा लिया और कई पुरस्कार भी जीते थे। 

कॅरियर

कई सिंगिंग कॉम्पटीशन को जीतने के बाद उनको यह एहसास हुआ कि वह इस फील्ड में अपना कॅरियर बना सकते हैं। जिसके बाद उन्होंने एक युवा गायक के रूप में अपना पहला ऑडिशन दिया। कॅरियर की शुरूआत में उन्होंने कई संगीतकारों से मुलाकात की। वहीं उनके ऑडिशन का पहला गाना Nilave Ennidam Nerungadhe था, जिसे पीबी श्रीनिवास ने गाया था। इसके बाद साल 1966 से उन्होंने एक पार्श्व गायक के रूप में अपनी कॅरियर की शुरूआत तेलुगु फिल्म Sri Sri Sri Maryada Ramanna के गाने से की थी। साल 1969 में एमजीआर अभिनीत 'अदिमाईपेन' में उनका गाया 'अयराम निलावे वा' को काफी लोकप्रियता मिली थी। 

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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

बता दें कि बालासुब्रमण्यम ने शास्त्रीय गायन में औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया था। लेकिन उसके बाद भी उन्होंने संगीत के क्षेत्र में जिन ऊंचाइयों पर पहुंचे। वहां तक कई प्रशिक्षित गायकों का भी पहुंच पाना मुश्किल है। बालासुब्रमण्यम ने अपनी जिंदगी में हर साल औसतन 930 गाने या कहा जाए तो हर रोज तीन गाने गाए हैं। बालासुब्रमण्यम के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे अधिक 40,000 गाना गाने का रिकॉर्ड है।

जब 12 घंटे में गाए 21 गाने

कन्नड़ संगीतकार उपेंद्र कुमार के लिए संगीत के दिग्गज बालासुब्रमण्यम ने 12 घंटे में 21 गाना गाने का रिकॉर्ड भी बनाया था। उन्होंने एक दिन में 19 तमिल गाने और एक दिन में 16 गाने हिंदी में रिकॉर्ड किए हैं। बालासुब्रमण्यम मोहम्मद रफी के गानों से काफी प्रभावित थे। जिसके चलते उन्होंने सदाबहार गाने गाए। उन्होंने सभी तरह के गानों को अपनी आवाज दी। फिर चाहे वह खुशी के गाने हों, या दर्द भरे नगमें हों। 

अवॉर्ड

बाला सुब्रमण्यम को छह बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बता दें कि 'पहला पहला प्यार है' के गायक बालासुब्रमण्यम ने चार अलग-अलग भाषाओं में गाना गाने के लिए 6 राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किए थे। वहीं साल 2001 में उन्हें पद्म श्री और साल 2011 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

मृत्यु 

साल 2020 में देश भर में फैली महामारी COVID-19 वायरस ने एस पी बालसुब्रमण्यम को भी अपनी चपेट में लिया था। जिसके बाद उनको चेन्नई के एमजीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि उनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया था। लेकिन सितम्बर 2020 में उनकी तबियत फिर बिगड़ गई। जिसके बाद 25 सितम्बर 2020 को एस पी बालसुब्रमण्यम की मौत हो गई।

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