CAA और NRC पर ट्रंप ने की बात तो विपक्ष को मिल जायेगा नया हथियार

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व्हाइट हाउस के एक बयान ने भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं। दरअसल अपने एक बयान में व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते होने वाली अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे।

वाशिंगटन से आया मेरा दोस्त, दोस्त को सलाम करो। जी हाँ भारत के खास दोस्त अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आ रहे हैं और उनके स्वागत के लिए जोरदार प्रबंध किये गये हैं। खुद ट्रंप अपनी भारत यात्रा को लेकर काफी उत्साहित हैं। ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ 24 फरवरी को दो दिवसीय भारत यात्रा पर आ रहे हैं। इस दौरान उनकी बेटी इवांका भी साथ होंगी। एयरपोर्ट पर ट्रंप के स्वागत के लिए खुद प्रधानमंत्री मोदी उपस्थित रहेंगे और वहां से एक भव्य रोड शो करते हुए मोदी और ट्रंप अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आयोजित किये गये 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचेंगे। विश्व के इस सबसे बड़े स्टेडियम में एक लाख लोग स्वागत के लिए मौजूद रहेंगे। इस दौरान कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे। कैलाश खेर के गाने 'जय-जय कारा, जय-जय कारा स्वामी देना साथ हमारा' से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। ट्रंप साबरमती आश्रम भी जाएंगे इससे पहले मोदी चीन के राष्ट्रपति और जापान के प्रधानमंत्री को भी साबरमती आश्रम ले जा चुके हैं।

ताज का दीदार करेंगे ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी की दोपहर को ही अहमदाबाद से उत्तर प्रदेश के आगरा पहुँचेंगे जहां वह अपनी पत्नी के साथ ताज महल का दीदार करेंगे। पहले इस तरह की खबरें थीं कि प्रधानमंत्री मोदी भी ट्रंप परिवार के साथ आगरा जा सकते हैं लेकिन इस संभावना का खंडन कर दिया गया है। ट्रंप की यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिहाज से दोपहर 12 बजे के बाद से आम पर्यटकों के लिए ताज महल बंद कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने ट्रंप के ताज महल जाने वाले रास्ते पर पड़ने वाले पेट्रोल पंपों से कहा है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा से पहले अपने स्टॉक खाली कर दें। डोनाल्ड ट्रंप का शाम 4 बजे आगरा पहुंचने का कार्यक्रम है। आगरा में ट्रंप ताज महल का दीदार करने के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। आगरा में शहर के मेयर ट्रंप का स्वागत करेंगे और उन्हें शहर की चाभी की प्रतिकृति भेंट स्वरूप देंगे।

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दिल्ली में होगी द्विपक्षीय वार्ता

ट्रंप ताजमहल के दीदार के बाद अपने भारत दौरे के अंतिम चरण में राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे जहां राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया जायेगा और 25 फरवरी को हैदराबाद हाउस में उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। 25 फरवरी को सुबह ट्रंप सबसे पहले राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे उसके बाद द्विपक्षीय वार्ता के लिए हैदराबाद हाउस की ओर रवाना होंगे। 25 फरवरी की रात आठ बजे राष्ट्रपति भवन में ट्रंप के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया जायेगा और फिर रात 10 बजे डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी अमेरिका लौट जाएंगे।

ट्रंप के स्वागत की तैयारियां पूरी

ट्रंप की दिल्ली यात्रा की तैयारियां भी जोरों पर हैं। सरकार ट्रंप के दौरे को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती इसीलिए उनकी सुरक्षा और उनके पसंदीदा खान-पान का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप अपने परिवार सहित मौर्या होटल में ठहरेंगे। ट्रंप के लिए मौर्या होटल के प्रेसिडेंशियल फ्लोर पर चाणक्य सुइट बुक किया गया है और माना जा रहा है कि इस सुइट में एक रात ठहरने का किराया 8 लाख रुपये है। रिपोर्टों के मुताबिक ट्रंप का मौर्या होटल में भी शानदार स्वागत किया जायेगा जैसे ही वह प्रवेश करेंगे उन पर फूलों से बनायी गयी रंगोली पेश की जाएगी।

ट्रंप की यात्रा पर विवादों का साया

ट्रंप की भारत यात्रा से पहले कुछ विवाद भी खड़े हो गये हैं। ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर कांग्रेस के सवालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने पूछा है कि ट्रंप का दौरा विश्व के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात है, ऐसे में कांग्रेस इस क्षण पर खुशी क्यों नहीं महसूस करती? भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ''वैश्विक स्तर पर भारत का कद बढ़ने से कांग्रेस नाखुश क्यों है? संबित पात्रा ने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या 10 जनपथ मनमोहन सिंह का वह रुतबा कायम करने देता जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंतरराष्ट्रीय नेताओं के बीच है। गौरतलब है कि ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने शुक्रवार को कहा था कि सरकार की तरफ यह दावा किया गया कि जो इंतजाम हो रहा है वह एक ‘नागरिक अभिनंदन समिति’ की तरफ से हो रहा है। यह समिति कौन है? यह कब बनी? इसका पंजीकरण कब हुआ और इसके पास इतना पैसा कहां से आया?’’ कांग्रेस नेता ने कहा था कि आर्थिक क्षेत्र में सहयोग और व्यापार का वातावरण अनुकूल नहीं है। हम समझते हैं कि यह रिश्ता सिर्फ खरीददारी का नहीं हो सकता। राष्ट्र की संप्रभुता, आत्म सम्मान और राष्ट्रहित को ध्यान में रखा जाए। गंभीरता और गहराई होनी चाहिए। यह दौरा सिर्फ तस्वीरें खिंचवाने तक सीमित नहीं होना चाहिए।

कोई मुख्यमंत्री नहीं मिल पायेगा

एक और विवाद तब उठ खड़ा हुआ जब यह खबर आई कि राष्ट्रीय राजधानी में 25 फरवरी को अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप के सरकारी स्कूल के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को साथ रहने की अनुमति नहीं दी गयी है। आम आदमी पार्टी ने इस पर सवाल उठाये तो यह स्पष्टीकरण सामने आया कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत दौरे के दौरान किसी मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाएंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी आगरा नहीं जा रहे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मोदी और ट्रंप के रोड शो का हिस्सा नहीं होंगे। दिल्ली में हुए विवाद पर सूत्रों का कहना है कि ऐसी कोई परम्परा नहीं है कि कोई मुख्यमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपने अलग कार्यक्रम आयोजित करे। दिल्ली के जिस स्कूल में मेलानिया ट्रंप का दौरा रखा गया है वह कार्यक्रम भी भारत सरकार ने नहीं बल्कि अमेरिकी दूतावास की ओर से आयोजित किया गया है।

सीएए और एनआरसी पर भी बात करेंगे ट्रंप ?

दूसरी ओर व्हाइट हाउस के एक बयान ने भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस बयान में व्हाइट हाउस ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते होने वाली अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिका, भारत की लोकतांत्रिक परम्पराओं और संस्थानों का बहुत सम्मान करता है और उन मूल्यों को बरकरार रखने के लिए उसे प्रेरित करता रहेगा। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि ट्रंप संशोधित नागरिकता कानून यानि सीएए या राष्ट्रीय नागरिक पंजी यानि एनआरसी पर मोदी के साथ बात करेंगे या नहीं। हालांकि जब व्हाइट हाउस के अधिकारियों से इस बारे में पूछा गया तो एक  वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ''मुझे लगता है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी बैठक में इन मुद्दों को उठाएंगे। दुनिया अपनी लोकतांत्रिक परम्पराओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान बनाए रखने के लिए भारत की ओर देख रही है।

क्या कश्मीर पर फिर कुछ बोलेंगे ट्रंप ?

जहाँ तक पाकिस्तान की बात है तो व्हाइट हाउस ने यह भी साफ कर दिया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके साथ ही उसने जोर दिया कि दोनों देशों के बीच वार्ता तभी सफल होगी जब पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादियों और चरमपंथियों पर कार्रवाई करे। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद को हल करने में ‘‘मदद’’ करने की पिछले महीने फिर से पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि अमेरिका कश्मीर पर दोनों देशों के बीच की गतिविधियों पर ‘‘करीबी नजर’’ रख रहा है। हालांकि, ट्रंप पहले भी कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं लेकिन भारत ने साफ कह दिया है कि यह उसके और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मामला है तथा इसमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है।

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व्यापार समझौते की अड़चनें बाकी

ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान कोई बड़ा द्विपक्षीय व्यापार समझौता होने की संभावना कम है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि भारतीय माल को अमेरिका में व्यापार में वरीयता की सामान्य प्रणाली के तहत प्राप्त शुल्क मुक्त प्रवेश की छूट बंद करने के जो कारण थे, वे आज भी बने हुए हैं। भारत के साथ व्यापार सझौता वार्ता का नेतृत्व अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राबर्ट लाइटहाइजर कर रहे हैं और वह अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ भारत नहीं आ रहे हैं। अमेरिका को शिकायत है कि भारत ने हाल के बजट में अमेरिकी रुचि की कई वस्तुओं पर आयात शुल्क ऊंचा कर दिया है। ई-कॉमर्स और डिजिटल व्यापार के क्षेत्र में भी भारत और अमेरिका के दृष्टिकोण में अब भी बड़ा फर्क है। इसके अलावा अमेरिकी अधिकारियों को भारत के मेड-इन-इंडिया कार्यक्रम को भी लेकर शिकायत है। वे इसे संरक्षणवादी बताते हैं।

बहरहाल, माना जा सकता है कि ट्रंप की भारत यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध को सुधारने, कूटनीतिक संबंध मजबूत करने और मुक्त हिंद-प्रशांत के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का अवसर मुहैया कराएगी और साथ ही व्यापार की राह में मौजूद रोड़े दूर करने में मदद मिलेगी जिससे दोनों देशों में नयी नौकरियां पैदा होंगी।

-नीरज कुमार दुबे

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