भोपाल में भारत के राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव के 12वें संस्करण का आयोजन

National Science Film Festival
ISW

विज्ञान प्रसार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा भारत के 12वें राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव 2022 (12th National Science Film Festival of India) का आयोजन दिनांक 22 से 26 अगस्त, 2022 को रवींद्र भवन, भोपाल में किया जा रहा है।

भारत के राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव (National Science Film Festival of India) के 12वें संस्करण का आयोजन इस बार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में होने जा रहा है। शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत के 12वें राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव (12th National Science Film Festival of India)-2022 के पोस्टर एवं विवरणिका का विमोचन किया है। इस अवसर पर उन्होंने देशभर के विज्ञान फिल्मकारों को मध्य प्रदेश में आमंत्रित किया है।  

विज्ञान प्रसार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा भारत के 12वें राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव 2022 (12th National Science Film Festival of India) का आयोजन दिनांक 22 से 26 अगस्त, 2022 को रवींद्र भवन, भोपाल में किया जा रहा है। इस पाँच दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन 22 अगस्त 2022 को प्रातः 10 बजे किया जाएगा। पुरस्कार वितरण समारोह दिनांक 26 अगस्त 2022 को दोपहर 12 बजे रवींद्र भवन, भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। सुविख्यात डाक्यूमेंट्री निर्माता सिद्धार्थ काक एवं वरिष्ठ ऐक्टर राजीव वर्मा फिल्मोत्सव में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

इसे भी पढ़ें: सूक्ष्म और नैनो प्लास्टिक प्रदूषकों का पता लगाने के लिए नई तकनीक

12वें राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव 2022 में देश के महान वैज्ञानिक आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे के जीवन पर आधारित फिल्म का पहला प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें देश की स्वतंत्रता में उनके योगदान को दर्शाया गया है। इस फिल्म का प्रदर्शन फिल्मोत्सव में उद्घाटन फिल्म के तौर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही देश में स्वच्छ सागर तट अभियान के अंतर्गत समुद्र स्वच्छता जागरूकता पर आधारित फिल्म भी उद्घाटन फिल्म के रूप में प्रदर्शित की जाएगी।  

12वें राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव में देश भर से आमंत्रित 150 से अधिक फिल्मकारों को मध्य प्रदेश की फिल्म संस्कृति, प्रदेश की समृद्ध जैव विविधता, वैज्ञानिक विरासत, वास्तुकला से परिचित कराया जाएगा और मध्य प्रदेश में फिल्म-निर्माण के लिए आमंत्रित किया जाएगा। भोपाल में राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव के आयोजन से मध्य प्रदेश के युवा फिल्म निर्माता विज्ञान, प्रकृति, पर्यावरण, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, तकनीक, ऊर्जा, जल, जंगल और फिल्म-निर्माण में सक्रिय होंगे और मध्य प्रदेश की फिल्म नीति को प्रोत्साहन मिलेगा। 

भारत का राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव देश का एकमात्र विज्ञान फिल्मोत्सव है, जिसे विज्ञान प्रसार द्वारा वर्ष 2011 से प्रतिवर्ष देश के विभिन्न भागों में आयोजित किया जा रहा है। इस फिल्मोत्सव का उद्देश्य वैज्ञानिकों और फिल्म निर्माताओं व संचारकों के आपसी समन्वय को प्रोत्साहित करना है, जिससे कि फिल्म जैसे सशक्त माध्यम से आम-जन व विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चेतना का विकास हो सके।

इसे भी पढ़ें: मस्तिष्क में मिर्गी-क्षेत्र के सटीक निर्धारण के लिए नया उपकरण

इस अवसर पर देशभर से प्राप्त चुनिंदा 71 विज्ञान फिल्मों के प्रदर्शन सहित विविध श्रेणियों में विज्ञान फिल्म पुरस्कार समारोह, विज्ञान फिल्म निर्माण पर कार्यशाला, मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक एवं संगीत कार्यक्रम इत्यादि का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देशभर से विज्ञान व पर्यावरण फिल्मकार, वैज्ञानिक, विज्ञान संचारक, लेखक, नीति-निर्माता, पत्रकार आदि सम्मिलित होंगे।    

राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव से महानायक अमिताभ बच्चन, मधुर भंडारकर, अदूर गोपालकृष्णन, अमोल पालेकर, श्याम बेनेगल, मुजफ्फर अली, पहलाज निहलानी, शेखर कपूर, माइक पांडे, सुहासिनी मुले, डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी, विक्रम गोखले, सिद्धार्थ काक, किरण कार्णिक जैसी फिल्म जगत की प्रसिद्ध हस्तियां जूरी या मेंटर के रूप में जुड़ी रही हैं।    

भारत के राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार, ऊर्जा, पर्यावरण, चिकित्सा, कृषि और पारंपरिक ज्ञान को लोकप्रिय बनाने वाली फिल्मों के माध्यम से वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना है। यह विज्ञान फिल्म निर्माताओं के प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने वाला देश का यह पहला और अकेला मंच है, जिसमें स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थी, वैज्ञानिक, चिकित्सक, इंजीनियर, शिक्षक, ग्रामीण व शहरी युवक, युवतियों से लेकर व्यावसायिक फिल्म निर्माताओं को अपनी विज्ञान फिल्में प्रदर्शित करने का मौका मिलता है। 

राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव का आयोजन पहली बार वर्ष 2011 में चेन्नई में किया गया था। तब से लेकर यह देश के लगभग सभी भागों जैसे भुवनेश्वर (2012), कोलकाता (2013 और 2017), बैंगलोर (2014), लखनऊ (2015), मुंबई (2016), गुवाहाटी (2018), मोहाली/चंडीगढ़ (2019) और आभासी प्लेटफॉर्म (2020 और 2021 में कोविड के कारण) पर आयोजित किया गया है।

इसे भी पढ़ें: लक्षद्वीप में स्थापित किया जा रहा है सागरीय तापीय ऊर्जा रूपांतरण संयंत्र

राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव में निम्नांकित प्रतिस्पर्धी श्रेणियों में डाक्यूमेंट्री फिल्में, शॉर्ट फिल्म, एनिमेशन फिल्म, डॉक्यू ड्रामा, साइंस फिक्शन आमंत्रित किए जाते हैं एवं लगभग 16 लाख रुपये के नकद पुरस्कारों से फिल्मकारों को सम्मानित किया जाता है। पुरस्कारों की इंटरफेस श्रेणी के अंतर्गत सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों द्वारा वित्त पोषित फिल्में (60 मिनट समयावधि तक), फ्यूजन श्रेणी के अंतर्गत स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं / प्रोडक्शन हाउस द्वारा निर्मित फिल्में (60 मिनट समयावधि तक), आउट ऑफ बॉक्स श्रेणी में कॉलेज के छात्रों की फिल्में (30 मिनट समयावधि तक), और इंद्रधनुष श्रेणी में कक्षा छठवीं से 12वीं के स्कूली छात्रों द्वारा निर्मित (10 मिनट समयावधि तक) की फिल्म प्रविष्टियाँ आमंत्रित की जाती हैं। 12वें राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव-2022 में कुल 246 फिल्में प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 71 नामांकित विज्ञान फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़