दमदार शुरुआत के बाद अपने दूसरे मुकाबले में हारी भवानी देवी, तोक्यो ओलंपिक का सफर खत्म

Bhavani Devi was out after losing the second match after a strong start

भवानी देवी को महिलाओं की व्यक्तिगत साबरे के दूसरे मैच में रियो ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली ब्रूनेट से 7-15 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया था।

तोक्यो। भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने अपने ओलंपिक पदार्पण पर आत्मविश्वास भरी शुरुआत करके आसानी से पहला मैच जीता लेकिन सोमवार को यहां दूसरे मैच में चौथी वरीयता प्राप्त मैनन ब्रूनेट से हारकर वह तोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गयी। भवानी देवी को महिलाओं की व्यक्तिगत साबरे के दूसरे मैच में रियो ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली ब्रूनेट से 7-15 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया था।

इसे भी पढ़ें: Tokyo Olympics 2020: सुमित नागल को सीधे सेटों में मेदवेदेव से मिली हार, टेनिस में भारतीय चुनौती समाप्त

भवानी ने कहा कि उन्होंने ब्रूनेट के खिलाफ गलतियां की लेकिन उन्हें खुशी है कि उन्होंने दुनिया की चोटी की तलवारबाज को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने ब्रूनेट के खिलाफ मैच के बाद कहा, ‘‘मैं पहले हॉफ में अच्छी तरह से तलवार चलाकर अंक नहीं बटोर सकी। दूसरे हॉफ में मैंने कुछ बदलाव किये लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मुझे खुशी है कि मैंने दुनिया की एक चोटी की तलवारबाज के खिलाफ मुकाबला किया। ’’ भवानी ने कहा, ‘‘इस बीच मैंने कुछ गलतियां की लेकिन ऐसा होता है। साबरे में बहुत तेजी होती है। पहली बार भारतीय तलवारबाजी देख रहे होंगे इसलिए मुझे खुशी है कि मैं उन्हें अपना खेल दिखा सकी। ’’ चेन्नई की इस खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने तोक्यो ओलंपिक से अनुभव हासिल किया है जिसका उन्हें भविष्य में फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरा पहला ओलंपिक है और मैं बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी लेकिन मुझे इस ओलंपिक से अनुभव मिला। यहां मुझे काफी कुछ सीखने को मिला जिससे मुझे आगे सुधार करने में मदद मिलेगी।’’ ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज भवानी के लिये ब्रूनेट का सामना करना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने तब भी अपना जज्बा बनाये रखा और ब्रूनेट को दूसरे पीरियड में कड़ी चुनौती दी। भवानी देवी पहले पीरियड में 2-8 से पीछे हो गयी थी।

इसे भी पढ़ें: दुनिया की नंबर वन जोड़ी से सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को मिली हार

ब्रूनेट ने दूसरे पीरियड की भी अच्छी शुरुआत की और स्कोर 11-2 कर दिया। भवानी ने इसके बाद लगातार चार अंक बनाये लेकिन वह नौ मिनट 48 सेकेंड तक चले मुकाबले में ब्रूनेट को पहले 15 अंक तक पहुंचने से नहीं रोक पायी। इस स्पर्धा में जो भी तलवारबाज पहले 15 अंक हासिल करता है उसे विजेता घोषित किया जाता है। इससे पहले भवानी ने अजीजी के खिलाफ शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने अजीजी के खुले ‘स्टांस’ का फायदा उठाया। इससे उन्हें अंक बनाने में मदद मिली। सत्ताईस वर्षीय भवानी ने तीन मिनट के पहले पीरियड में एक भी अंक नहीं गंवाया और 8-0 की मजबूत बढ़त बना ली। नादिया ने दूसरे पीरियड में कुछ सुधार किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त मजबूत करनी जारी रखी तथा छह मिनट 14 सेकेंड में मुकाबला अपने नाम किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़