सुरेश रैना ने महेंद्र सिंह धोनी को बताया कप्तानों का कप्तान
इंडियन प्रीमियर लीग में धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के अहम सदस्य रैना ने कहा कि वह कप्तानों का कप्तान है। जब धोनी विकेट के पीछे होता है तो विराट आश्वस्त महसूस करता है।
कोलकाता। सुरेश रैना का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी भले ही कागजों पर कप्तान नहीं हों लेकिन जो एक बार कप्तान बनता है वह हमेशा कप्तान रहता है। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के तीन साल बाद 2017 में धोनी ने एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम की कप्तानी भी छोड़ दी थी लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम की रणनीति में धोनी की अहम भूमिका रहती है और इस बात को कप्तान विराट कोहली तक स्वीकार कर चुके हैं। अपने परिवार के साथ नीदरलैंड में छुट्टियां मना रहे रैना ने कहा कि कागजों पर वह कप्तान नहीं है। लेकिन मुझे लगता है कि वह मैदान पर विराट के लिए कप्तान है। उन्होंने कहा, ‘उसकी भूमिका अब भी वही है। वह विकेट के पीछे से गेंदबाजों के साथ संवाद करता है, क्षेत्ररक्षकों सजाने में भी जिम्मेदारी निभाता है।’
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इंडियन प्रीमियर लीग में धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के अहम सदस्य रैना ने कहा कि वह कप्तानों का कप्तान है। जब धोनी विकेट के पीछे होता है तो विराट आश्वस्त महसूस करता है। उसने हमेशा यह स्वीकार किया है। रैना ने हालांकि कहा कि यह कोहली के लिए बड़ा विश्व कप होगा। उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त खिलाड़ी और कप्तान है। यह उसके लिए बहुत बड़ा विश्व कप है। वह अपनी भूमिका को अच्छी तरह जानता है। उसे अपने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देने की जरूरत है। सभी चीजें हमारे पक्ष में नजर आ रही हैं। इरादा सकारात्मक होना चाहिए। यह विश्व कप जीतने के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम है। रैना ने साथ ही कहा कि हार्दिक पंड्या आगामी विश्व कप में भारत के लिए अहम खिलाड़ी होगा।
उन्होंने कहा कि वह अच्छा क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी कर सकता है और साथ ही छह से सात ओवर गेंदबाजी कर सकता है। स्वच्छंद होकर खेलने के लिए उसे प्रबंधन से आत्मविश्वास की जरूरत है। अगर वह आईपीएल के आत्मविश्वास के साथ विश्व कप में उरता है तो पासा पलट सकता है। धोनी की अगुआई में 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रैना ने कहा कि मुझे लगता है कि इस विश्व कप में वह भारत का सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी होगा। अगर हमने अंतिम चार में जगह बनाई और उसे टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला तो मुझे हैरानी नहीं होगी। भारत को अपने पहले अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा और रैना का मानना है कि टीम को बायें हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए सतर्क रहने की जरूरत है।
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रैना ने हालांकि कहा कि पहले अभ्यास मैच में हार बुरी नहीं है। उन्होंने कहा कि अब हम एकजुट हो सकते हैं और संयोजन ढूंढ सकते हैं। मुझे लगता है कि यह भारतीय टीम के लिए अच्छी है। विश्व कप में 10 टीमों को राउंड रोबिन लीग में एक दूसरे के खिलाफ खेलना है जिससे यह सबसे प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट में से एक लग रहा है। रैना ने कहा कि भारत सेमीफाइनल में जगह बनाएगा। लीग में हमारे पास नौ मैच हैं। संयोजन के बारे में सोचने के लिए काफी समय है। अच्छी शुरुआत करना काफी महत्वपूर्ण है। ऐसा होता है तो हमें कोई नहीं रोक सकता। रैना ने कहा कि भारत को तीन तेज गेंदबाजों के साथ चाइनामैन कुलदीप यादव और बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा की जोड़ी को उतारना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि कुलदीप और जडेजा तीन स्तरीय तेज गेंदबाजों के साथ खेलें और हार्दिक को मिलाकर छह स्तरीय गेंदबाजों का विकल्प हो। रैना ने हालांकि स्वीकार किया कि भारत का मध्यक्रम थोड़ा कमजोर नजर आता है। उन्होंने हालांकि कहा कि धोनी स्थिति के अनुसार चौथे या पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
#TeamIndia out and about in Cardiff ahead of the 2nd warm-up game at #CWC19 📸📸 pic.twitter.com/CLQwPDOnyp
— BCCI (@BCCI) May 27, 2019
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