खुद को साबित करना चाहती थी: हरमनप्रीत कौर
हरमनप्रीत कौर को आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में अपनी विस्फोटक पारी से पहले क्रीज पर बल्लेबाजी करने का इतना समय नहीं मिला लेकिन इस भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि वह मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थी।
डर्बी। हरमनप्रीत कौर को आईसीसी महिला विश्व कप सेमीफाइनल में अपनी विस्फोटक पारी से पहले क्रीज पर बल्लेबाजी करने का इतना समय नहीं मिला लेकिन इस भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि वह मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थी। हरमनप्रीत ने कल महिला क्रिकेट में बेहतरीन वनडे पारियों से एक खेलकर भारत को विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया। भारत ने 10वें ओवर में 35 रन पर दो विकेट खो दिये थे, तब हरमनप्रीत ने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाकर 115 गेंद में नाबाद 171 रन बनाये जिससे टीम ने बारिश से प्रभावित सेमीफाइनल में चार विकेट पर 281 रन बनाये। लेकिन सेमीफाइनल से पहले उन्होंने क्रीज पर काफी कम समय बिताया और पांच पारियों में केवल 91 गेंद खेली थीं।उन्होंने अपनी शानदार पारी के बाद कहा, ‘‘मुझे पूरे टूर्नामेंट में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।’’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘आज जब मुझे मौका मिला तो मैं इस मौके का इस्तेमाल करना चाहती थी क्योंकि आज मैं खुद को साबित करना चाहती थी और भगवान का शुक्र है कि जो मैं सोच रही थी, वो कारगर रहा। ’’उन्होंने कहा, ‘‘मिताली (राज) और दीप्ति (शर्मा) ने सचमुच अच्छी पारियां खेली और वेदा (कृष्णमूर्ति) ने भी अच्छा स्कोर बनाया।’’ अपनी विस्फोटक पारी की बात करते हुए वीरेंद्र सहवाग को अपना आदर्श मानने वाली हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘आज की योजना सिर्फ गेंद को देखकर इसे हिट करने की थी और मैं यही कर रही थी।''
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