कनाडा के ओलंपिक से हटने के बाद आईओए ने कहा-फैसला करने से पहले एक महीने इंतजार करेंगे

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कोविड -19 के चलते कनाडा के ओलंपिक खेलों से पीछे हटने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने सोमवार को कहा कि ओलंपिक में देश की भागीदारी को लेकर कोई भी फैसला लेने से पहले वे कम से कम एक महीने इंतजार करेंगे।

नयी दिल्ली। कोविड -19 के चलते कनाडा के ओलंपिक खेलों से पीछे हटने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने सोमवार को कहा कि ओलंपिक में देश की भागीदारी को लेकर कोई भी फैसला लेने से पहले वे कम से कम एक महीने इंतजार करेंगे। कनाडा के पीछे हटने के बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर जुलाई अगस्त में होने वाले तोक्यो ओलंपिक को लेकर फैसला लेने का दबाव बन गया है। दुनिया भर में तीन लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में हैं और 14000 से अधिक मौतें हो चुकी है।

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भारत हालांकि अंतिम फैसला करने से पहले अभी इंतजार करने के लिये तैयार है और वह इस महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति पर नजर रखे हुए है। .आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने पीटीआई से कहा, ‘‘आईओए प्रमुख होने के नाते अपने खिलाड़ियों और अधिकारियों का स्वास्थ्य मेरे लिये पहली चिंता है। आईओए जो भी फैसला करेगा वह खिलाड़ियों को ध्यान में रखकर करेगा। लेकिन अभी हम केवल इंतजार कर रहे हैं और स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों को आश्वासन देता हूं कि हम किसी को निराश नहीं करेंगे और अपने खिलाड़ियों के सर्वश्रेष्ठ हित में ही कोई फैसला करेंगे।’’ आईओए महासचिव राजीव मेहता ने इंतजार करने की समयसीमा भी बतायी। उन्होंने कहा कुछ भी फैसला करने से पहले वे कम से कम एक महीने इंतजार करेंगे। मेहता ने कहा ,‘‘हम चार से पांच सप्ताह इंतजार करेंगे और उसके बाद आईओसी तथा खेल मंत्रालय से मशविरे के बाद ही कोई फैसला लेंगे। दूसरे देशों की तुलना में भारत में हालात उतने बुरे नहीं है।’’

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जुलाई अगस्त में ओलंपिक का होना अब मुश्किल लग रहा है क्योंकि आईओसी ने स्वीकार किया है कि वह खेलों को स्थगित करने के विकल्प पर विचार कर रही है और चार सप्ताह के भीतर इस पर फैसला कर लिया जायेगा। यह पूछने पर कि क्या भारत भी कनाडा के नक्शे कदम पर चलेगा, खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने कहा कि अभी मंत्रालय इस बारे में किसी से बातचीत नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा ,‘‘ आपका सवाल काल्पिनक है और सरकार काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं दे सकती। हम किसी से बातचीत नहीं कर रहे हैं। सरकार परामर्श जारी करना जारी नहीं रख सकती।’’ मेहता ने कहा कि भारत संकटों का सामना बखूबी करता आया है। उन्होंने कहा ,‘‘ हम अभी स्थगन के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम एक महीने इंतजार करेंगे जिसके बाद आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और आईओसी की कार्यकारी समिति से बात करेंगे।’’ भारत में कोविड 19 के मामले 400 से ऊपर जा चुके हैं जिसमें सात मौते हो चुकी हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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