स्विंग से हुई भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी, अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड से 6 विकेट से हारा

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विलियमसन और टेलर ने 114 रन की भागीदारी के दौरान कोई जोखिम नहीं लिया और बिना किसी परेशानी के एक एक रन जुटाते रहे। भारत के लिये केवल रविंद्र जडेजा की अच्छा प्रदर्शन दिखा सके जिन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 50 गेंद में 54 रन जुटाये जबकि सात ओवर में 27 रन देकर एक विकेट झटका।

लंदन। गेंदबाजों के लिये थोड़े मुफीद हालात में भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरी जाहिर हो गयी जिससे शनिवार को यहां आईसीसी विश्व कप के लिये पहले अभ्यास मैच में उसे न्यूजीलैंड से छह विकेट से हार झेलनी पड़ी। आसमान पर बादल छाये हुए थे, जिसके बाद ट्रेंट बोल्ट की बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 39.2 ओवर में महज 179 रन पर सिमट गयी। इसके बाद न्यूजीलैंड ने कप्तान केन विलियमसन (67) और रास टेलर (71) के अर्धशतकों की मदद से महज 37.1 ओवर में चार विकेट पर 180 रन बनाकर जीत हासिल की। हालांकि यह अभ्यास मैच था, जिसके नतीजे से भारत को चिंतित होने की जरूरत नहीं है लेकिन उन्हें निश्चित रूप से इस बात से परेशानी होगी कि वे अपनी समस्या का हल ढूंढने में असफल रहे। 

लोकेश राहुल चौथे नंबर पर विफल रहे, दिनेश कार्तिक की खराब आईपीएल फार्म जारी ही जबकि विजय शंकर और केदार जाधव की चोटें टीम प्रबंधन को उन्हें कार्डिफ में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले दूसरे अभ्यास में परखने से रोकेगी। कलाई के दो स्पिनर कुलदीप यादव (8.1 ओवर में बिना विकेट लिये 44 रन) और युजवेंद्र चहल (छह ओवर में 37 रन देकर एक विकेट) भी प्रभाव नहीं डाल सके। विलियमसन और टेलर ने 114 रन की भागीदारी के दौरान कोई जोखिम नहीं लिया और बिना किसी परेशानी के एक एक रन जुटाते रहे। भारत के लिये केवल रविंद्र जडेजा की अच्छा प्रदर्शन दिखा सके जिन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 50 गेंद में 54 रन जुटाये जबकि सात ओवर में 27 रन देकर एक विकेट झटका। 

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जसप्रीत बुमराह ने चार ओवर में दो मेडन से दो रन देकर एक विकेट प्राप्त किया और उनका पहला स्पैल अच्छा रहा। मोहम्मद शमी (चार ओवर में 16 रन देकर कोई विकेट नहीं) ने सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी की, जिससे भारतीय टीम के लिये इस मैच से यही चीज सकारात्मक रही।इससे पहले बोल्ट ने 6.2 ओवर में 26 रन देकर चार विकेट हासिल किये लेकिन जडेजा के अर्धशतक से भारतीय टीम 175 से ज्यादा का स्कोर बना सकी क्योंकि उसने एक समय 115 रन पर आठ विकेट गंवा दिये थे। जडेजा की कुलदीप यादव (19 रन) के साथ नौंवे विकेट के लिये 62 रन की साझेदारी ही भारत के लिये सम्मान बचाने वाली रही, वर्ना बल्लेबाजी में प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा। 

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बोल्ट ने अपने पहले स्पैल में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (02) और शिखर धवन के साथ चौथे नंबर पर उतरे लोकेश राहुल (06) को पवेलियन भेज दिया जो बादलों से भरे मौसम में निर्णायक साबित हुआ। बल्लेबाजों में फुटवर्क की कमी साफ दिखी। बोल्ट ने रोहित को बेहतरीन स्विंग पर आउट किया जबकि धवन बल्ले के अंदरूनी हिस्से पर बाउंस होती गेंद लगने से पवेलियन लौटे। कप्तान विराट कोहली (24 गेंद में 18 रन) को कोलिन डि ग्रैंडहोमे ने ऑफ कटर से आउट किया।

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हार्दिक पंड्या (37 गेंद में 30 रन) ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ पांचवें विकेट के लिये 38 रन जोड़े। धोनी (42 गेंद में 17 रन) की पारी टिम साउदी ने समाप्त की, वह शार्ट मिड विकेट पर कैच आउट हुए। वह क्रीज पर सहज नहीं दिखे और साझेदारी के दौरान स्ट्राइक रोटेट करने में भी विफल रहे। जिमी नीशाम (तीन ओवर में 26 रन देकर तीन विकेट) ने हार्दिक पंड्या का विकेट झटका। परिस्थितियों को देखते हुए हार्दिक को धोनी से पहले बल्लेबाजी के लिये भेजा गया और उन्होंने छह बाउंड्री लगाकर सकारात्मक जज्बा दिखाया। दिनेश कार्तिक भी इसी ओवर में आउट हो गये। इसके बाद जडेजा ने कुलदीप के साथ मिलकर पारी को संभाला। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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